- मानव एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है
नई दिल्ली, 14 अप्रैल, 2023 : मानवता के मसीहा बाबा गुरबचन सिंह की पावन स्मृति में दिनांक 24 अप्रैल का दिन संपूर्ण निरंकारी जगत द्वारा देश एवं दूर देशों में रक्तदान शिविरों के आयोजन से ‘मानव एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मानव कल्याणार्थ हेतु संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा भारतवर्ष में स्थापित निरंकारी मिशन की लगभग सभी ब्रांचों सहित देश की राजधानी दिल्ली में रक्तदान शिविर जैसे महाअभियान का आयोजन किया जा रहा है जिसमें सभी रक्तदाता स्वैच्छापूर्वक सम्मिलित होकर पूरे जोश एवं उत्साह से रक्तदान करेंगे।
जैसा कि सर्वविदित ही है कि युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह ने सत्य के बोध द्वारा मानव जीवन को सभी प्रकार के भ्रमों से मुक्त करवाया; साथ ही समाज उत्थान हेतु अनेक कल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वित किया जिनमें सादा शादियां, नशा मुक्ति एवं युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरित किया। समाज में व्याप्त कुरितियों के उस दौर के उपरांत बाबा हरदेव सिंह के प्रेरक संदेश ‘रक्त नाड़ियों में बहे, न कि नालियों में’ द्वारा सभी श्रद्धालुओं को एक नई सकारात्मक दिशा मिली। उसी प्रेरक संदेश को प्रत्येक निरंकारी भक्त मानवता के उपकार हेतु निरंतर उसे जीवन्त रूप में अपनाकर लोक कल्याणार्थ हेतु अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है।
संत निरंकारी मंडल के सचिव जोगिन्दर सुखीजा ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह महा अभियान भारत में स्थापित संत निरंकारी मिशन के 99 ज़ोन की लगभग सभी ब्रांचों में आयोजित किया जायेगा। इन सभी रक्तदान शिविरों में रक्तदान से पूर्व की जाने वाली जाँच एवं स्वच्छता की ओर विशेष रूप से ध्यान दिया जायेगा। साथ ही रक्तदाताओं हेतु जलपान की समुचित प्रबंध व्यवस्था भी की जा रही है। रक्तदान शिविरों में रक्त संग्रहित करने हेतु इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी और सरकारी अस्पतालों से योग्य एवं प्रशिक्षित टीम आयेंगी।
निश्चित रूप में लोक कल्याण हेतु चलाया जा रहा यह महा अभियान निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा महाराज की सेवा प्रदत्त सिखलाइयो को दर्शाते हुए एकत्व एवं मानवता का दिव्य संदेश प्रेषित कर रहा है जिससे निरंकारी जगत का हर प्राणी प्रेरणा प्राप्त कर अपने जीवन को कृतार्थ कर रहा है।