– डूसू चुनाव के दौरान विरूपित संपत्ति को कर दिया गया है साफः मुख्य चुनाव अधिकारी
– छात्रों एवं विश्वविद्यालय के सहयोग से विरूपित संपत्ति की सफाई कर दी गई है
नई दिल्ली
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह पिछले 3 दिनों से कॉलेजों के निरीक्षण पर हैं। इसी कड़ी में शनिवार को उन्होंने दक्षिणी परिसर के कॉलेजों का दौरा किया। वह स्वयं सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के साथ कॉलेज प्राचार्यों व संबंधित अधिकारियों से चर्चा भी कर रहे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव 2024 के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) प्रो. सत्यपाल सिंह ने बताया कि कई कॉलेजों का निरीक्षण कुलपति द्वारा स्वयं किया गया है जबकि कई जगह अन्य अधिकारियों द्वारा टीम के साथ निरीक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि डूसू चुनाव 2024 के दौरान सम्पत्तियों पर लगे पोस्टरों एवं फ्लेक्स आदि को हटवाने को लेकर कुछ कमेटियों का गठन किया गया था। कर्मियों द्वारा सभी कॉलेजों का निरीक्षण किया जा चुका है। मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि छात्रों एवं विश्वविद्यालय के सहयोग से विरूपित संपत्ति की सफाई कर दी गई है। सीईओ ने बताया कि कुलपति ने स्वयं विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 24 अक्तूबर को हिंदू कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, रामजस कॉलेज और हंसराज कॉलेज का निरीक्षण किया। 25 अक्तूबर को उन्होंने सत्यवती कॉलेज (सुबह और शाम) एवं एसजीटीबी खालसा कॉलेज का दौरा किया। रविवार, 26 अक्टूबर को कुलपति ने मोतीलाल नेहरू कॉलेज (सुबह और शाम), राम लाल आनंद कॉलेज और आर्यभट्ट कॉलेज का दौरा किया और सफाई व्यवस्था का जायजा लिया।
कुलपति प्रो. योगेश सिंह लगातार व्यवस्थाओं पर नज़र रखे हुए हैं। वह खुद कॉलेजों और विभागों में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। प्रो. सत्यपाल सिंह ने बताया कि दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार 23 अक्टूबर को सभी कॉलेजों, विभागो, संस्थानों, केंद्रों से अनुरोध किया गया था कि वे स्वच्छता के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाए और स्थिति रिपोर्ट भेजें। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, 90 प्रतिशत से अधिक कॉलेजों, विभागों, संस्थानों, केंद्रों ने अपने परिसर को किसी भी तरह के विरूपण से मुक्त कर दिया है। उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने 23 अक्तूबर को आयोजित एक बैठक में इस बात पर ध्यान दिया कि संपत्ति के विरूपण की रोकथाम पर विश्वविद्यालय समिति (यूसीपीडीपी) का गठन अगस्त, 2018 में किया गया था। कुलपति ने दिल्ली उच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों के अनुपालन में यूसीपीडीपी समिति का गठन किया है। इस आशय की अधिसूचना 24 अक्टूबर को जारी की गई। 24 अक्तूबर 2024 को ही कुलपति ने डूसू उम्मीदवारों के साथ एक बैठक भी बुलाई और छात्रों को विरूपण को हटाने के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया। कुलपति ने विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि वे सार्वजनिक, निजी संपत्ति से विरूपण को हटाने के लिए कॉलेजों, विभागों, संस्थानों, केंद्रों और विश्वविद्यालय परिसरों का दौरा करके व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें।
प्रो. सत्यपाल सिंह ने बताया कि कई डूसू उम्मीदवारों ने भी अपनी टीमों के साथ मिलकर दीवारों की सफाई की है और सफाई से पहले और बाद की तस्वीरें भी चुनाव कार्यालय में जमा की हैं। दो उम्मीदवारों ने सफाई के वीडियो भी जमा किए हैं। डूसू चुनाव के मुख्य चुनाव अधिकारी ने 26 अक्टूबर को कॉलेजों और उसके आसपास की गंदगी का निरीक्षण करने के लिए सभी कॉलेजों, विभागों, संस्थानों, केंद्रों में 20 पर्यवेक्षकों की टीमें 10 अलग-अलग रूटों पर तैनात की। उन टीमों ने कॉलेज, विभागों, संस्थानों, केंद्रों में गंदगी की सफाई पर दोपहर बाद अपनी स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत की है। उन्होंने स्वयं इन कॉलेजों में सफाई का निरीक्षण करने के लिए हंसराज कॉलेज और लक्ष्मी बाई कॉलेज का दौरा किया। सभी पर्यवेक्षकों ने बताया कि उन्होंने पाया है कि कॉलेजों और उसके आसपास की गंदगी हटा दी गई है।