– गांव के बुजुर्गों का अपमान किए जाने पर रोहिणी जोन की उपायुक्त को तत्काल प्रभाव से किया जाए निलंबित
– मिट्टी हाथ में उठाकर कसम उठाई है कि हम यहां पर किसी भी कीमत पर कंपैक्टर नहीं लगने देंगे।
– मीट पशुओं के कटे हुए अंग तरह-तरह का गंदा कचरा डाल जाते हैं जिस पर निगम का कोई अंकुश नहीं
– दिल्ली के उप राज्यपाल वी के सक्सेना को ई-मेल से भेजा है एक पत्र
– कार्रवाई नहीं हुई तो उपायुक्त के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक बड़ा आंदोलन शुरू करेंग
दिल्ली देहात
दिल्ली नगर निगम के मुबारकपुर वार्ड और किराड़ी विधानसभा के अंतर्गत गांव मुबारकपुर डबास के ढलावघर को हटाकर कंपैक्टर लगाने की योजना के विरोध में आज शनिवार को बड़ी संख्या में महिला, पुरुष एवं युवाओं ने गांव मुबारक डबास की शमशान भूमि के पास में रोड पर लगभग 3 घंटे तक प्रदर्शन किया। बता दें कि दिल्ली नगर निगम ने गांव मुबारकपुर डबास के डलावघर को 3 दिन पहले तोड़कर यहां पर कंपैक्टर लगाने की योजना तैयार की थी। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि निगम प्रशासन से मिलकर अपने कमीशन के चक्कर में ग्रामवासियों का शोषण करना चाहते हैं। राजधानी दिल्ली के किसी भी गांव में श्मशान भूमि के गेट के साथ में ढलावघर एवं कंपैक्टर कहीं नहीं लगा हुआ है। ग्रामवासी पिछले दो वर्षों से कंपैक्टर को लगाने का घोर विरोध कर रहे हैं परंतु स्थानीय प्रतिनिधि व अधिकारी मिलकर गांव वालों पर गंदगी का अंबार लगाकर गांव को नष्ट करना चाहते हैं। 20 अक्टूबर 2023 को रोहिणी जोन की उपायुक्त निधि मलिक इस कंपैक्टर को लगवाने के लिए मौके का निरीक्षण करने आई थी, तो वहां पर उपस्थित गांव के सम्मानित वरिष्ठ नागरिकों ने अपनी असहमति जताई तो उपायुक्त महोदय अपने अफसरशाही रवैया पर दिखाते हुए बदतमीजी पर उतर आई। उन्होंने कहा कि मैं तुम्हें देखती हूं और पुलिस लाकर यहीं पर कंपैक्टर लगाऊंगी, गांव वालों का भी कहना था कि हम किसी भी कीमत पर यहां पर कंपैक्टर नहीं लगने देंगे।
गौरतलब है कि फरवरी 2022 में भी पूर्व निगम पार्षद व गांव वालों के बीच काफी वाद विवाद हुआ था और दोनों तरफ से कंझावला थाना में एफ आई आर दर्ज हुई थी। ग्रामीणों ने बताया कि अभी यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि पिछले कई महीनों से क्षेत्र के दो निगम पार्षद इस मामले पर फिर सक्रिय हो रहे हैं। परंतु गांव वालों ने आज मिट्टी हाथ में उठाकर कसम उठाई है कि हम यहां पर किसी भी कीमत पर कंपैक्टर नहीं लगने देंगे।
गांव वालों की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि इस ढलावघर में पूरी किराड़ी विधानसभा एवं साथ के वार्ड 33 की मीर विहार कॉलोनी में आसपास की कॉलोनी के लोग किसी भी समय यहां पर मीट पशुओं के कटे हुए अंग तरह-तरह का गंदा कचरा डाल जाते हैं जिस पर निगम का कोई अंकुश नहीं है। कुत्ते व दूसरे पक्षी मीट को उठाकर गांव की गलियों घरों की छतों पर एवं मुख्य पार्क में डाल देते हैं जिससे ग्राम वासियों का जीना दूर हो गया है।
इस विषय में चौगामा विकास समिति महासचिव के महासचिव विजेंद्र डबास ने 20 अक्टूबर को माननीय उप राज्यपाल वी के सक्सेना को एक पत्र ईमेल से प्रेषित किया है जिसकी प्रति निगम आयुक्त व दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव एवं जिलाधीश उत्तर पश्चिम जिला को भी प्रेषित की है। ग्रामीणों ने मांग की है कि यहां पर कंपैक्टर तो लगने से रोका ही जाए एवं रोहिणी जोन की उपयुक्त श्रीमती निधि मलिक द्वारा गांव वालों का अपमान किए जाने पर उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित भी किया जाए अन्यथा ग्रामवासी इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे। आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से आनंद डबास, सोमेश्वर डबास, हवा सिंह डबास, हेमचंद्र डबास, सुरेंद्र डबास एवं महिला मोर्चे की अध्यक्ष निर्मला भारद्वाज की टीम ने बहुत बड़ा योगदान दिया है और भविष्य में इस आंदोलन को कमजोर न पड़ने देने की गांव वालों ने कसम खाई है और जब तक निगम इस योजना को पूरी तरह रद्द नहीं कर देता आंदोलन जारी रहेगा।