– दिन में ही केंद्र में जल्द सरकार बनाने का सपना देखने लगे हैं-वीरेन्द्र सचदेवा
नई दिल्ली, 17 जनवरी। दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेहद अहंकारी नेता हैं और गुजरात चुनाव में करारी हार के बाद वह और उनकी पार्टी जो कुछ भी कर रहे हैं, वह दर्शाता है कि उन्होंने अपना राजनीतिक संतुलन और मानसिक शांति खो दी है। जिस तरह से मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली के उपराज्यपाल के साथ बहस कर रहे हैं और माननीय सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणीयों की गलत व्याख्या करने की कोशिश कर रहे हैं, उससे पता चलता है कि केजरीवाल ने वर्तमान उपराज्यपाल द्वारा आदेशित कई जांचों द्वारा अपनी सरकार में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खुलासे के बाद अपना राजनीतिक विश्वास खो दिया है, शराब घोटाला, क्लास रूम निर्माण, दिल्ली जल बोर्ड घोटाला और सबसे बढ़कर विज्ञापन वसूली मामले में केजरीवाल हताश हो गये हैं।
सचदेवा ने कहा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल एक अहंकारी नेता हैं जो यह महसूस करते हैं कि चुनाव जीतने से संवैधानिक प्रावधानों की गलत व्याख्या करने और अपनी सनक के अनुसार संविधान को ओवरराइड करने का अधिकार मिल गया है और यह उनका सनकी स्वभाव है जो उन्हें उपराज्यपाल के खिलाफ बोलने के लिए मजबूर करता है। 1952 के बाद से सभी दलों की कई निर्वाचित सरकारें दिल्ली में आईं हैं, लेकिन सभी ने स्वीकार किया कि दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश है और इसलिए उपराज्यपाल प्रशासक हैं, जिनके पास शासन के आरक्षित और स्थानांतरण दोनों विषयों पर अंतिम प्रचलित शक्ति है।
सचदेवा ने कहा है कि यह स्तब्ध कर देने वाली बात है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के अहंकारी दिवास्वप्न इस स्थिति में पहुंच गए हैं कि केंद्र में उनकी पार्टी की जल्द सरकार बनेगी। यह वाकई चौंकाने वाली बात है कि जिस पार्टी का लोकसभा में एक भी सांसद नहीं है, उसके अध्यक्ष केजरीवाल जल्द ही केंद्र में सरकार बनाने का सपना देख रहे हैं।