- भाजपा और आम आदमी पार्टी रेलवे लाईन के नजदीक बसे 48000 जे.जे. कलस्टरों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उनका पुनर्वास करने की बजाय एक दूसरे पर आरोप लगाकर नूरा कुश्ती लड़ रहे है
- यह दिल्ली कांग्रेस ही है जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी रेलवे लाईन पर बसी झुग्गियों की मदद के लिए सबसे पहले आगे आई और कांग्रेस इन जे.जे. कलस्टरों को पुनर्वास से पहले तोड़ने से बचाने में कोई कसर नही छोड़ेगी
- दिल्ली कांग्रेस ने रेलवे लाईन के नजदीक बसे 48000 जे.जे. कलस्टरों को बचाने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता सलमान खुर्शीद के दिशा निर्देश के तहत पीड़ित झुग्गीवासियों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पेटीशन फाइल किया
नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनो झुग्गी झौपड़ियों के नाम पर नूरा कुश्ती कर रही है, जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रेलवे लाईन के नजदीक बसी 48000 झुग्गियों पर उजाड़ने की तलवार लटकी हुई है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यदि यह जेजे कलस्टर उजड़ते है तो यह भाजपा शासित नगर निगमों और अरविन्द सरकार निष्क्रियता और अक्षमता के कारण बर्बाद होंगे।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि रेलवे ट्रेक के पास बसी झुग्गी झौपड़ियों को उजाड़ने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली कांग्रेस ने इन्हें बचाने के लिए जो सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करने का जो वायदा किया था आज वरिष्ठ अधिवक्ता श्री सलमान खुर्शीद के दिशा निर्देश के तहत पीड़ित झुग्गीवासियों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पेटीशन फाइल कर दी गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 30-40 सालों से जे.जे. कलस्टरों में रहने वाले इन गरीब लोगों को उजड़ने से बचाने के लिए हर सम्भव सहायता करेंगी, जबकि यह गरीब लोग भाजपा और आप पार्टी से अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे है, क्योंकि दोनो पार्टियों ने इनकी मदद करने के झूठे वायदे किए थे।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा और आप पार्टी सत्ता में होने के बावजूद जे.जे. कलस्टरों को विस्थापित करने के मुद्दे को हल करने की बजाय एक दूसरे पर आरोप लगाकर लोगों को बेवकूफ बना रही है। भाजपा और आप पार्टी अब राजनीतिक लाभ उठाने के लिए झुग्गीवासियों के लिए मगरमच्छी आंसू बहा रहे है, जबकि दोनो सरकारों ने अभी तक जे.जे. कलस्टरों को बचाने के लिए कोई भी सकारात्मक कदम नही उठाया है और दोनो पार्टियां जे.जे. कलस्टरों में रह रहे लगभग 10 लाख लोगों के जीवन से फुटबाल की तरह खेल रहे है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश लागू हुआ ताक लाखों लोगों के सर से छत छिन जाऐगा, जो पहले से ही कोविड-19 महामारी से प्रभावित है, जबकि राजधानी में कोविड महामारी का सामुदायिक फैलाव जारी है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा और और आम आदमी पार्टी ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि जे.जे. कलस्टरों को वैकल्पिक स्थानो पर विस्थापित किया जाऐगा या जहां झुग्गी है वही पर मकान बनाकर दिए जाऐगे, परंतु भाजपा नगर निगम में 14 सालों से और आप पार्टी 6 साल से सत्ता में है। दोनो ही पार्टियों ने इन गरीब लोगों के लिए कुछ नही किया। चौ0 अनिल कुमार ने अरविन्द सरकार से पूछा कि कांग्रेस की शीला सरकार के शासन में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में राजीव गांधी आवास योजना के तहत बने 59000 फ्लैटों का निर्माण शुरु हुआ था जो अब अलॉटमेंट के लिए तैयार है तो अरविन्द सरकार को इन फ्लैटों को अलॉट करने से किसने रोका है? उन्होंने कहा कि आप पार्टी ने सत्ता में आने के बाद भी गरीबों को विस्थापित करने के लिए कोई योजना नही बनाई।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि रेलवे ट्रेक के पास बसे जे.जे. कलस्टरों को तोड़ने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आप पार्टी और भाजपा राजनीतिक दिखावा कर रहे है क्योंकि तुगलकाबाद जेजे कलस्टरों में तोड़फोड़ के नोटिस लगने लगे है, जबकि मानसरोवर पार्क में बिना किसी सूचना के तोड़फोड करने के लिए बुलडोजर को तैनात कर दिया गया।
- निगम कर्मचारियों के वेतन की मांग को दिल्ली कांग्रेस का उत्तरी दिल्ली नगर निगम करोल बाग जोन पर धरना।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और सफाई कर्मचारी यूनियन के कार्यकर्ताओं ने आज निगम कर्मचारियों के रुके हुए वेतन, भत्ते सहित कोविड ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले सफाई कर्मचारियों को कोरोना यौद्धा के तहत दिल्ली सरकार द्वारा घोषित 1 करोड़ का मुआवजा दिलाने के संबध में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के करोल बाग जोन कार्यालय, आनन्द पर्वत पर धरना दिया। धरने में मौजूद नेताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनो पार्टियों की नियत में खोट है और इनमें सोच की कमी के कारण नैतिकता और लोकतंत्र की हत्या हो रही है। उन्होंने कहा कि शांति पूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज करा रहे कार्यकर्ता को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया गया और महिलाओं सहित सरकारी कर्मचारियों को भी भगा दिया गया। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहले कभी ऐसी दमनकारी नीति देखने को नही मिली। धरने में प्रदेश उपाध्यक्ष जय किशन के साथ जिला अध्यक्ष मदन खोरवाल, पूर्व विधायक चरण सिंह कंडेरा, जय प्रकाश चंदेल, मुकेश बिडलान, ओम प्रकाश, पप्पू तंवर, सुरेश दुर्गत, बॉबी गहलोत, राजेश खन्ना, सुशीला खोरवाल, नरेश राम और सुरेश उज्जैनवाल सहित सैंकड़ों निगम कर्मचारी भी मौजूद थे।