– आईपी यूनिवर्सिटी में भी मना राष्ट्रीय महिला दिवस
– एबीवीपी ने द्वारका में संगोष्ठी का आयोजन किया
नई दिल्ली, 08 मार्च2024।
आज शिवरात्रि एवं महिला दिवस के संयुक्त दिवस पर भाजपा की दिल्ली से संसदीय चुनाव की दो प्रत्याशियों कमलजीत सहरावत एवं बांसुरी स्वराज की जनसंवाद सुबह बहुत उत्साह से हुई। कमलजीत सहरावत ने तिलक नगर के शिव मंदिर में तो बांसुरी स्वराज ने मंदिर मार्ग के प्राचीन वाल्मीकि मंदिर के शिवालय में शिव पूजन किया। महिला दिवस के उपलक्ष में बांसुरी स्वराज ने मंदिर मार्ग पर वाल्मीकि समाज की सफाई कर्मी महिलाओं का अभिनंदन किया तो कमलजीत सहरावत ने द्वारका बी वार्ड की सभी महिला सफाई कर्मियों का अभिनंदन किया। सहरावत एवं स्वराज ने कहा कि हमें रानी लक्ष्मी बाई, अहिल्या बाई से लेकर सरोजिनी नायडू एवं कल्पना चावला तक से प्रेरणा लेकर देश की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए काम करना है।
आईपी यूनिवर्सिटी में विकसित भारत/2047 को केंद्र में रख कर राष्ट्रीय महिला दिवस पर ‘जेंडर पर्स्पेक्टिव’ पर एक सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए चाइल्ड वेलफेयर कमिटी, पूर्वी दिल्ली की चेयरपर्सन मधु कृष्ण गर्ग ने कहा कि महिला विकास के बग़ैर देश का विकास संभव नहीं है। इसके मद्देनज़र पुरुषों के समान महिलाओं की तरक़्क़ी पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के विकास पर किया गया निवेश देश के विकास पर किया गया निवेश है। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. (डॉक्टर) महेश वर्मा ने अपने संदेश में कहा कि सदियों से महिलाओं का समाज में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
- – एबीवीपी ने ‘अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस’ पर द्वारका में संगोष्ठी का अयोजन किया
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को पश्चिमी विभाग के द्वारका जिले में ‘नारी सशक्तिकरण में समाज का योगदान ‘ विषय पर संगोष्ठी का अयोजन किया। इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के तौर पर अभाविप दिल्ली की प्रांत छात्रा प्रमुख डॉ दीप्ति सिंह एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव अपराजिता उपस्थित रहीं।मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ दीप्ति सिंह ने नारी सशक्तिकरण एवं महिलाओं का समाज में योगदान विषय पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, हमारे समाज में महिलाओं का विशिष्ट स्थान है। इनके योगदान के बिना पूर्ण समाज की संकल्पना स्वीकार नहीं की जा सकती। हमें इन्हें सशक्त करने के लिए सार्थक प्रयास कर इन्हें आगे बढ़ाने में सहायता करनी चाहिए।
विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव अपराजिता ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, हमारे इतिहास और परंपरा में नारियां विशिष्ट रहीं है। आदि काल से ये हमारे समाज का महत्त्वपूर्ण अंग रही हैं, जिन्होंने जरूरत पड़ने पर समाज को हर तरीके से सशक्त किया है। आज के दौर में भी नारियां सतत सशक्त हो रही हैं एवं अपनी प्रतिभा और कौशल से समाज के विकास में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। आने वाले दौर में महिलाएं और भी सशक्त होंगी तथा समाज के हर एक क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का परचम लहराएंगी।