- सिंतबर माह से आशा और आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता राजधानी बाल टीकाकरण कार्यक्रम को गति देंगे
- कोरोना की महामारी के कारण टीकाकरण अभियान में आवश्यक सावधानियां बरती जाएंगी
- बाल टीकाकरण अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका होगी दस हजार आंगनवाड़ी केन्द्रों की
नई दिल्ली : दिल्ली महिला और बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने राजधानी में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से टीकाकरण और चिकित्सा सेवाओं की सुविधा को प्रदान करने के विषय पर रविवार को एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में दिल्ली सरकार के महिला और बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक के उपरांत दिल्ली महिला और बाल विकास मंत्री ने बताया कि कोविद-19 के दृष्टिगत आज सभी को स्वयं की और अपने आस-पास दूसरे व्यक्तियों की सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है। इस समय सावधानी और पूर्व उपायों के प्रबंधन को सर्वाधिक प्राथमिकता दी जानी चाहिए लेकिन बच्चों के स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य के लिए बाल टीकाकरण कार्यक्रम भी अनिवार्य आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग को आशा (प्रत्यायित सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सहायता से टीकाकरण और प्रतिरक्षण कार्यक्रम को सभी आवश्यक सावधानियों के साथ आरंभ करने का निर्देश दिया गया है।
दिल्ली के महिला और बाल विकास मंत्री ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के कारण प्रतिरक्षण की गतिविधियां बाधित हुई थी, लेकिन आंशिक अनलॉक के बाद की परिस्थिति में टीकारण और प्रतिरक्षण को एक अनिवार्य आवश्यकता मानते हुए बच्चों को हरसंभव रूप से सुविधाएं बहाल करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के हर महीने प्रतिरक्षण शिविरों के आयोजन में सहयोग के कारण एक महत्वपूर्ण भूमिका है। कैबिनेट मंत्री गौतम ने कहा कि महिला और बाल विकास विभाग का राजधानी में करीब 10,000 आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को प्रतिरक्षण के लिए नामांकित करने में महत्ती योगदान देता है। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से प्रति माह प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र में टीकाकरण शिविर लगाया जाता है।
दिल्ली सरकार के महिला और बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर सितंबर में टीकाकरण और प्रतिरक्षण कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे। इस कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता टीकाकरण के अभियान में चिकित्सा कार्यकर्ताओं को सहयोग प्रदान करेंगे। जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनवाड़ी सहायक राजधानी में टीकाकरण शिविरों के आयोजन और समन्वय के कार्य में दाइयों (एएनएम) और मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशा) की सहायता करेंगे। प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र में एक महीने में एक बार टीकाकरण शिविर आयोजित होगा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी सहायक अपने क्षेत्र में प्रत्येक बच्चे के टीकाकरण को सुनिश्चित करेंगे। वे टीकाकरण शिविर के दौरान ऐसे बच्चों को जुटाएंगे, जिन्हें टीका लगना है। प्रत्येक बच्चे को टीका लगने के समय एक परिचर की उपस्थिति को सुनिश्चित किया जाएंगा। टीकाकरण कार्यक्रम के समय सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों के साथ उचित शारीरिक दूरी बरतने का भी ध्यान रखा जाएगा।