- अगर केन्द्र की मोदी सरकार और दिल्ली की अरविन्द सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस उपाय नही उठाऐंगी तो कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली के मुख्यमंत्री, मंत्रियों, आप और भाजपा के सांसदो और विधायकां से जवाब मांगेंगे और जवाब न मिलने पर काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेंगे
- कोविड -19 महामारी के बावजूद, दिल्ली में महिलाए सुरक्षित नही है – राजधानी में कानून व्यवस्था भगवान भरोसे है – राजधानी रेप केपिटल बन गई है- प्रो0 किरण वालिया
नई दिल्ली : कोविड -19 महामारी के बावजूद, दिल्ली में यौन उत्पीड़न और हमलां से दिल्ली की महिलाए बची नहीं है, क्योंकि पिछले एक महीने में, दो नाबालिग लड़कियों और दो अन्य के साथ यौन उत्पीड़न और यौन शोषण की घटनाऐं राजधानी में हुई हैं, जबकि दिल्ली की अरविन्द सरकार और केन्द्र की मोदी सरकार अपने खोखले घोषणाओं के बावजूद महिलाओं की सुरक्षा और उनके बचाव को सुनिश्चित करने में विफल रही हैं। आम आदमी पार्टी की अरविन्द सरकार से मांग की गई कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए मौहल्ला मार्शल, डीटीसी बसों में मार्शल की नियुक्ति की जाए और महिलाओं के खिलाफ अपराध के प्रत्येक मामलों को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाए जाएं ताकि पीड़ित महिलाओं को जल्द न्याय मिल सके।
प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली सरकार पूर्व मंत्री प्रो0 किरण वालिया, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवानी चोपड़ा, पूर्वी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस नेता कु0 रिंकू, नीतू वर्मा, अमरलता सांगवान, अमृता धवन, ओनिका मेहरोत्रा, और रिची भार्गव मौजूद थी। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि जब तक भाजपा की केन्द्र सरकार और अरविन्द सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई कोई ठोस कदम नही उठाऐगी, तब तक कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, उनके मंत्रियां, और भाजपा के सांसदां के विधायकों को, जहां कही भी उनके कार्यक्रम होंगे, उनका विरोध करते हुए उनसे महिला सुरक्षा के लिए उपायों पर प्रश्न पूछेंगे और जवाब न देने पर उन्हें काला झंडा दिखाया जाऐगा। चौ0 अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार से मांग की कि दिल्ली में बलात्कार पीड़ित महिलाओं को 10 लाख रुपये मुआवजा दे और उन्हें सरकारी नौकरी भी दी जानी चाहिए, ताकि समाज द्वारा उपेक्षित की जाने वाली ये महिलाएं अपने जीवन को सम्मानपूर्वक जी सके।
संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए प्रो0 किरण वालिया ने कहा कि पिछले मंगलवार को पीरागढ़ी में नाबालिग ‘‘नन्ही परी’’ के साथ यौन उत्पीड़न की शर्मनाक घटना हुई, कुछ दिन पहले सरदार पटेल कोविड सेन्टर, छत्तरपुर में 14 साल की कोरोना मरीज के साथ बलात्कार हुआ, हिन्दुराव अस्पताल में एक महिला मरीज के साथ सामूहिक बलात्कार की खबर आई, बुधवार, 5 अगस्त को 16 साल की बच्ची के साथ नेताजी सुभाष पैलेस क्षेत्र में बलात्कार हुआ और बलात्कार, यौन उत्पीड़न और महिलाओं के खिलाफ अपराध के अनगिनत मामले है जो पंजीकृत ही नही हो पाते है। दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध 2017 में 11,542 और 2018 में 13,640 मामले सामने आए और राजधानी रेप केपिटल के नाम से जानी जा रही है।
प्रो0 किरण वालिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार दिल्ली में महिलाआें के खिलाफ अपराधों की सहानुभूति पाकर दिल्ली की सत्ता में आई थी और निर्भया कांड के समय केजरीवाल ने कहा था कि जो सरकार महिलाओं की सुरक्षा नही कर सकती उसे सत्ता में रहने का कोई हक नही है। सत्ता में आने के बाद महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने की सिर्फ घोषणाऐं ही की है, और जो सीसीटीवी कैमरे लगाए भी गए वे बंद पड़े है। उन्होंने कहा कि अरविन्द सरकार की महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता साफ उजागर हो जाती है कि निर्भया फंड के तहत 390 करोड़ जारी राशि में से महिलाओं की सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं पर सिर्फ 19 करोड़ रुपये ही खर्च हुए।
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के कारण अराजकता का माहौल है और दिल्ली में महिलाऐं बिलकुल भी सुरक्षित नही है, क्योंकि केजरीवाल पूर्व मंत्री और विधायक पर भी बलात्कार, यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और धारा 354 के तहत केस चल रहे है, जबकि भाजपा विधायक भी कोई महिलाओं के प्रति अपराधों से कोई अछूते नही है। प्रो0 किरण वालिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी के रिठाला से विधायक मोहिन्दर गोयल, सुल्तानपुर माजरा के विधायक एवं पूर्व मंत्री संदीप कुमार पर बलात्कार के मुकद्मे दर्ज है। उन्होंने कहा कि आप पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान, प्रकाश जरवाल, जरनैल सिंह और दिनेश मोहनिया पर धारा 354 के तहत मुकद्में दर्ज है और भाजपा विधायक अभय वर्मा पर भी धारा 354 में मुकद्मा दर्ज है।
कु0 रिंकू ने कहा कि नरेला विधायक शरद चौहान पर आप पार्टी की महिला कार्यकर्ता सोनी मिश्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है, महरौली से विधायक नरेश यादव पर सोशल मीडिया में एक महिला ने आरोप लगया कि MLA उनको जान से मरवा सकता है और पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती पर अपनी पत्नी के साथ मारपीट और घरेलू हिंसा का केस चल रहा है। शिवानी चौपड़ा ने कहा कि दिल्ली से निर्वाचित सांसद मीनाक्षी लेखी दिल्ली में महिलाओं के साथ हो प्रतिदिन अपराधों पर चुप क्यों है और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जो निर्भया केस के बाद दिल्ली भर में कैंडल लेकर प्रदर्शन कर रही थी, परंतु आज जब दिल्ली में बहुत छोटी और नाबालिग लड़कियों के साथ लगातार यौन उत्पीड़न की घटनाऐं होने चुप रहने से भाजपा की केन्द्र सरकार की महिलाओं के प्रति असंवेदनशीला साफ उजागर होती है।