- प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल विधिक एवं मानव अधिकार विभाग के चैयरमेन एडवोकेट सुनील कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के समक्ष आंदोलन कर रहे किसानों के लिए पानी, टायलेट, स्वास्थ्य सेवाओं सहित अन्य जनसुविधाओं में रुकावट पैदा करने के खिलाफ एक शिकायत याचिका दायर की
- मानव अधिकार आयोग की टीम गठित करके तुरंत दिल्ली की सीमाओं का दौरा करें और वहां के हालात का जायजा लेकर उपयुक्त निर्देश जारी करें : एडवोकेट सुनील कुमार
नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के निर्देशानुसार प्रदेश कांग्रेस के विधिक एवं राष्ट्रीय मानव अधिकार विभाग के चैयरमेन एडवोकेट सुनील कुमार के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, भारत सरकार के समक्ष दिल्ली सरकार, यूपी सरकार, हरियाणा सरकार और दिल्ली पुलिस आयुक्त के खिलाफ बेरीकेड लगाने की शिकायत दर्ज कराई जिससे दिल्ली की सीमाओं पर मोदी सरकर द्वारा पास कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के लिए पानी, टायलेट, स्वास्थ्य सेवाओं सहित बिजली व अन्य जनसुविधाओं की परेशानी हो रही है।
प्रदेश कांग्रेस के विधिक एवं राष्ट्रीय मानव अधिकार विभाग का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के अधिकारियों से मिला और अपील की कि मानव अधिकार आयोग की टीम गठित करके तुरंत दिल्ली की सीमाओं का दौरा करें और वहां के हालात का जायजा ले कि कैसे बदहाल हालात में किसान पानी की कमी बिजली, स्वास्थ्य सेवाओं और टायलेट की कमियों के कारण परेशानियों का सामना कर रहे है, और दिल्ली, यूपी, हरियाणा सरकार और दिल्ली पुलिस को तुरंत निर्देश दे कि दिल्ली की सीमाओं पर तुरंत सुविधाऐं बहाल की जाऐं।
प्रदेश कांग्रेस विधिक एवं मानव अधिकार विभाग के चैयरमेन एडवोकेट सुनील कुमार ने बताया कि यह अमानवीय कार्यवाही है कि किसानों को मिलने वाली बेसिक सुविधाऐं अवरुद्ध की गई है जबकि कृषि कानूनो के खिलाफ 23 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे है और अभी तक लगभग 155 किसान अपनी जान गंवा चुके है। उन्होंने बताया कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, और सभी को मौलिक अधिकार है कि अपने हक के लिए शांति पूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर सकें परंतु दिल्ली, हरियाणा और यूपी सरकार द्वारा सीमाओं पर बेरीकेड लगाने से किसानों को मिलने वाले पानी, टायलेट और बिजली इत्यादि सुविधाओं में परेशानी हो रही है, जबकि यह सुविधाऐं किसानों के जीवन के लिए बहुत जरुरी है और दिल्ली की सीमाओं पर अत्यधिक संख्या में किसानों जिनमें वरिष्ठ नागरिक सहित महिलाए भी शामिल है, इनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।