- निष्काम सेवा भाव से आएंगे तो मिलेगी बहुत कुछ सम्मान
- पदक विजेता डीसीडी कर्मियों ने साझा किए अपने विचार
- गत गणतंत्र दिवस पर देश में प्रतिष्ठित सम्मान से किया सम्मानित
- अद्भुत सेवा करने वाले डीसीडी अधिकारी बने युवाओं के लिए प्रेरक
नई दिल्ली : दिल्ली में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, उसके बाद दिल्ली सिविल डिफेंस (डीसीडी) का नाम कई बार सुर्खियों में रहा है। साहसिक कार्य, मदद, बेहतर कार्य और इस विभाग की कार्यशैली पर प्रश्नसूचक चिह्न लगाने के कार्य भी हुए हैं। हाल ही में वेतन की मांग को लेकर दिल्ली सरकार के उत्तरी जिला, राजस्व विभाग के सामने एक डीसीडी कर्मी ने अपने वेतन के लिए प्रशासन को पूर्व सूचना के बाद आत्मदाह का प्रयास किया। गनीमत रही कि समय रहते इस कर्मी को बचा लिया गया। लेकिन बता दें कि इस विभाग में जो सिर्फ और सिर्फ सेवा करने के लिए आता उसे बहुत कुछ मिलता है। बता दें कि इस वर्ष 2021 को गत गणतंत्र दिवस पर देश में प्रतिष्ठित व अद्भुत सेवा करने वाले डीसीडी अधिकारियों को सम्मानित किया गया। दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग के अंतर्गत नागरिक सुरक्षा निदेशालय के प्रमुख राहुल सुदन ने बताया कि यहां चार अधिकारियों को इस बार राष्ट्रपति पदक सहित होम गार्ड व नागरिक सुरक्षा पदक के लिए सम्मानित किया गया है।
- निष्काम सेवा करेंगे तो मिलेगा बड़ा सम्मान: सोलंकी
राष्ट्रपति पदक सम्मानित बलजीत सिंह सोलंकी (एडीशनल चीफ वार्डन ) का कहना है कि सिविल डिफेंस में शामिल होने वाले नागरिक निष्काम सेवा करेंगे तो उनको बहुत कुछ सीखने और करने को तो मिलेगा ही साथ देश का बड़ा व प्रतिष्ठित सम्मान भी उन्हें मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि पिछले 25 साल से निष्काम सेवा की है। जिसके चलते सरकार ने मुझे इस पदक से सम्मानित किया है। जबकि आज का युवा वेतन पाने के लिए आते हैं, जबकि इस विभाग में ऐसा नहीं होता है। सोंलकी ने सलाह दी है कि युवा वर्ग यदि चाहे तो यहां आकर बहुत कुछ सीख सकता है और स्वयं के विकास के साथ ही देश सेवा के लिए पार्ट टाइम के रूप में कार्य कर सकता है।
- निष्काम सेवा भावना के लिए दिल्ली सिविल डिफेंस में बहुत कुछ है: हिरदेश कुमार
होम गार्ड व नागरिक सुरक्षा पदक से सम्मानित हिरदेश कुमार चैहान (फिल्ड मेसेंजर) ने बताया कि यहां नागरिकों के लिए देश सेवा, स्वयं की रक्षा, सरकारी सिस्टम समझने और निष्काम सेवा भावना के लिए दिल्ली सिविल डिफेंस में बहुत कुछ है। निष्काम सेवा करना ही इस विभाग का प्राथमिक कार्य है। युवा वर्ग यदि देश सेवा करना करना अपना प्राथमिक उददेश्य रखना चाहते हैं तो ही इसमें शामिल हो। यहां से एक अनुसाशन का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वह कहीं भी कामयाब हो सकता है। उन्होंने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि यहां पैसा बटोरने का प्रयास बिलकुल नहीं करना चाहिए। यह विभाग देश सेवा के लिए बनाया गया है, आपदा के समय डीसीडी कर्मियों ने बहुत से साहसिक कार्य किए हैं।
- विभाग उनके लिए जा देश की सेवा के लिए रहते हैं तत्पर: जितेंद्र कुमार
होम गार्ड व नागरिक सुरक्षा पदक से सम्मानित जितेंद्र कुमार मेहतो (जूनियर इंसट्रक्टर) ने बताया कि नागरिकों को मेरा संदेश है कि यह विभाग उन नागरिकों के लिए बनया गया है जो हर समय देश की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। किसी भी आपदा में स्वयं की रक्षा करते हुए अन्य नागरिकों की जान बचाने के लिए तैयार रहते हैं। सभी नागरिक इस विभाग के लिए नहीं बने हैं। देखने में आया है कि इस विभाग में नागरिक अब देश सेवा की जगह कुछ अन्य कार्य करने के लिए शामिल हो रहे हैं और इससे उन्हें व सरकारी सिस्टम को भी परेशानी होती है। कुछ लोग डीसीडी की वर्दी को भी बदनाम करने का प्रयास करते हैं। देश की सेवा और लोगों की सेवा करना चाहते तो ही इस विभाग में जुड़े।
- पैसा कमाने वालों के लिए नहीं बनाया गया है यह विभाग: इक्बाल सिंह
होम गार्ड व नागरिक सुरक्षा पदक से सम्मानित इक्बाल सिंह जगदेव ( सीनियर चीफ वार्डन ) ने बताया कि यदि आप कोई कार्य जैसे बिजनैस आदि प्राइवेट नौकरी करते हैं तो उसे करें और इस कार्य को एक मदद व सहायता के रूप में करे। पहले परिवार है और उसके बाद अन्य कार्य। यदि यहां पैसा कमाने के लिए शामिल होते हैं तो यह कार्य उनके लिए नहीं है। देश सेवा करना चाहते हैं तो दिल्ली सिविल डिफेंस में जुड़कर पहले बेसिक ट्रेनिंग ले और उसके बाद ही विभाग में कार्य करें। यदि आप किसी प्राकृतिक आपदा में देश के लोगों की सेवा करना चाहते हैं तभी इसमें शामिल हो। यह तो सब जानते हैं कि जो बुरा करता है तो उसका भला हो ही नहीं सकता है, कभी ना कभी वह फंसता ही है।
- देश सेवा की भावना है तो इस विभाग में हो शामिल: अमित कुमार सोलंकी
डीसीडी कर्मी अमित कुमार सोलंकी का कहना है कि वह यहां देश और नागरिकों की सेवा भावना के लिए यहां शामिल हुए और इस विभाग में शामिल होने के बाद उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने अनुशासन के साथ ही आपदा के समय डीसीडी कर्मी कैसे कार्य करते हैं, किस प्रकार से अन्य विभागों के साथ तालमेल रखकर कार्य करते हैं। यह सब सिखाया गया है। उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी बहुत बढ़ रही है। युवा वर्ग को भी गुमराह किया जाता है कि इस विभाग में शामिल होने के बाद अच्छा वेतन दिया जाता है। कई युवा यहां शामिल होने के बाद वेतन का इंतजार करते हैं लेकिन यह एक निष्काम सेवा है और प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अन्य विभागों में जरूरत होती है तो डीसीडी विभाग उस विभाग में उन्हें संस्तुत करता है ताकि वह विभाग कार्य के बदले वेतन दे सके।
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