- दिल्ली कांग्रेस हमेशा यह कहती रही है कि केजरीवाल सरकार कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े सही नहीं बता रही है
- 29 मई, 2020 तक मरने वालों की संख्या 398 बताई गई और जिसमें 69 मौत के पुराने मामले थे
- इससे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के आरोप पुख्ता साबित होते हैं
- केजरीवाल को दिल्ली के लोगों को गुमराह करने के लिए माफी मांगनी चाहिए
- पिछले दो दिनों में दिल्ली में प्रतिदिन 1000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं
- जिस कारण दिल्ली देश में कोरोना मामलों में तीसरे स्थान पर आ गया है
नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यह बहुत ही चौकाने वाला है कि दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि दिल्ली देश में तीसरे नम्बर पर आ गया है। दिन प्रतिदिन दिल्ली में पिछले 2 दिन से लगातार 1000 से ज्यादा लोग कोविड से संक्रमित हुए है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस लगातर यह कह रही है कि केजरीवाल सरकार द्वारा बताऐ जा रहे मौत के आंकड़ें सही नही है, जबकि यह साबित हो गया है क्योंकि 29 मई, 2020 तक मरने वालों की संख्या 398 दर्ज हुई है जिसमें 69 मृत्यु के मामले पुराने है, इससे कांग्रेस कांग्रेस का आरोप पुख्ता हुआ है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार के पास महामारी को नियंत्रण करने के लिए कोई उचित रणनीति नही है, वह पूरी तरह से भ्रमित हो चुकी है और केजरीवाल ने कोरोना वायरस की जांच हेतू रणनीति बनाने के लिए अपने ही मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ कोई बातचीत नही की। उन्होंने कहा कि कोरोना मामलों में अधिक बढ़ौत्तरी का मुख्य कारण केजरीवाल का एकतरफा फैसलें लेना हैं, जैसे कि लोगों को घर पर आइसोलेशन रहने के लिए विज्ञापनों पर सरकारी खजाने का पैसा खर्च किया जा रहा है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल कोरोना से हुई मौतों के वास्तविक आंकड़ों को छिपा रहे है और दिल्ली के लोगों को सलाह दे रहे है कि कोरोना से संक्रमित होने पर घबराऐं नही घर पर ही आईसोलेशन में रहे। अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल लोगों को घर पर आईसोलेशन में रहने का तरीका और हिदायते आदि विज्ञापन देकर भारी धनराशि खर्च करने से बच सकते थे और यह जानकारी डिजीटल प्रेस कांफ्रेस के माध्यम से मीडिया के द्वारा दी जा सकती थी। चौ0 अनिल कुमार ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि घर पर आइसोलेशन के नियमों का वो लोग कैसे पालन कर सकते है, जो एक बेडरुम या 2 बेडरुम वाले घर में रहते हैं। उन्होंने केजरीवाल को याद दिलाया कि उन्होंने अभी कुछ समय पहले ही कहा था कि कोरोना मामलों से निपटने के लिए दिल्ली के अस्पताल पूरी तरह समर्थ है, परंतु अब केजरीवाल कोरोना संक्रमित होने पर लोगों को घर पर ही आईसोलेशन में रहने की सलाह देकर उन्हें भगवान भरोसे छोड़ रहे है और इन कोरोना मरीजों की घर पर हालत बिगड़ती है तो वह स्वयं जिम्मेदार होंगे और इससे दिल्ली सरकार बिना जिम्मेदारी लिए साफ-साफ बच निकलना चाहती है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मैं दिल्ली का बेटा होने के नाते केजरीवाल से पूछता हूँ कि वे दिल्ली के अभिभावक है तो फिर दिल्ली के लोगों को घर पर ही आइसोलेशन में रहने की सलाह देकर मौत के कुंए में क्यों धकेल रहे है? अनिल कुमार ने मांग की कि केजरीवाल को दिल्ली के लोगों से कोरोना के वास्तविक आंकड़ो छिपाकर उन्हें गुमराह करने पर माफी मांगनी चाहिए ताकि उनकी अपनी सरकार की भारी असफलताओं और अक्षमताओं की भरपाई की जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संकट में चुनौतीपूर्ण स्थिति बनी हुई है वह केजरीवाल सरकार के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है और दिल्ली सरकार कोरोना से निपटने में पूरी तरह विफल रही है।