नई दिल्ली, 8 सितंबर, 2022: आज एचडीएफसी बैंक ने बताया कि इसने स्वतंत्र शोध करने के लिए एक चेयर को पूंजी प्रदान करने के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ इकॉनॉमिक ग्रोथ (आईईजी) के साथ एक समझौतापत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह चेयर नई दिल्ली के आईईजी कैंपस में स्थित होगी और इसे ‘एचडीएफसी बैंक चेयर ऑफ बैंकिंग एंड फाईनेंस’ के नाम से जाना जाएगा। इस चेयर के लिए एचडीएफसी बैंक पाँच सालों से ज्यादा समय तक आईईजी का सहयोग करेगा और 1 सितंबर, 2022 से लागू इस अवधि में 6.75 करोड़ रु. की वित्तीय मदद देगा।
आज एचडीएफसी बैंक और इंस्टीट्यूट ऑफ इकॉनॉमिक ग्रोथ के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अतनु चक्रबर्ती, चेयरमैन, एचडीएफसी बैंक और प्रोफेसर रमेश चंद, सदस्य, नीति आयोग एवं चेयरमैन, आईईजी और बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम में प्रोफेसर चेतन घाटे, डायरेक्टर, आईईजी द्वारा एनके सिंह, प्रेसिडेंट, आईईजी के लिए एक संदेश पढ़ा गया।
आईईजी सेंटर ऑफ एक्सिलैंस के रूप में प्रतिष्ठित है और आर्थिक एवं सामाजिक विकास के क्षेत्रों में भारत के अग्रणी थिंकटैंक्स में से एक है। आईईजी दीर्घकालिक शोध में विशेषज्ञ है, जो फैकल्टी को अपने क्षेत्र में गहरी विशेषज्ञता का विकास करने के लिए प्रोत्साहित करता है। ‘‘एचडीएफसी बैंक चेयर’’ बैंकिंग और फाईनेंस के महत्वपूर्ण एवं विकसित होते पक्षों का अनुसंधान करेगा और अपने अध्ययन एवं ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए समय-समय पर सेमिनार का आयोजन करेगा। इससे बैंकिंग एवं फाईनेंशल सर्विसेज़ उद्योग और रैगुलेटर्स को लाभ मिलेगा और इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में ज्ञान का एक निकाय भी बनेगा।
इस केंद्र द्वारा अध्ययन में लिए जाने वाले कुछ क्षेत्र कृषि एवं एमएसएमई सेक्टर में रैगुलेशन, फाईनेंसिंग; पूंजी बाजारों में इनोवेशन और वित्तीय सेवाओं में डिजिटल परिवर्तन व वित्तीय समावेशन के आर्थिक चालक हैं। एचडीएफसी बैंक भारत में सबसे बड़ा निजी सेक्टर का बैंक है, जो भारत के कोने-कोने में बैंकिंग एवं वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है। 6000 से ज्यादा शाखाओं और 70 मिलियन ग्राहकों तथा लगभग 20 लाख करोड़ के एस्सेट साईज़ की बैलेंस शीट के साथ यह देश में वित्तीय सेवाओं का अग्रणी प्रदाता है।