दिल्ली की सड़कों पर गढ्ढें होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं - केजरीवाल सरकार के कागजों में तैयार विकास की रुपरेखा धरातल पर नहीं उतरती - केजरीवाल के झूठे वायदों से दिल्ली की जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है - सड़कों पर बहता सीवर का गंदा पानी केजरीवाल की तैयारियों को पोल खोलने के लिए काफी है
नई दिल्ली, 8 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के खोखले वायदों की तरह ही दिल्ली की सड़कें भी खोखली हो चुकी हैं। पिछले सात सालों से दिल्ली की जनता को मुंगेरी लाल के सपने दिखाने वाले केजरीवाल का हर वायदा कोरे पन्नों की तरह है जिसपर जो चाहे वह बड़े- बड़े वायदें लिखे तो जाते हैं लेकिन उसे जब पूरा करने की बात आती है तो दिल्ली की जनता को हमेशा निराशा ही हाथ लगती है। केजरीवाल सरकार के सड़कों को लेकर सप्ताहिक प्लान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आदेश गुप्ता ने कहा कि पिछले सात सालों में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के विकास की रुपरेखा तैयार कर रही है, लेकिन जब इस पर काम करने की बात आती है तो परिणाम शून्य हो जाता है। आज दिल्ली की सड़कों को पेरिस-लंदन जैसी सड़क बनाने की बात करने वाले केजरीवाल सात साल पहले भी दिल्ली की सड़कों को सर्फ से धोने की बात कर रहे थे लेकिन आज तक क्या हुआ यह दिल्लीवालों को पता है। उन्होंने कहा कि सड़कों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। यही कारण है कि दिल्ली की ऐसे तमाम क्षेत्रों की सड़कों के बीच में गढ्ढा बना पड़ा है जिसमें आए दिन कोई न कोई दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
आदेश गुप्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सत्ता में आने के बाद दिल्ली की जनता को सिर्फ वायदों का सब्जबाग दिखाते रहे हैं लेकिन उनका कोई भी वायदा चाहे वह वाईफाई हो, कैमरे लगाना हो, युवाओं को रोजगार देना हो, बस खरीदना हो, घर-घर नल से जल देना हो या फिर अन्य कोई भी वायदा हो, सभी में वे फिसड्डी साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है क्योंकि जब भी केजरीवाल वायदा करते हैं तो दिल्लीवालों की उम्मीद जगती है लेकिन उस उम्मीद को हमेशा तोड़ने का काम केजरीवाल ने किया है।
गुप्ता ने कहा कि 39 ऐसे ही योजनाएं केजरीवाल ने शुरु करने की बात कही लेकिन उनमें से एक भी योजना शुरु तक नहीं हो पाई। आज दिल्ली की सड़कों पर सीवर का गंदा पानी बहता रहता है। मानसून अभी पूरी तरह से आया नहीं, लेकिन उसकी पहली बारिश पड़ते ही दिल्ली की सड़कें जलमग्न हो गई थी, जो केजरीवाल सरकार की तैयारियों की पोल खोलने के लिए काफी थी। सीवर का गंदा पानी बिमारियों का सबब बना हुआ है।