- एनडीएमसी वसुधैव कुटुम्बकम की भारतीय संस्कृति के अंतर्गत अतिथि देवो भवो की परंपरा पर जी-20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों का स्वागत करने के लिए तैयार होगी, एनडीएमसी क्षेत्र का उन्नयन भारतीय विरासत, संस्कृति, कला और मूर्तिकला के आधार पर अंतरराष्ट्रीय मानकों, पर्यावरण के अनुकूल, भारतीय सौंदर्यशास्त्र के अनुरूप होगा।
नई दिल्ली: जुलाई, 15, 2022 : नई दिल्ली को जी -20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार करने के उद्देश्य से न्यू इंडिया की नई एनडीएमसी, नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) ने अपनी 41 सड़कों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए कमर कस ली है। भारतीय विरासत, संस्कृति, कला और मूर्तिकला पर आधारित भारतीय सौंदर्यशास्त्र इसके प्रमुख तत्व होंगे । यह जानकारी आज एनडीएमसी के सदस्य कुलजीत सिंह चहल ने एनडीएमसी मुख्यालय, पालिका केंद्र नई दिल्ली में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में दी ।
चहल ने बताया कि इस संबंध में एक विस्तृत एजेंडा आइटम संबंधित विभाग द्वारा अगली परिषद की बैठक में योजना, बजटीय प्रावधानों, कार्य के दायरे और अन्य संबंधित मुद्दों के साथ पेश किया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर , एनडीएमसी क्षेत्र में 41 सड़कों के उन्नयन के लिए रुपये 150 करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध कराया जाएगा। इस परियोजना का विवरण देते हुए चहल ने कहा कि एजेंडा आइटम में 41 सड़कों के आधुनिकीकरण और उन्नयन की गुंजाइश में नागरिक, विद्युत और बागवानी सेवाओं से संबंधित कार्य शामिल होंगे|
इस परियोजना में भारतीय मूल के पेड़ों, फूलों और सड़क के किनारे लगाए जाने वाले विभिन्न प्रजातियों के पौधों को शामिल किया गया है ताकि सभी सड़कों को पैदल चलने वालों के लिए एक पर्यावरण के अनुकूल क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सके और वाहन सवारों के लिए एक हरा-भरा वातावरण सड़क के किनारों पर दिया जा सके। एनडीएमसी क्षेत्र का सरदार पटेल मार्ग एनडीएमसी क्षेत्र को हवाईअड्डे से आने वाले मार्ग से जोड़ने का मुख्य मार्ग है, इस सड़क के बायीं ओर भारतीय सौंदर्यशास्त्र पर आधरित रेलिंग, हरित पट्टी का कार्य, भारतीय विरासत और संस्कृति के विषयों पर आधारित मूर्तिकला से प्रभावित कलाकृतियों के साथ सुधार किया जाएगा। जिससे आगंतुकों को न्यू इंडिया की न्यू एनडीएमसी के विचारों से अवगत करवाया जा सके ।
रोड साइनेज इस प्रतिष्ठित परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे भारतीय सड़क कांग्रेस के परामर्श से किया जाएगा और परियोजना के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों को भी अपनाया जाएगा। आजादी का अमृत महोत्सव का विषय सड़क सौंदर्यशास्त्र के हर पहलू में भारतीय विरासत और संस्कृति के साथ मिलेगा जी-20-शिखर सम्मेलन के लिए इस परियोजना के मुख्य उद्देश्य में आधुनिक कला, मूर्तिकला, सड़क के फर्नीचर, बुनियादी सुविधाएं और आगंतुक के लिए मुख्य सुविधाओं को भी शामिल किया गया है।सेंट्रल विस्टा लुक की थीम के साथ भारतीय संस्कृति और विरासत का एक रूप देते हुए परियोजना के लिए भारत के प्रसिद्ध और वरिष्ठ कलाकारों द्वारा कला और मूर्तिकला कृतियों की स्थापना की जाएगी। इस परियोजना में कला सामग्री के प्रयोजन के लिए अलग से एक बजट का प्रावधान भी किया जाएगा। केंद्र सरकार की कला, संस्कृति और विरासत की प्रमुख एजेंसियों को नई दिल्ली क्षेत्र की सभी 41 सड़कों का सौंदर्यीकरण करने के लिए तथा डिजाइन और परामर्श के लिए इसमें शामिल किया जाएगा।
इस परियोजना में एनडीएमसी के ऊर्जा बचत उद्देश्य के लिए सभी 41 सड़कों पर सोलर लाइट से रोशनी प्रदान की जाएगी, इसे एनडीएमसी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा। पैदल चलने वालों के लिए सड़क के फुटपाथ पर 4 फीट के ऊंचे 250 से 500 सोलर लाइट बिलियर्ड्स से रोशन किया जाएगा। एनडीएमसी क्षेत्र में 18500 स्ट्रीट लाइट को चरणबद्ध तरीके से सोलर लाइट में बदला जाएगा। चिप वाले लगभग 4800 पोल को भी स्मार्ट पोल में बदला जाएगा और एनडीएमसी के एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ इनको जोड़ा जाएगा। सफदरजंग और रंजीत सिंह फ्लाई ओवर तथा एनडीएमसी भवन को सौर ऊर्जा से रोशन किया जाएगा जिसमें ऊर्जा बचत के लक्ष्य को हासिल करना मुख्य उद्देश्य होगा।
इन सड़कों के आगंतुकों और सवारों के लिए बुनियादी सुविधाएं और, नई एनडीएमसी को अति आधुनिक स्ट्रीट फर्नीचर, शौचालय ब्लॉक और आरामदायक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। स्वच्छ भारत मिशन के संबंध में हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी के उद्देश्य और विषय को भी इस परियोजना में शामिल किया जाएगा ताकि सार्वजनिक उपयोगिताओं के लिए उचित स्वच्छ गुणों को बनाए रखने के लिए बेहतर और आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जा सकें। इन सुविधाओं की देखभाल और बेहतर उपयोग के लिए एनडीएमसी कर्मचारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे। यह परियोजना नए भारत की युवा और उत्साही पीढ़ी के लिए नौकरियों के अधिक अवसर भी प्रदान करेगी।