- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से किया यह आयोजन
- आगंतुक किसानों में महिलाएं, बुजुर्ग, युवा, सभी वर्ग के किसान थे
नई दिल्ली, 14 अगस्त 2024
स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व, बुधवार को एक हजार किसानों ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा), परिसर का भ्रमण किया। पूसा संस्थान ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि ये सभी किसान देशभर के विभिन्न राज्यों से आए थे और इन्हें भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे किसान उत्पादक समूह, किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनाओं के लाभार्थी थे। इन्हें कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। पूसा प्रशासन ने बताया कि सभी एक हजार किसानों को लगभग 50-50 के समूह में बांटकर सभी क्लस्टर में ले जाया गया तथा वहां मौजूद वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों ने संबंधित तकनीकों की जानकारी दी। आगंतुक किसानों में महिलाएँ, बुजुर्ग, युवा, सभी वर्ग के किसान थे। उन्होंने वैज्ञानिकों के साथ बढ़-चढ़कर चर्चा में हिस्सा लिया एवं तकनीकी सीखने में रूचि दिखाई। संस्थान के जल प्रौद्योगिकी सभागार में किसान उत्पादक समूहों के लगभग 200 किसानों ने कृषक वैज्ञानिक संवाद में भाग लिया एवं जल संसाधन प्रबंधन प्रौद्योगिकियों के गुर सीखे। यह कार्यक्रम कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से किया गया।
इस आयोजन की परिकल्पना एवं रूपरेखा डॉ आर.एन. पडारिया, संयुक्त निदेशक (प्रसार) ने बनाई तथा समन्वय एवं सफल संचालन डॉ ए.के. सिंह, प्रभारी, कृषि प्रौद्योगिकी आकलन एवं स्थानांतरण केंद्र (कैटेट) ने किया। कार्यक्रम में पूसा संस्थान के अनेक विशेषज्ञ वैज्ञानिक एवं तकनीकी अधिकारीगण विभिन्न क्लस्टरों में तकनीकी ज्ञान एवं प्रौद्योगिकी साझा करने हेतु अनुसंधान प्रक्षेत्र में मौजूद रहे। स्वतंत्रता दिवस की पहले इन्हें हरित क्रांति के जनक स्थल भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में भ्रमण का कार्यक्रम रखा गया, ताकि किसानों के दिल्ली आगमन का अधिकतम लाभ मिल सके, और किसान कृषि की आधुनिकतम तकनीकों की जानकारी से लाभान्वित हो सकें। इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर इस भ्रमण की योजना बनाई गई।
पूसा संस्थान के संपूर्ण अनुसंधान प्रक्षेत्र में ऐसे 18 क्लस्टर चिह्नित किए गए, जैसे संरक्षित खेती : ग्रीनहाउस एवं अलंकृत नर्सरी, सब्जी नर्सरी, टपक सिंचाई के अंतर्गत सब्जी उत्पादन, वर्टिकल खेती एवं हाइड्रोपोनिक्स, मशरूम इकाई, समन्वित खेती (सिंचित) मॉडल, समन्वित खेती (वर्षा आधारित) मॉडल, जल प्रौद्योगिकी केंद्र में जल संसाधन प्रबंधन के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियाँ, अधिक समय तक फसल प्रबंधन हेतु पूसा फार्म सनफ्रीज, बाजरा प्रक्षेत्र, पोषण प्रबंधन प्रक्षेत्र, उपसतही सिंचाई एवं फर्टिगेशन प्रक्षेत्र, संरक्षण खेती, धान प्रक्षेत्र, कंपोस्टिंक इकाई, पूसा अमृत सरोवर, फार्म मशीनरी कार्यशाला, पुष्प उद्यान, आम एवं किन्नों का बगीचा एवं उद्यमिता विकास में सक्षम पूसा एग्री कृषि हाट।