दिल्ली में सड़क पर पानी का छिड़काव करने के लिए आज से लगाए गए 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन – सभी 70 विधानसभा में दो-दो मोबाइल एंटी स्मोग गन से छिड़काव कराया जाएगा : गोपाल राय
नई दिल्ली, 25 अक्टूबर, 2022 : दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिवाली के बाद आज दिल्ली में प्रदूषण का स्तर पांच साल में सबसे कम रहा। दिल्ली में पानी का छिड़काव करने के लिए आज से 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन लगाए गए हैं। सभी 70 विधानसभा में दो-दो मोबाइल एंटी स्मोग गन से छिड़काव कराया जाएगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के लोगों को बधाई देना चाहता हूं कि आपके सहयोग से इस दीपावली के अगले दिन पिछले साल की तुलना में प्रदूषण में 30 फीसदी की गिरावट आयी है। प्रदूषण पिछले पांच साल में आज सबसे कम रहा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पिछले साल 462 की तुलना में आज 323 है । दिल्ली के लोग इस साल दिवाली पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए पटाखा न के बराबर जलाये। इसके लिए मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं। प्रदूषण का स्तर आज के दिन पिछले पांच साल में सबसे कम है। एक्यूआई 2018 में 390,2019 में 368, 2020 में 435, 2021 में 462 था। इस साल आज एक्यूआई 323 है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने लोगों के सहयोग से प्रदूषण को कम करने में सफलता पायी है। सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई अभियान चला रही है जैसे एंटी डस्ट अभियान, बायो डीकम्पोज़र का छिड़काव, वृक्षारोपण अभियान, पटाखों को लेकर जागरूकता अभियान आदि। एक्यूआई को देखते हुए आज से पूरे दिल्ली में सड़कों पर 150 मोबाइल एंटी स्मोग गन से पानी के छिड़काव का अभियान शुरू किया गया है। दिल्ली के सभी 70 विधानसभा में दो-दो मोबाइल एंटी स्मोग गन से छिड़काव कराया जाएगा। साथ ही साथ हॉटस्पॉट पर एक-एक एक्स्ट्रा मोबाइल एंटी स्मोग गन लगाया जा रहा है। पिछले साल 10 मोबाइल एंटी स्मोग गन से छिड़काव कराया गया था। यह मोबाइल एंटी स्मोग गन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक पानी का सड़क पर छिड़काव करेगी। एक स्मोग गन 10 किलोमीटर एक साइड में पानी का छिड़काव करेगी।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पंजाब में सरकार की पहल से पराली के जलने की संख्या में कमी आयी है। पिछले साल दिवाली के दिन पंजाब में पराली के जलने की घटना 3032 थी। जबकि इस साल 1019 घटना सामने आयी है। हरियाणा में पिछली साल दिवाली के दिन पराली के जलने की 228 घटना सामने आयी थी। इस साल 250 घटना सामने आयी है, जबकि उत्तर प्रदेश में पिछले साल 123 और इस साल 215 घटना सामने आयी है।