उपराज्यपाल ने भाजपा प्रतिनिधिमंडल की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया – ‘मुफ्त’ देने का झूठा प्रचार करना केजरीवाल की दिनचर्या बन चुकी है – नल से गंदे और बदबूदार पानी देने वाली केजरीवाल सरकार किस बात के लिए पानी के डेवलपमेंट चार्ज बढ़ा रही है – पानी के नाम पर अपनी जर्जर पाइपलाइनों के द्वारा केजरीवाल सरकार घर-घर में बीमारी सप्लाई कर रही है
नई दिल्ली, 19 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना से मिलकर उनसे मांग की है कि बिजली की बढ़ी हुई दरें और पानी के डेवलपमेंट चार्ज को हस्तक्षेप करके इसे वापस लेने के लिए मुख्यमंत्री को निर्देश दें। प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, हर्ष मल्होत्रा एवं दिनेश प्रताप सिंह शामिल थे।
उपराज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए आदेश गुप्ता ने कहा कि हमने आज उपराज्यपाल के सामने दिल्ली में बढ़ी बिजली की दरों की समस्या और साथ ही पानी के डेवलपमेंट चार्ज बढ़ाए जाने से दिल्ली के लोगों पर पड़े आर्थिक बोझ की समस्याओं को उनके सामने रखा। जिसपर उपराज्यपाल का रुख सकारात्मक और उन्होंने इसपर विचार करने का आश्वासन दिया। गुप्ता ने कहा कि जिस तरह से अपने फायदें के लिए केजरीवाल ने बिजली कंपनियों से सांठ-गांठ कर बिजली दरों में इजाफा किया है, उसका प्रभाव सिर्फ कमर्सियल या रेजिडेंसियल पर ही नहीं पड़ा है बल्कि इसकी मार झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले गरीब-मजदूरों पर भी पड़ रही है। पिछले आठ सालों में मुफ्त की राजनीति की बात करने वाले केजरीवाल ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी कर दी और मुफ्त बिजली का झूठा प्रचार पूरी दुनिया में कर रहे हैं। दिल्ली के करदाताओं की गाढ़ी कमाई का पैसा प्रचार और अपने राजनीतिक विस्तार पर कर रहे हैं।
आदेश गुप्ता ने कहा कि आज दिल्ली की जनता साफ पानी को तरस रही है। केजरीवाल सरकार द्वारा बिछाए गए पाइपलाइन अपनी जर्जर स्थिति में हैं जिसके कारण थोड़ी भी बारिस हो या फिर नालों के पानी रिसकर नलों के माध्यम से घरों तक पहुंच रहा है। उसी पानी को पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। जबकि केजरीवाल ने वादा किया था कि वह नल से साफ पानी घर-घर तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि गंदे पानी के रुप में बीमारियों की सप्लाई करने वाली केजरीवाल सरकार आखिर किस आधार पर पानी के डेवलेपमेंट का चार्ज बढ़ाकर दिल्लीवालों से वसूल रही है।