- – केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के टैक्स पेयर्स के 980 करोड़ रुपये शराब माफियाओं को दे दिया- केजरीवाल द्वारा शराब माफियाओं पर मेहरबानी से पांच सालों में दिल्ली के राजस्व में 568 करोड़ रुपये का घाटा हुआ- मनीष सिसोदिया की बर्खास्तगी तक भाजपा आंदोलन जारी रखेगी- केजरीवाल सरकार ने महामारी के दौरान भी शराब माफियाओं को 144.36 करोड़ रुपये की छूट दे दी- शराब पीने की उम्र 21 साल करके केजरीवाल ने दिल्ली के युवाओं को शराब के नशे में झोंकने का काम किया- नियम और कानून को ताख पर रखकर दिल्ली में खोले गए हैं शराब के ठेके-रामवीर सिंह बिधूड़ी
नई दिल्ली, 25 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार 2022-23 के प्रथम तिमाही में 1484 करोड़ रुपये सरकारी राजस्व में मुनाफे का दावा किया था, लेकिन मुख्य सचिव द्वारा जारी रिपोर्ट में इस बात की पोल खुल चुकी है। रिपोर्ट में साफ शब्दों में कहा गया है कि 1484 करोड़ रुपये में 980 करोड़ रुपये तो केजरीवाल सरकार ने शराब माफियाओं को ‘वापसी योग्य सुरक्षा जमा राशि’ के रुप में दे दिया। जबकि पिछले पांच सालों में 2017-18 से 2021-22 के दौरान दिल्ली सरकार को शराब के बिक्री से होने वाले राजस्व में 567.98 करोड़ रुपये की भारी घाटा हुआ है।
आज आम आदमी पार्टी कार्यालय के बाहर नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के साथ नई आबकारी नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान आदेश गुप्ता ने कहा कि जब दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोग ऑक्सीजन की कमी का सामना कर रहे थे तब केजरीवाल सरकार ने महामारी के बहाने निविदा लाइसेंस शुल्क पर शराब माफियाओं को 144.36 करोड़ रुपये की छूट दे दी। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी कि जब पूरा देश एकजुट होकर कोरोना की महामारी से लड़ रहा था, उस समय दिल्ली में एक ऐसा मुख्यमंत्री भी था जो अपनी जेबे भरने के लिए दिल्ली को शराब नगरी बनाने में जुटा हुआ था।
आदेश गुप्ता ने कहा कि भारत के इतिहास में ऐसे पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल हैं जो किसी कार्यक्रम में सिर्फ इसलिए नहीं जाते क्योंकि वहां होर्डिंग्स में लगी उनकी तस्वीर छोटी लगी है। दिल्ली में गरीबों को राशन देने, मीड डे मिल के पैसे और झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों के काम आने वाले पैसों का दुरुपयोग करके हवाला के द्वारा सत्येन्द्र जैन ने भ्रष्टाचार किया है। यह बात उनके परिवार के सदस्यों ने स्वीकार किया है, लेकिन बावजूद उसके केजरीवाल उन्हें पार्टी से बर्खास्त नहीं किया है क्योंकि उनके इन्हीं पैसों से केजरीवाल ने अपने घरों में स्वीमिंग पुल बनवाया है। उन्होंने कहा कि नई आबकारी नीति के तहत शराब के ठेके खोलने के नाम पर भारी भ्रष्टाचार करने वाले मनीष सिसोदिया के ऊपर अब जांच बैठ गई है तो उसके लिए केजरीवाल पहले से ही हल्ला करना शुरु कर चुके हैं कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा क्योंकि केजरीवाल को पता है कि नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में 5000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है और आने वाले समय में मनीष सिसोदिया भी जेल के अंदर सत्येन्द्र जैन के साथ दिखेंगे।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल की पहचान ही एक भ्रष्टाचार मुख्यमंत्री के रुप में है। अपने फायदें के लिए केजरीवाल ने दिल्ली के युवाओं और महिलाओं को नशे में झोंकने का काम किया है और इसके लिए उन्होंने शराब पीने की न्यूनतम उम्र भी 25 साल से 21 वर्ष कर दी है। शराब माफियाओं के दवाब में आकर आज केजरीवाल उनके ही हाथों में शराब जांच की जिम्मेदारी दे रखी है इसलिए दिल्ली में नकली शराब खूब धड़ल्ले से बिक रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की हर योजना के पीछे भ्रष्टाचार है। मनीष सिसोदिया भी उसमें अहम हिस्सा हैं।
बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली में खोले गए लगभग 850 शराब की दुकानों में प्रत्येक से केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने मोटी रकम वसूल की है। शराब की दुकानों को नियम और कानून को ताख पर रखकर खोलने की अनुमति देने वाले केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर दिल्ली में शराब के नाम पर लोगों को लूटने का काम किया है, जिसका हिसाब दिल्ली की जनता लेकर रहेगी। आज हुए विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आर पी सिंह, प्रदेश भाजपा महामंत्री कुलजीत सिंह चहल एवं दिनेश प्रताप सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक गोयल देवराहा एवं जयवीर राणा, विधायक अभय वर्मा एवं अनिल बाजपेयी, एससी मोर्चा अध्यक्ष भूपेन्द्र गोठवाल, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष संतोष पाल सहित प्रदेश, मोर्चा, जिला एवं मंडल के अधिकारी सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।