– डीयू कुलपति को हस्ताक्षरों के साथ सौंपा ज्ञापन
नई दिल्ली, 16 सितम्बर 2022: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के नेतृत्व में शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) प्रशासन के अनुचित व दमनकारी नीतियों और विद्यार्थियों की मूलभूत सुविधाओं के प्रति गैर जिम्मेदाराना रवैए के खिलाफ बड़ी संख्या में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और हस्ताक्षरित ज्ञापन डीयू के कुलपति को सौंपा। एबीवीपी की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि डीयू देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक है, यहां देश भर से विद्यार्थी पढ़ने आते हैं, ऐसे में कोरोनाकाल के बाद शैक्षणिक परिवेश को दोबारा स्थापित करना बड़ी चुनौती है, जिसके लिए प्रशासन को प्रयास करने चाहिए। विद्यार्थियों के परिसर छात्रों के लिए है जब यहां शैक्षणिक वातावरण प्रशासन द्वारा खराब किया जायेगा, परिषद् उसका विरोध करती हुई और छात्रों के साथ खड़ी नज़र आयेगी। परिषद यह कभी स्वीकार नहीं करेगी।
वहीं, प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एबीवीपी दिल्ली प्रांत के मंत्री व डूसू अध्यक्ष अक्षित दहिया ने कहा कि आज हमने छात्रहित को देखते हुए कॉलेज तथा डीयू प्रशासन के खिलाफ सभी कॉलेजों में जोरदार प्रदर्शन कर छात्र की मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा था। साथ ही समस्याओं के निराकरण की मांग भी की थी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद परिसरों में शिक्षण तथा छात्र कल्याण से संबंधित विभिन्न प्रकार की अनियमितता देखने में आई है। जिस पर कॉलेज तथा डीयू प्रशासन लम्बे समय से चुप्पी साधे हुए है। छात्रों की मांगों को लेकर डीयू के कला संकाय के प्रांगण में ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया और 12,734 विद्यार्थियों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन भी डीयू के कुलपति को सौंपा। छात्रों की समस्याओं को देखते हुए एबीवीपी ने पहले भी डीयू के लगभग 70 कॉलेजों में 5000 छात्रों की सहभागिता के साथ जोरदार प्रदर्शन किया था और मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था।
– इन मांगों को लेकर विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन
आपको बता दें कि विद्यार्थी परिषद् शैक्षणिक वातावरण सुदृढ़ करने के लिए कला संकाय के सामने सैकड़ों पर उतरा है। परिषद की मांग है कि शैक्षणिक कैलेंडर को प्रतिबद्धता के साथ लागू करने, सत्र के प्रमाण पत्रों में आ रही गड़बड़ी को शीघ्र संशोधित करने, फाइनल ईयर के छात्रों को अपने बैकलॉग हेतु अतिरिक्त अवसर, विविधता को ध्यान में रखते हुए छात्रावासों की सुविधा का सुचारू रूप से आवंटन, पुस्तकालय के समय को कटिबद्धता के साथ जारी रखने, प्रवेश वापस लेने वाले विद्यार्थियों की फीस वापस करने, विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के लिए विशेष बस सुविधा का संचालन, छात्र मार्ग पर छात्राओं के लिए पिंक शौचालय का निर्माण, कॉलेजों में छात्राओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए इंटरनल कंप्लेंट कमेटी का गठन, विश्वविद्यालय में पढ़ रहे विद्यार्थियों की सुरक्षा प्रशासन की अहम जिम्मेदारी है, जिसको सुनिश्चित करने के प्रयास, विद्यार्थी परिषद् लंबे समय से दिल्ली विश्वविद्यालय में रेलवे टिकट केंद्र स्थापित किए जाने की मांग, आदि प्रशासन के सामने रखा।