- ताहिर हुसैन ने कबूला कि हवाला कारोबारियों और संदिग्ध कंपनियों से दंगा करवाने के लिए फंड मिला था
- पुलिस ने कुछ दिनों पहले ही दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने फर्जी कंपनियां बनाकर आम आदर्मी पार्टी को 2 करोड़ रुपए का फंड दिया था
- 2017 में आम आदमी पार्टी के मंत्री सत्येंद्र जैन का भी हवाला कारोबारियों से सीधा संपर्क होने का सबूत आयकर विभाग को मिला था
- इन सभी कड़ियों को जोड़ा जाए तो साफ हो जाता है कि हवाला कारोबारी और संदिग्ध कंपनियों का कनेक्शन आम आदमी पार्टी से ही रहा है
नई दिल्ली : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे पर आम आदमी पार्टी को घेरा और कहा कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा ताहिर हुसैन से की गई पूछताछ में आम आदमी पार्टी की कलई भी खुलती जा रही है और सच्चाई सामने आ रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने खुलासा किया है कि ताहिर हुसैन को हवाला और संदिग्ध कंपनियों से फंडिंग हुई थी। यह साफ इशारा करता है कि आम आदमी पार्टी ने सुनियोजित तरीके से दिल्ली में दंगे करवाए और दिल्ली की एकता को भंग करने की कोशिश की। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी के इस मुद्दे पर सफाई देते नहीं बन रही है।
अध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि अभी हाल ही में दो लोगों को गिरफ्तार किया था जो कि फर्जी कंपनियां ऑपरेट कर रहे थे और इन कंपनियों से आम आदमी पार्टी को 2 करोड़ रुपए का चंदा मिला था। इसी तरह गौर करें तो 2017 में आयकर विभाग को आम आदमी पार्टी के मंत्री सत्येंद्र जैन के हवाला कारोबारियों से सीधे संपर्क होने के सबूत मिले थे। इन कड़ियों को जोड़े तो साफ हो जाता है कि हवाला कारोबारियों और संदिग्ध कंपनियों से आम आदमी पार्टी का कनेक्शन पुराना है और उन्होंने ही ताहिर हुसैन को फंड दिया।
अध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि जैसे-जैसे पूछताछ आगे बढ़ रही है उससे आम आदमी पार्टी की कलई खुलती जा रही है। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी एवं दिल्ली सरकार ताहिर हुसैन को बचाने की कोशिश में लगी हुई है। पहले केस की पैरवी के लिए एडवोकेट पैनल निर्धारित करने में देरी की गई। इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस की ओर से तैयार की गई चार्जशीट की फाइल अभी तक दिल्ली सरकार के पास पड़ी हुई है उसे भी अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है।