– बस मार्ग 928 के चलने से रंधाला गांव से आईएसबीटी-कश्मीरी गेट और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन जाना हो जायेगा आसान
– कैलाश गहलोत ने सावदा घेवरा में हो रहे डिपो निर्माण का भी किया निरीक्षण
– बसों की पार्किंग और रखरखाव के लिए दिल्ली में नौ इलेक्ट्रिक बस डिपो बनाए जा रहे हैं
– 7.8 एकड़ में फैले सावदा घेवरा डिपो में 200 इलेक्ट्रिक बसें पार्क की जा सकती हैं
– मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कुशल नेतृत्व में हम दिल्लीवासियों को सुरक्षित, आरामदायक और विश्वस्तरीय सार्वजनिक परिवहन विकल्प प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं-श्री कैलाश गहलोत
नई दिल्ली, 28 फरवरी 2024
बस रूट संख्या 928 पर लंबे समय से बसों का परिचालन नहीं होने के कारण लोगों को हो रही परेशानियों का संज्ञान लेते हुए, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने निज़ामपुर गांव में एक कार्यक्रम में बसों को हरी झंडी दिखा कर इस रूट पर बस सेवा पुनः बहाल किया। रूट 928 गढ़ी रंधाला गांव को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से जोड़ेगी। इस बस मार्ग से गढ़ी रंधाला, सावदा, घेवरा, मुंडका और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में यात्रियों को लाभ होगा।
इस अवसर पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, “सार्वजनिक परिवहन किसी भी शहर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। दिल्ली में, लगभग 43 लाख लोग अपने दैनिक आवागमन के लिए बसों पर निर्भर हैं। बस रूट संख्या 928 (गढ़ी रंधाला गाँव से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन) पर बसों का परिचालन काफी वर्षों से बंद था। जब मेरे संज्ञान में यह बात आई तो मैंने तुरंत लोगों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए इस रूट को पुनः शुरू करने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल के कुशल नेतृत्व में हम दिल्लीवासियों को सुरक्षित, आरामदायक और विश्वस्तरीय सार्वजनिक परिवहन विकल्प प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
मार्ग विवरण: 928
गढ़ी रंधाला गाँव
निजामपुर
सावदा गांव
घेवरा गांव
हिरण कुंड चौराहा
मुंडका स्कूल
श्रवण पार्क
नांगलोई जे जे कॉलोनी लोकेश सिनेमा
नांगलोई डिपो/ज्वाला पुरी
पीरा गढ़ी चौक
मादीपुर जेजे कॉलोनी
पंजाबी बाग टर्मिनल
जखीरा फ्लाईओवर
सराय रोहिल्ला
गुरु गोविन्द सिंह मार्ग
बर्फ फैक्ट्री
आईएसबीटी-कश्मीरी गेट
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन
रूट 928 की कुल लंबाई 35.1 किलोमीटर है और फिलहाल इस रूट पर 5 बसें चलाई जा रही हैं। इस रूट के शुरू होने से गढ़ी रंधाला, निज़ामपुर, सावदा, घेवरा और मुंडका के निवासियों के लिए पीरागढ़ी और नांगलोई जैसे औद्योगिक क्षेत्रों तक आना -जाना आसान हो जायेगा। इसके अलावा, कश्मीरी गेट आईएसबीटी और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन जाना भी आसान हो जाएगा।
दिल्ली सरकार के बेड़े में फिलहाल 7582 बसें शामिल हैं, जिनमें से 4441 डीटीसी द्वारा संचालित हैं और 3141 दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम (डिम्ट्स) द्वारा संचालित हैं। वर्तमान में, दिल्ली में 1,650 इलेक्ट्रिक बसें हैं।
परिवहन मंत्री ने सावदा-घेवरा डिपो का निरीक्षण किया
आज परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने सावदा घेवरा में चल रहे डिपो निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। सावदा घेवरा में एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक बस डिपो बनाया जा रहा है।लगभग 60 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ बनाये जा रहे इस डिपो में इलेक्ट्रिक बसों के रखरखाव की पूरी व्यवस्था है। इसमें निर्माण व्यय की राशि लगभग 30 करोड़ रु है , जबकि विद्युतीकरण लागत 30.11 करोड़ रु है। चार्जिंग सुविधाओं से लैस, 7.8 एकड़ में फैले इस डिपो में 200 इलेक्ट्रिक बसों को पार्क करने की क्षमता होगी। निरीक्षण के दौरान, परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलोत ने निर्माण कार्य को समय पर पूरा करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए।
9 नए बस डिपो बनाये जा रहे हैं:
ईस्ट विनोद नगर 2
नरेला
दौराला
बुराड़ी
सावदा घेवरा
कापसहेड़ा
गदईपुर
किराड़ी
छतरपुर