– दिल्ली विश्वविद्यालय में विकसित भारत एंबेसडर-नारी शक्ति कॉन्क्लेव में
नई दिल्ली, 07 मार्च।
दिल्ली विश्वविद्यालय के मल्टी पर्प्ज हाल में गुरुवार को विकसित भारत एंबेसडर-नारी शक्ति कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की केंद्रीय कैबिनेट मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने हिस्सा लिया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने मंच चर्चा के पश्चात छात्राओं से बातचीत भी की और उपस्थित छात्राओं को ‘विकसित भारत, सशक्त नारी’ का मंत्र भी दिया। कार्यक्रम में डीयू के अनेकों संस्थानों से करीब 5 हजार छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने छात्राओं की मांग पर डीयू में महिला छात्रावास के लिए निर्भया फंड से अनुदान की घोषणा भी की।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कॉन्क्लेव में छात्राओं के साथ संवाद करते हुए कहा कि जब नरेंद्र मोदी पहली बार भारत के प्रधानमंत्री बने थे तो उन्होंने एक सेवक की तरह संसद की चौखट पर माथा टेका था। फिर उन्होंने बिल्कुल वैसे ही देशभर में स्वच्छता अभियान चलाया, जैसे किसी मंदिर में जाते ही उसका कोई सेवक साफ-सफाई का काम करता है। केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद छात्राओं से विकसित भारत का अर्थ पूछते हुए सामाजिक कार्यों में सक्रिय कई छात्राओं की शंकाओं का समाधान भी किया। उन्होंने कहा कि यहाँ मौजूद प्रत्येक व्यक्ति को विश्वास है कि 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र होगा और उन सबकी भागीदारी उसमें होगी। केंद्रीय मंत्री ने सभी से आह्वान करते हुए कहा, “यही समय है, सही समय है”। हमें बताएं कि आप कैसे अपने देश के लिए योगदान कर सकती हैं। हमें बताएं कि आप अपने प्रधानमंत्री से कैसे सीधे बात कर सकती हैं। उनके साथ नीतियों पर बात करें, एजेंडे पर बात करें, उनसे उस आइडिया पर बात करें जिससे आपको लगता है कि आपके देश और देशवासियों का विकास हो सकता है।
इस अवसर पर डीयू कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सभी को विकसित भारत का राजदूत बनने और इसे एक जन-संचालित आंदोलन बनाने का आह्वान किया गया है। इसी को आगे बढ़ाते हुए, नागरिकों को एकजुट करने के लिए राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 8 मार्च को आने वाले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मद्देनजर डीयू में इस कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है। प्रो. योगेश सिंह ने संसद से नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पास होने पर उपस्थित महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि स्पेस और आईटी में भारत शानदार प्रदर्शन कर रहा है और इनमें 33 प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं की भागीदारी है।