- दिल्ली विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष चरती लाल गोयल की जयंती पर पुष्पांजलि
- 1993 में वे दिल्ली की पहली विधानसभा के अध्यक्ष बने
- 70 वर्ष की आयु होने पर उन्होंने घोषणा की थी कि वे आगे चुनाव नहीं लडेंगे
- वे अम्बाला जेल में पूरे 19 महीने बंद रहे
नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष स्वर्गीय चरती लाल गोयल की पांचवीं जयंती के अवसर पर मंगलवार को पुष्पांजलि का कार्यक्रम उनके सुपुत्र पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल के निवास पर आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रसिद्ध भजन गायक अजय भाई याज्ञनिक द्वारा सुमधुर, मन को असीम आनंद की अनुभूति कराने वाले भजनों का गायन भी किया गया। चरती लाल गोयल जी संघ के स्वयंसेवक और भाजपा के वरिष्ठ नेता थे। अनेक वर्षों तक वे दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष भी रहे। 1993 में वे दिल्ली की पहली विधानसभा के अध्यक्ष बने। 70 वर्ष की आयु होने पर उन्होंने घोषणा की थी कि वे आगे चुनाव नहीं लडेंगे।
चरती लाल गोयल जी दिल्ली की राजनीति में जाना-माना नाम रहे हैं, उनका राजनैतिक जीवन बेदाग रहा है। इस अवसर पर उनके सुपुत्र विजय गोयल ने कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं, अपने पिताजी के कारण ही हूं। जीवन में मैंने आदर्श एवं संस्कार और राजनीति में ईमानदारी यह सब उन्हीं से ही सीखे हैं। 1975 में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एमरजेंसी लगा दी थी, तब पहले ही दिन 25 जून 1975 को बड़े नेताओं के साथ उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और वे अम्बाला जेल में पूरे 19 महीने बंद रहे।
दिल्ली नगर निगम के उप-महापौर, विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चरती लाल गोयल जी ने सार्वजनिक जीवन में अपनी अलग छाप छोड़ी। विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने भविष्य में चुनाव न लड़ने की घोषणा कर एक आदर्श स्थापित किया। एक विचारक, प्रशासक, कार्यकर्ता, नेता और जनप्रतिनिधि के रूप में उनकी एक अलग शैली रही है। अपने लम्बे राजनीतिक जीवन में उन्होंने दिल्ली की जनता की अपार सेवा की है। वह एक निस्वार्थ समाजसेवक थे। राजनीति एवं समाज के सभी वर्गों ने उनके कार्य की प्रशंसा की है। इस अवसर पर दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, महापौर जय प्रकाश, सांसद मनोज तिवारी, रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा, मिनाक्षी लेखी भाजपा के अनेक वरिष्ठ नेता एवं सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।