Wednesday, December 25, 2024
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भाजपा का मक़सद सिर्फ़ सदन को राजनीतिक अखाड़ा बनाना है, उसे चलने नहीं देना है : डॉ शैली ओबरॉय

– हम दिल्ली की जनता, कर्मचारियों, व्यापारियों के हित का बजट लाना चाहते हैं – बीजेपी के पार्षदों से अपील, बजट पर चर्चा के आखिरी दिन सदन को शांतिपूर्वक चलने दें –  दोनों ही पक्षों सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग अपने-अपने कट मोशन रखते हैं और बजट अंतिम होने के समय उस पर वोटिंग होती है – लोकतंत्र में वोटिंग से ही फैसले होते हैं, 8 तारीख को आम आदमी पार्टी निगम के बजट को अंतिम रूप देगी – आम आदमी पार्टी जो बजट लेकर आ रही है वो जन हित और दिल्ली के दिल का बजट होगा – इस बजट में दिल्ली के लिए बेहतरीन काम होने जा रहे हैं, जो पिछले 15 में भाजपा के लोग नहीं कर सके।

नई दिल्ली, 06 फरवरी, 2024

दिल्ली की महापौर डॉ शैली ओबरॉय ने डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल व सदन के नेता मुकेश गोयल के साथ में आज सिविक सेंटर में महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। दिल्ली की मेयर डॉ शैली ओबेरॉय ने कहा निगम आयुक्त ने इस वित्तीय वर्ष के लिए सदन में बजट पेश किया और इस पर चर्चा करने के लिए चार दिन निर्धारित किए। सदन में 5 से 8 फ़रवरी तक सदन में बजट पर चर्चा होनी है। सदन में कल बजट पर पार्षदों द्वारा चर्चा हुई और शांतिपूर्वक सदन चला। लेकिन आज भाजपा के पार्षदों ने सदन बिलकुल भी नहीं चलने दिया। हम दिल्ली की जनता, कर्मचारियों  व्यापारियों के हित का बजट लाना चाहते हैं लेकिन आज सदन में बीजेपी  के पार्षदों ने किसी भी सदस्य  को बोलने नहीं दिया। मैं बीजेपी के पार्षदों से अपील करना चाहती हूं कि वे सदन चलने दें। बजट  की कल तीसरा दिन है। हम बजट पर एक सकारात्मक बहस चाहते हैं क्योंकि सदन का समय कीमती है।

उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों में जो भाजपा शासित सरकार निगम में कार्य नहीं कर कर पाई ,वो सभी कार्य हम निगम में करके दिखाएंगे। हम सफ़ाई व्यवस्था को दुरुस्त करना चाहते हैं, नई सड़कें बनवाना चाहते हैं।अस्पतालों व डिस्पेंसरी में बेहतर व्यवस्था स्थापित करना चाहते हैं। इसके अलावा अच्छे स्कूल बनवाना चाहते हैं, कर्मचारियों को समय से सैलरी देना चाहते हैं और व्यापारियों के हित में नई पॉलिसी लागू करना चाहते हैं। लेकिन मुझे बहुत दुख व खेद के साथ ही कहना पड़ रहा है बीजेपी का मक़सद सिर्फ़ सदन को राजनीतिक अखाड़ा बनाना है और उसे नहीं चलने देना है। बजट सत्र पर कल चर्चा के लिए आख़रि दिन है और 8 फ़रवरी को हमारे सदन के नेता मुकेश गोयल बजट पेश करेंगे। सभी पार्षदों द्वारा दिए गए सुझावों को बजट में समाहित किया जाएगा। हम चाहते हैं कि बीजेपी के पार्षद भी इस बजट में अपने सुझाव दें। लेकिन सबसे बड़े दुख की बात यह है कि भाजपा के सीनियर नेता जो पहले मेयर और विभिन्न कमेटी के चेयरमैन रह चुके हैं वो ऐसा व्यवहार सदन में करेंगे तो सदन कैसे चलेगा‌। वे भी सदन में हंगामा करते हैं और सदन नहीं चलने देते।

मेयर डॉ शैली ओबरॉय बीजेपी के पार्षदों से कहना चाहती हूं की दिल्ली की जनता के लिए किए जाने वाले कार्यों के बारे में सोचें। दिल्ली की जनता ने हमको चुना है, जो भी वादे हमने किए हैं, उन्हें हम पूरा करेंगे। दिल्ली शहर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे और एक साफ़ सुंदर शहर बनाएंगे। लेकिन ये तभी सफल हो सकता है जब सदन शांतिपूर्वक चले। मैं बीजेपी के पार्षदों से पुनः अपील करना चाहती हूं कि कल बजट पर चर्चा करने का आख़रि दिन है। सदन को शांतिपूर्वक चलने दें ताकि आठ फ़रवरी को सभी के सुझावों को बजट में समाहित कर फ़ाइनल बजट सदन में पेश किया जा सके।

नेता सदन मुकेश गोयल ने कहा की हाल ही में बजट पर सामान्य चर्चा शुरू हुई थी। हमने इन दो दिनों में पक्ष और विपक्ष के अधिक से अधिक पार्षदों को बजट पर विचार रखने के लिए समय दिया। हमारा प्रयास भी यही था कि हम अधिक से अधिक पार्षदों को बोलने का मौका दें। सामान्य तौर पर बजट पर चर्चा के लिए दो दिन रखे जाते थे लेकिन हमने इस बार 3 दिन के लिए चर्चा करने का फैसला लिया। सदन में कल थोड़ी नोक झोंक के साथ चर्चा हुई लेकिन करीब 20 पार्षदों ने बजट पर अपने विचार रखें। लेकिन आज भाजपा के सदस्यों ने बजट पर विचार रखने के बजाए जमकर हंगामा काटा। जिस कट मोशन की किताब को लेकर वे लोग हंगामा कर रहे थे, वह बजट प्रक्रिया का हिस्सा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही पक्षों के लोग अपने-अपने कट मोशन रखते हैं और बजट अंतिम होने के समय उसपर वोटिंग होती है। उसी हिसाब से फाइनल बजट में मोशन एक्सेप्ट किए जाते हैं। यह एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन सदन के दौरान हंगामा करना गलत है।

उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने सदन में जिस प्रकार व्यवहार किया है, वह दर्शाता है कि उन्हें दिल्ली की जनता, कर्मचारी, जनता और व्यापारियों से कोई लेना-देना नहीं है। वे सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेकना चाहते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को जो 10 गारंटी दी है, निगम के बजट में उन सभी का समावेश होगा। जो काम बीजेपी ने पिछले 15 वर्षों में नहीं किया, उन सभी कामों को पूरा करने का काम होगा। भाजपा के लोग एक तरफ जनप्रतिनिधियों को शक्तियां देने की वकालत करते हैं और जब शक्तियां मिलती हैं तो विरोध करना शुरू कर देते हैं।

मुकेश गोयल ने कहा कि लोकतंत्र में वोटिंग से ही फैसले होते हैं। आम आदमी पार्टी 8 तारीख को निगम के बजट को अंतिम रूप देगी। उसमें सभी के सुझावों को यथासंभव शामिल किया जाएगा और नागरिकों के हितों वाला बजट पेश किया जाएगा। मैं विपक्ष के सभी साथियों से निवेदन करूंगा कि वे विपक्ष का दायित्व निभाएं। विपक्ष का दायित्व केवल हंगामा करना नहीं है बल्कि जनता के हितों के मुद्दों को उठाना है। बजट की चर्चा का कल अंतिम दिन है। बीजेपी के लोगों को भी प्रयास करना चाहिए की अधिक से अधिक लोग चर्चा में अपनी बात रख सकें, ताकि पक्ष और विपक्ष के अधिक से अधिक सुझावों को बजट में शामिल किया जा सके।

डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इक़बाल ने बताया की आम आदमी पार्टी की सरकार का यह पहला बजट है और आम आदमी पार्टी को दिल्ली की जनता ने बहुत उम्मीदों से चुन कर भेजा है। विपक्ष के लोगों को यह मालूम है कि इस बजट के अंदर दिल्ली के लिए बेहतरीन काम होने जा रहे हैं। वह काम होने जा रहा है जो पिछले 15 में भारतीय जनता पार्टी के लोग नहीं कर सके। आम आदमी पार्टी जो बजट लेकर आ रही है वो जनहित का बजट होगा, वो दिल्ली के दिल का बजट होगा। कहीं ना कहीं वह दिल्ली की जनता को जाकर और दिल्ली की जनता को उम्मीद है की बेहतरीन बजट आएगा। जो पहले कभी 15 सालों के अंदर नहीं देखा गया। इसलिए भाजपा के पार्षद और सभी विपक्षी पार्षद किसी भी तरीके से जनता के सामने बजट को नहीं आने देना चाहते हैं और सब हंगामा करके गैलरी में आ जाते हैं। मुर्दाबाद के नारे लगाते हैं। हमारे पार्षदों ने विपक्ष द्वारा बजट पर चर्चा के दौरान किसी को नहीं टोका, ना रोका। हम सभी विपक्ष के साथियों से गुजारिश करते हैं कि दिल्ली की जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए हमने बहुत शानदार और जानदार बजट बनाया है। कृपया करके उसको दिल्ली की जनता के सामने आने दीजिए। हंगामा करके आम इंसान के बजट को मत रोकिए। जब हमारे नेता सदन 8 तारीख को दिल्ली की जनता के लिए बजट पर बोलेंगे तो विपक्ष फिर हंगामा करेगा। इस बार वो बजट जनता के सामने आएगा जो 15 साल में नहीं आया है। इसलिए वह हंगामा करेंगे। मगर हम यह बजट सौ फीसद पास करेंगे।

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