- दक्षिणी दिल्ली की महापौर ने पंजाबी बाग श्मशान भूमि का दौरा किया
- कोरोना संक्रमित मरीजों के शव दहन के लिए उचित दिशानिर्देशों का पालन किया जाए
- पंजाबी बाग श्मशान भूमि में सीएनजी प्रणाली से होता है कोरोना संक्रमित मरीजों का शव दहन
- शव दहन की प्रणाली पूर्णतः सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल है
नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की महापौर सुनीता कांगड़ा ने स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ पंजाबी बाग श्मशान भूमि का दौरा कर कोरोना संक्रमित मरीजों के शव दहन के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया। महापौर ने निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों से बातचीत की और शवों के दहन के दौरान किए जाने वाले बचाव उपायों और सावधानियों के बारे में जायजा लिया। महापौर कांगड़ा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शव दहन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों का सख्ती स पालन किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि पंजाबी बाग श्मशान भूमि के सभी कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें आवश्यक रूप से प्रतिदिन नई पीपीई किट मुहैया करवाई जाए।
महापौर कांगड़ा ने अधिकारियों से कहा कि वे सभी कर्मचारियों को बचाव उपायों के बारे में प्रशिक्षण दें और उन्हें बताएँ कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने सहकर्मियों व मृतक के परिजनों से उचित दूरी बनाए रखें ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके। महापौर ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि श्मशान भूमि को प्रतिदिन नियमित सेनेटाइज किया जाए और इसके लिए अतिरिक्त टैंकरों और जैटिंग मशीन द्वारा सोडियम हाइपोक्लोराट सोल्यूशन का छिड़काव करवाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि श्मशान भूमि के बाहर एक बोर्ड लगाया जाए जिस पर सामाजिक दूरी व शव दहन के समय बरती जाने वाली संपूर्ण जानकारी का वर्णन हो। महापौर ने कहा कि पंजाबी बाग श्मशान भूमि में सीएनजी प्रणाली द्वारा ही कोरोना संक्रमित मरीजों का शव दहन किया जा रहा है। यह प्रणाली पूर्णतः सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल है।