- केजरीवाल ने बोला कि प्रतिदिन कोविड टेस्ट 20,000 से 40,000 तक दोगुना करेंगे
- जबकि एक सप्ताह के बाद भी उनके वायदे के बावजूद प्रतिदिन टेस्ट लगभग 20,000 ही हो रहे हैं
- अस्पतालों को प्रतिदिन कोविड मरीजों की संख्या अत्यधिक बढ़ने के कारण उन्हें भर्ती करने की समस्याओं को सामना करना पड़ रहा है
नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द ने दिल्ली के लोगों को अपनी पुरानी शैली से झूठ बोलकर गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा कि अरविन्द द्वारा 27 अगस्त, 2020 को प्रतिदिन 20,000 से 40,000 दुगने कोविड टेस्ट करने की घोषणा करने के बावजूद एक सप्ताह बीतने के बाद भी टेस्ट की संख्या नही बढ़ाई गई। उन्होंने कहा कि राजधानी में कोविड संक्रमण के तीव्रता से फैलने के मामले में लोगों को अंधेरे में रखा गया अभी तक प्रतिदिन लगभग 20,000 टेस्ट किए जहा रहे है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि बुधवार को 2312 कोविड संक्रमण के मामलों के साथ कुल कोविड मामले बढ़कर 1,77,060 हो गए है, जो राजधानी में एक बार फिर लोगों डरा रहे है, लेकिन यह बहुत ही दुखद है कि अरविन्द सरकार ने दिल्ली में वायरस के वास्तविक प्रसार का आंकलन करने के लिए कोई भी उचित व्यवस्था अभी तक नही की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी यह माना कि दिल्ली में कोविड संक्रमण के मामले प्रतिदिन बढ़ रहे है और इस पर गहरी चिंता जताई परंतु मुख्यमंत्री अरविन्द पर इसका कोई असर नही पड़ा।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द की निष्क्रियता के चलते दिल्लीवासी गंभीर रुप से परेशान है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों और अन्य कोविड केंद्रों में प्रतिदिन कोविड मरीज बढ़ने के कारण बेडों की कमी हो रही है और दिल्ली सरकार ने इसके लिए कुछ नही किया है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कोविड -19 लॉकडाउन के बाद से दिल्ली कांग्रेस लगातार मांग कर रही है कि राजधानी में कोरोना वायरस के प्रसार का सही आंकलन करने के लिए युद्ध स्तर टेस्ट किए जाने चाहिए और अविश्वसनीय रैपिड एंटीजेन टेस्ट के बजाय अधिक विश्वसनीय गोल्ड स्टैंडर्ड आरटी-पीसीआर टेस्ट कराए जाने चाहिए। परंतु आर.टी.-पीसीआर टेस्ट प्रतिदिन सिर्फ 6000 ही किए जा रहे है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए झूठा प्रचार किया कि कोविड-19 नियंत्रित है जिसके कारण लोगों ने कोविड के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करना जैसे मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का पालन करना और हाथों की धुलाई- सफाई करना आदि की अनदेखी की। उन्होंने कहा कि अरविंद सरकार द्वारा लोगों को अधंकार में ढकेलने के बाद लोग खुले तौर पर कोविड दिशानिर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, जिसके कारण राजधानी में कोविड संक्रमितों में अचानक तेजी देखी जा रही है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द को राजनीति छोड़ देनी चाहिए और दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रचार के लिए काम करना चाहिए।