- भाजपा की केन्द्र सरकार व केजरीवाल सरकार की असंवेदनशीलता के चलते प्रतिदिन पेट्रोलियम पदार्थों की दरों में हो रही दरों में वृद्धि के कारण बढ़ती मंहगाई के खिलाफ सभी 14 जिला कांग्रेस कमेटियों ने विरोध प्रदर्शन किया
- सेल एवं विभागों के कार्यकर्ताओं सहित क्षेत्रीय लोगों ने भी अपना रोष प्रकट किया
- भाजपा की केन्द्र सरकार और दिल्ली की अरविन्द सरकार दोनों बराबर की जिम्मेदारी है
नई दिल्ली : भाजपा की केन्द्र सरकार व केजरीवाल सरकार की असंवेदनशीलता के चलते प्रतिदिन पेट्रोलियम पदार्थों की दरों में हो रही बढ़ौत्तरी के कारण बढ़ती मंहगाई के खिलाफ दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर आज लगातार दूसरे दिन भी सभी जिला कांग्रेस कमेटियों ने विरोध प्रदर्शन किए गए। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के निर्देशानुसार आज दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के सभी जिला कांग्रेस कमेटियों में पेट्रोल, डीजल की प्रतिदिन बढ़ती कीमतों, गैस सिलेंडर की बढ़ी दरों के कारण बढ़ती मंहगाई, केन्द्र की मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों, बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथों में झंडे, गैस सिलेंडर, सरकार विरोधी नारे लिखी तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन करते कीमतें वापस लेने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन में वरिष्ठ जिला कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष, पदाधिकारी, अग्रिम संगठनों, सेल एवं विभागों के कार्यकर्ताओं सहित क्षेत्रीय लोगों ने भी अपना रोष प्रकट किया।
आज लगातार दसवें दिन भी पेट्रोल और डीजल की दरों में वृद्धि जारी रही। दिल्ली में बढ़ती मंहगाई के लिए भाजपा की केन्द्र सरकार और दिल्ली की अरविन्द सरकार दोनों बराबर की जिम्मेदारी है, क्योंकि दोनो ही सरकारें पेट्रोल और डीजल पर एक्साईज ड्यूटी और वेट को कम करके जनता को राहत देने की दिशा में कोई कार्यवाही नही कर रहे है। आजादी के बाद 70 वर्षों में पहली हुआ है जब अर्न्तराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों भारी गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं और दो महीने में गैर सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के दामों में 175 रुपये की वृद्धि हुई है। आज बढ़ती मंहगाई से झुग्गी झौपड़ी, निम्न वर्ग, मध्यम वर्ग, प्रतिदिन कमा कर खाने वाले सहित प्रत्येक घर रसोई प्रभावित हुई है।