- सफाई कर्मियों की मांगों को लेकर यूनियन ने लिखा पीएम को पत्र
नई दिल्ली: दिल्ली के सफाई कर्मियों की मांगों को लेकर राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह प्रधान ने पत्र लिखकर कहा है कि देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपने हमारे समाज के सफाई कर्मियों के पैर छूकर सम्मान दिया लेकिन इससे काम बनने वाला नहीं है। जब तक आप लोकसभा में इनके लिए कोई नीति व योजना नहीं बनाएंगे, तब तक सफाई कर्मियों का भला नहीं हो सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूँ कि अन्य सभी विभागों में 240 हाजिरी होने पर सफाई कर्मचारी को पक्का (रेगुलर) कर दिया जाता है जबकि दिल्ली नगर निगम में सफाई कर्मियों के लिए यह नियम नहीं है। यहां इनके लिए अलग कानून क्यों हैं। साथ ही सफाई कर्मियों को समय पर वेतन, बकाया राशि आदि भी नहीं मिल पाती है।
राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह प्रधान ने कहा कि आपने लोकसभा में विधेयक लाकर तीनों निगमो को तुरंत एक कर दिया, हमें (सफाई सैनिक) इससे क्या लाभ जबकि दिल्ली नगर निगम को आर्थिक सहायता की आवश्यकता थी। आप जैसे सभी राज्यों को आर्थिक सहायता पैकेज देते है उसी प्रकार दिल्ली नगर निगम, जहाँ 15 वर्षों से आपकी पार्टी की सरकार है, तो इससे निगम को भी फायदा होता व इन भोले भाले सफाई सैनिकों का भी। जो 15 से 20 वर्षों से कच्चे सफाई सैनिक पक्के हो जाते व इन गरीब सफाई सैनिकों के घर भी जैसे दिवाली मन जाती। ऐसे विधेयक लाने की जरूरत थी ताकि इनके बाल बच्चे भी खुशी मनाते और आपको दुआ देते।
राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह प्रधान ने कहा कि दिल्ली नगर निगम के सफाई सैनिक चाहे कोई भी बीमारी हो, हैजा, चेचक, प्लेग व अभी आई भयंकर कोरोना की बीमारी को भगाने में आपके कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया। बार बार हमें निगम आयुक्त ने झूठे आश्वासन दिये जाते हैं। हम 2006 तक पक्के कर रहें हैं व 2010 तक कर्मचारियों को पक्का कर रहें हैं लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। इन सफाई सैनिकों ने घरों से बहार निकल कर गलियों, सड़कों को साफ स्वच्छ किया। जिससे कि दिल्ली व देश से यह कोरोना बिमारी जल्द से जल्द भाग जायें। जबकि सभी लोग अपने अपने घरों में थे। यह लोग अपने व अपने परिवार की परवाह किये बिना लगे रहे। इनको कैशलेस मेडीकल सुविधा क्यूं नहीं जबकि इनसे गन्दा काम कौन करता है। सभी का कैशलेस मेडिकल सुविधा है इनके लिए क्यों नहीं है। इतना कार्य करने के बाद भी इन्हें इनकी तनख्वाह तक नहीं मिली, पेंशन भी नहीं मिलती व हमें समय पर लाभांश भी नहीं मिलते हैं।
राष्ट्रीय सफाई मजदूर काँग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह प्रधान ने कहा कि वेतन आदि मांगों के लिए इन्हें सड़कों पर आना पडता है तब जाकर 1 महीने की तनख्वाह मिलती है। अगर आरक्षण की जरूरत किसी को है तो इन सफाई सैनिकों है। इन्हें अलग से आरक्षण दिया जाये। इसका हकदार तो वाल्मीकी समाज है जो आज इस समय सबसे पिछडा व शोषित समाज है। दिल्ली की जनसंख्या काफी बढ़ रही है। काफी सफाई सैनिक रिटायर व काफी की मृत्यु हो चुकी है। इसके आधार पर सफाई सैनिकों की दिल्ली नगर निगम में सीधे तौर पर भर्ती की जाये। संगठन को आप पर पूर्ण भरोसा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप इस पत्र पर विचार करके इन सफाई सैनिकों के उत्थान के लिए लोकसभा में तत्काल विधेयक ला कर इनके लिए इनके लिए नीति व योजना जरूर बनाये ताकि इन सफाई सैनिको का उत्थान हो सके।