- निगम के विशेष अधिकारी से मिलने के लिए मांगा समय, 50 पेज खोलेंगे राज
- निगम जोनों में चल रहा था हाजिरी घोटाला, अधिकारियों ने की जमकर अनदेखी
- आरोप: भ्रष्टाचार की परतें खोलने वाले से की अन्य कर्मियों ने की मारपीट और दिखाया बाहर का रास्ता
नई दिल्ली, 31 जुलाई 2022: दिल्ली नगर निगम के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार से मिलकर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में हुए हाजिरी घोटाले का राज एक पीड़ित व निष्कासित निगम कर्मचारी खोलना चाहता हैं लेकिन इस कर्मचारी को करीब 24 दिनों से विशेष अधिकारी की तरफ से समय नहीं मिल पाया है। पीड़ित कर्मचारी राजकुमार का कहना है कि उन्होंने एमसीडी के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार से मिलने का समय मांगा है। उन्होंने इस माह की 7 तारीख को एक 50 पेज पत्र के माध्यम से समय मांगा है। पत्र में लिखा है कि मुझे समय देने की कृपा करें। साथ में भ्रष्टाचार के सबूत दिखाकर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग भी की गई है।
बता दें कि दिल्ली नगर निगम के एकीकरण होने से पहले दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के जन स्वास्थ्य विभाग से संबंधित मलेरिया विभाग में तैनात कॉन्ट्रैक्चुअल फील्ड वर्कर ( सीएफडब्ल्यू) कर्मचारी राजकुमार ने उस समय अपने विभाग के हाजिरी घोटाले की पोल खोली तो विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने मनमाने तरीके से सीएफडब्ल्यु कर्मचारी को परेशान करना शुरू कर दिया और बाद में ड्यूटी से टर्मिनेट कर दिया गया। अब पीड़ित ने अपना हक पाने के लिए और निगम के भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए निगम के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार से मिलने के समय मांगा है।
पीड़ित कर्मचारी राज कुमार ने दिल्ली नगर निगम पर यह आरोप लगाते हुए बताया कि निगमों के एकीकरण से पहले दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के तहत नजफगढ़ जोन और वेस्ट जोन में हाजिरी संबंधित हो रही अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की शिकायत सबूतों सहित संबंधित जोन के डीसी, जोन डीएचओ व बाद में निगम आयुक्त, निगम विजिलेंस को शिकायत की थी लेकिन शिकायत के बाद खुद उन्हें ही परेशान किया जाने लगा, साथ ही उसी विभाग के कुछ कर्मियों ने शिकायत को लेकर उनसे मारपीट भी की। बार बार जब शिकायतें की गई तो वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें ही हटा दिया।