- एस्क्रो खाते में कुल 6800 करोड़ का पार्किंग और कन्वर्जन शुल्क जमा किया गया था
- भाजपा शासित एमसीडी ने पार्किंग पर 2012 से अबतक खर्च किए सिर्फ 40 करोड़, इस अनुसार एस्क्रो खाते में होने चाहिए थे 6760 करोड़ लेकिन उपलब्ध सिर्फ 1.5 करोड़
- यह 6760 करोड़ रुपए कहां गए इसकी जांच और शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई आवश्यक
नई दिल्ली, 7 अगस्त 2022 : आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित एमसीडी पर एस्क्रो खाते से 6760 करोड़ रुपए गायब करने का आरोप लगाया है। ‘आप’ विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि एस्क्रो खाते में कुल 6800 करोड़ का पार्किंग और कन्वर्जन शुल्क जमा किया गया था। भाजपा शासित एमसीडी ने पार्किंग पर 2012 से अबतक सिर्फ 40 करोड़ ही खर्च किए। इस अनुसार एस्क्रो खाते में 6760 करोड़ होने चाहिए थे लेकिन उसमें सिर्फ 1.5 करोड़ रुपए ही उपलब्ध हैं। आम आदमी पार्टी ने मामले की जांच और शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज दिल्ली की जनता को भाजपा शासित एमसीडी के एक बहुत बड़े भ्रष्टाचार से अवगत कराने जा रहे हैं। एमसीडी जो भी टैक्स लेती है वह एस्क्रो खाते में जाता है। एक प्रक्रिया के तहत तय किया जाता है कि वह पैसा कहां खर्च किया जाएगा। दिल्ली की जनता पार्किंग और कन्वर्जन शुल्क देती है वह सारा पैसा एस्क्रो खाते में जमा किया जाता है। दस्तावेजों में साफ लिखा हुआ है कि यह पैसा सिर्फ और सिर्फ पार्किंग या कन्वर्जन के लिए ही इस्तेमाल किया जाएगा। यदि 2012 से लेकर आजतक का पार्किंग और कन्वर्जन शुल्क जोड़ा जाए तो लभभग 6800 करोड़ रुपए एमसीडी के एस्क्रो खाते में होने चाहिए।
कुछ दस्तावेज पेश करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि हैरान करने वाली बात यह है कि भाजपा ने पार्किंग पर सिर्फ 40 करोड़ रुपए ही खर्च किए। इस अनुसार एस्क्रो खाते में 6760 करोड़ रुपए होने चाहिए। लेकिन आरटीआई से जानकारी मिली है कि खाते में सिर्फ 1.5 करोड़ रुपए ही बचे हैं। इससे एक बड़ा सवाल उठता है कि बाकी सारा पैसा कहां गया। इसकी जांच होनी चाहिए। मुझे विश्वास है कि पिछले कई वर्षों से एमसीडी में भाजपा का जो चालचलन रहा है, इस भ्रष्टाचार में भी उसी का हाथ है। हम एलजी साहब से जांच की मांग करते हैं। साथ ही इसमें शामिल सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, इसकी भी मांग करते हैं।