- दिल्ली में एनआरसी लागू कर केजरीवाल रोहिंग्याओं को बाहर निकालने में केंद्र सरकार की मदद करें
- केजरीवाल रोहिंग्याओं को चिन्हित कर उनका नाम वोटर लिस्ट से हटवाए
- रोहिंग्याओं को संरक्षण देने वाली आम आदमी पार्टी के पास अब कहने के लिए कुछ नहीं बचा है
- नई दिल्ली, 18 अगस्त। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक विजेन्द्र गुप्ता ने दिल्ली में बसें 5 लाख बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को दिल्ली से बाहर निकालने के मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। विजेन्द्र गुप्ता ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल सरकार पर अवैध रुप से यहां रह रहे घुसपैठियों को हर तरह से सहायता करने और वोट बैंक के लिए उनका इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। गुप्ता ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री केजरीवाल इसे एक बड़ी राष्ट्रीय समस्या मानते हैं तो उन्हें इस मुद्दे पर विधानसभा का सत्र बुलाकर एन.आर.सी. लागू करने का प्रस्ताव पारित करना चाहिए। यदि केजरीवाल इस समस्या में भाजपा का सहयोग करें तो इस समस्या को तुरंत हल किया जा सकता है। प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया सह-प्रमुख हरिहर रघुवंशी और प्रदेश प्रवक्ता विरेन्द्र बब्बर मौजूद थे।
विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि घुसपैठिए रोहिंग्या और बांग्लादेशियों पर भाजपा की नीति स्पष्ट है क्योंकि भाजपा कभी भी देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वालों का साथ नहीं देती। इसलिए केजरीवाल सरकार तुरंत प्रस्ताव पारित कर इन घुसपैठियों को बाहर निकालने में केंद्र सरकार की मदद करें। उन्होंने कहा कि यदि केजरीवाल ऐसा नहीं करते हैं तो यह साफ है कि भाजपा द्वारा केजरीवाल पर घुसपैठियों का संरक्षण देने का आरोप सही है। गुप्ता ने वीडियो दिखाते हुए कहा कि हमने तो विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया था लेकिन उस वक्त केजरीवाल और उनके विधायक हंस रहे थे।
विजेन्द्र गुप्ता ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर पत्रकारों के सवालो से बचने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज केजरीवाल सरकार का रोहिंग्याओं को संरक्षण देने का खुलासा हो चुका है तो केजरीवाल और उनके मंत्रियों के पास अब कोई जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बसे इन घुसपैठियों को दिल्ली सरकार मुफ्त बिजली, पानी, आर्थिक सहायता देना तुरंत बंद करें और सभी घुसपैठियों का नाम वोटर लिस्ट से हटाया जाए।