– ‘‘आप’’ कार्यकर्ताओं और जनता ने तिहाड़ के बाहर प्रदर्शन कर ‘केजरीवाल को इंसुलिन दो’ के लगाए नारे – दिल्ली की जनता को अपने मुख्यमंत्री की चिंता है और उन्होंने अरविंद केजरीवाल के लिए इंसुलिन भेजी है- आतिशी
– सीएम केजरीवाल को देने इंसुलिन लेकर तिहाड़ पहुंचे ‘‘आप’’ नेता और जनता, जेल प्रशासन के लेने से इन्कार पर किया विरोध-प्रदर्शन
– जेल प्रशासन ने इंसुलिन नहीं लिया, क्योंकि भाजपा चाहती है कि केजरीवाल का शुगर लेवल बढ़े और उनकी तबीयत खराब हो- आतिशी
– दुनिया का कोई भी डॉक्टर बात देगा कि अगर शुगर लेवल 300 के पार है तो बिना इंसुलिन दिए उसे कंट्रोल नहीं किया जा सकता- आतिशी
– शुगर लेवल लगातार ज्यादा होने से मरीज की किड़नी, लीवर और आंखों समेत नर्वस सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है- आतिशी
– भाजपा अरविंद केजरीवाल की इंसुलिन को रोक कर उनकी जान को खतरे में रखने की साजिश कर रही है- आतिशी
– भाजपा गहरी साजिश कर अरविंद केजरीवाल को जान से मारना चाहती है, इसमें जेल प्रशासन और एलजी भी शामिल हैं- संजीव झा
– जेल प्रशासन और एलजी तय करने वाले कौन होते हैं कि केजरीवाल को इंसुलिन की जरूरत है या नहीं, यह तो डॉक्टर ही बताएगा- प्रियंका कक्कड़
नई दिल्ली, 21 अप्रैल 2024
तिहाड़ में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन नहीं देने को लेकर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता ने भाजपा सरकार के खिलाफ तिहाड़ जेल के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी के विरोध प्रदर्शन में कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ नेता अतिशी, विधायक संजीव झा और मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़, आदिल खां समेत अन्य नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। कैबिनेट मंत्री आतिशी समेत अन्य नेता अरविंद केजरीवाल के लिए दिल्ली के लोगों द्वारा भेजी गई इंसुलिन के इंजेक्शन लेकर पहुंचे थे। आतिशी ने जेल के बाहर मौजूद अधिकारियों को इंसुलिन देने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने नहीं ली। इस पर आतिशी ने कहा कि दिल्ली की जनता को अपने मुख्यमंत्री की सेहत को लेकर चिंता है। इसलिए उन्होंने अरविंद केजरीवाल के लिए इंसुलिन भेजी है। लेकिन जेल अधिकारियों ने इंसुलिन लेने से इन्कार कर दिया। भाजपा इंसुलिन को रोक कर अरविंद केजरीवाल की जान को खतरे में रखने की साजिश कर रही है। इस दौरान ‘‘आप’’ नेता हाथों में ‘अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन दो और अरविंद केजरीवाल की जान से खिलवाड़ मत करो’ लिखी तख्तियां, पोस्टर और बैनर लेकर पहुंचे थे।
इस दौरान आतिशी ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने अपने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए इंसुलिन भेजा है। अरविंद केजरीवाल पिछले 20 सालों से डायबिटीज के मरीज हैं। आज उनका शुगर लेवल 300 से उपर पहुंच गया है और शुगर लेवल लगातार 300 के पार बना हुआ है। दिल्ली और देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के किसी भी डॉक्टर से परामर्श लिया जाए तो वो बता देगा कि 300 से उपर शुगर लेवल है तो बिना इंसुलिन का इंजेक्शन लिए कम ही नहीं हो सकता है। अगर 300 से उपर शुगर लेवल बिना इंसुलिन के कंट्रोल नहीं हो सकता है और तिहाड़ प्रशासन इंसुलिन देने से मना कर रहा है, तो साफ तौर पर अरविंद केजरीवाल की जान को खतरा है। आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल लगातार ज्यादा स्तर पर बना हुआ है। इससे किड़नी, लीवर, आंखों समेत नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है। अगर अरविंद केजरीवाल को कुछ हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा। अगर अरविंद केजरीवाल की किडनी और आंखें खराब हो गई तो कौन जिम्मेदार होगा। अरविंद केजरीवाल की दवाइयां रोकने के पीछे निश्चित तौर पर गहरी साजिश है। आतिशी ने एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के वकील को कोर्ट में उपस्थित होकर तिहाड़ जेल प्रशासन का पक्ष रखना चाहिए, लेकिन तिहाड़ प्रशासन के लिए एलजी के दो वकील व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट में उपस्थित हुए थे। ये दोनों वकील एलजी के केस देखते हैं। तिहाड़ जेल प्रशासन को अपनी रिपोर्ट दिल्ली सरकार को भेजनी चाहिए, लेकिन वो एलजी को भेज रहा है। इन घटनाओं से साफ है कि वर्तमान में तिहाड़ जेल प्रशासन पूरी तरह एलजी साहब के अधीन उनके आदेश के मुताबिक काम कर रहा है। जेल प्रशासन द्वारा साजिशन अरविंद केजरीवाल की इंसुलिन रोकी जा रही है।
आतिशी ने कहा कि तिहाड़ प्रशासन ने इतने समय बाद शनिवार को एम्स को चिट्ठी लिखी कि उन्हें डायबिटिज के विशेषज्ञ डॉक्टर की जरुरत है। यानि इतने समय से तिहाड़ प्रशासन, कोर्ट को झूठ बोल रहा है कि केजरीवाल की मेडिकल मॉनिटरिंग हो रही है। इसलिए सवाल उठता है कि जब तिहाड़ में डायबटिज का डॉक्टर ही नहीं है तो मॉनिटरिंग कौन कर रहा है? उन्होंने कहा कि ये भाजपा की कैसी क्रूरता है। भाजपा की अरविंद केजरीवाल से कैसी नफरत है कि उन्हें इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा अरविंद केजरीवाल की इंसुलिन को रोककर उनकी जान को खतरे में रखने की साजिश कर रही है। भाजपा की शह पर तिहाड़ प्रशासन अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दे रहा है। इसलिए दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल के लिए इंसुलिन भेजी है और ये संदेश भेजा है की हमारे मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाए।
दिल्लीवालों ने भेजी इंसुलिन, पर जेल प्रशासन ने लेने से किया इनकार
दिल्ली की जनता द्वारा अपने सीएम अरविंद केजरीवाल को भेजी गई इंसुलिन की दवा को जेल प्रशासन ने लेने से इन्कार कर दिया। दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी व अन्य ‘‘आप’’ नेताओं ने इंसुलिन का इंजेक्शन अधिकारियों को देने का प्रयास किया। आतिशी ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने यह इंसुलिन की दवा भेजी है। इसे ले लीजिए, लेकिन अधिकारी दवा नहीं लिए। अतिशी ने कहा कि अगर तिहाड़ प्रशासन के पास इंसुलिन नहीं है तो दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल के लिए इंसुलिन भेजी है। लेकिन जेल के अधिकारी इंसुलिन लेने से इन्कार कर दिए। इसमें जेल अधिकारियों की कोई गलती नहीं है। दरअसल, इनके आका भाजपा नेताओं की साजिश है कि अरविंद केजरीवाल की दवा रोकी जाए। उनका शुगर लेवल 300 के पार पहुंचे ताकि उनकी तबीयत खराब हो और मल्टीपल ऑर्गन फेल हो। इस देश के इतिहास में पहले कभी इतनी घटिया राजनीति नहीं हुई होगी। भाजपा इतनी घटिया राजनीति न करे और अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन देने दे।
– तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अधीन है तो डीजी एलजी को रिपोर्ट क्यों भेज रहे हैं?- संजीव झा
‘‘आप’’ विधायक संजीव झा ने कहा कि 11 अप्रैल से अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल बढ़ रहा है, जो खतरे की घंटी है। अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन की जरूरत है। अरविंद केजरीवाल अपने डॉक्टर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात कराने की मांग कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल की लगातार मांग के बाद भी उनको इंसुलिन नहीं दी जा रही है। कोई भी डायबिटीज का विशेषज्ञ डॉक्टर कहेगा कि अगर मरीज का शुगर लेवल 300 के करीब है तो इंसुलिन दी जानी चाहिए। ताकि शरीर कोई अंग प्रभावित न हो। हम जेल प्रशासन से पूछना चाहते हैं कि आखिर इंसुलिन क्यों नहीं दी जा रही है। हमें लगता है कि इस मामले में भाजपा गहरी साजिश कर रही है। इसमें तिहाड़ जेल प्रशासन और एलजी शामिल हैं। भाजपा बार-बार कह रही है कि तिहाड़ दिल्ली सरकार के पास है। अगर तिहाड़ दिल्ली सरकार के पास है तो तिहाड़ का डीजी दिल्ली के मंत्री को रिपोर्ट क्यों नहीं कर रहा है, वो एलजी को क्यों रिपोर्ट कर रहा है। एलजी मीटिंग करने वाले कौन होते हैं? हम डीजी तिहाड़ से कहना चाहते हैं कि यह साजिश करना बंद करें। हमारी मांग है कि डीजी तिहाड़ के लोकेशन की जांच हो। इससे पता चल जाएगा कि डीजी एलजी के पास कितनी बार गए। उस मीटिंग के मिनट्स क्या थे। हमें पूरा शक है कि यह साजिश करके अरविंद केजरीवाल को जान से मारना चाह रहे हैं। एक तरह से उनको स्लो प्वाइजन देने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल की सेहत को लेकर बहुत चिंतित है। दिल्ली की जनता कह रही है कि अगर जेल प्रशासन के पास इंसुलिन नहीं है तो वो खुद इंसुलिन देना चाहती है। जेल प्रशासन दिल्ली की जनता से इंसुलिन ले और अरविंद केजरीवाल को मुहैया कराए। अब यह लड़़ाई हर स्तर पर चलती रहेगी।
– केजरीवाल को अपने डॉक्टर से बात करने की अनुमति दी जाए- प्रियंका कक्कड़
‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि अगर किसी को डायबिटिज होती है तो उसके लिए एक-एक दिन महत्वपूर्ण होता है। ईडी की कस्टडी में अरविंद केजरीवाल की शुगर 46 पहुंच गई थी। अब 300 के पार पहुंच रही है। जेल प्रशासन और एलजी तय करने वाले कौन होते हैं कि इंसुलिन की जरूरत नहीं है। यह तो डॉक्टर ही जांच करके बताएगा। डायबिटीज के विशेषज्ञ डॉक्टर से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बात करने की अनुमति दी जानी चाहिए, लेकिन एलजी और जेल प्रशासन को इससे भी दिक्कत है। आज देश में एक बहुत भारी संख्या में लोग डायबिटिज के मरीज हैं। जिन लोगों को शुगर है, उनके परिवार के लोग ही समझ सकते हैं कि आज हम लोग तिहाड़ जेल के बाहर आकर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं?