- दिल्ली स्टेट आँगनबाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन के बैनर तले महिला एवं बाल विकास विभाग के दफ़्तर पर प्रदर्शन
- महिला एवं बाल विकास विभाग का अनिश्चितकालीन घेराव करने को मजबूर हो जाएंगी
नई दिल्ली, 27 जून 2022: दिल्ली स्टेट आँगनबाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन के बैनर तले बड़ी संख्या में महिलाओं ने दिल्ली महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्यालय का घेराव किया। इस दौरान ज्ञापन के ज़रिए यूनियन ने ये माँगें रखी। 1. सभी टर्मिनेटेड वर्करों व हेल्परों को तुरन्त बहाल करो। 2. सभी आँगनबाड़ी कर्मियों के जून तक के मानदेय का भुगतान तुरन्त करो। 3. जब तक मामला न्यायाधीन है तब तक टर्मिनेटेड वर्करों को समान (फ़ोन, रजिस्टर इत्यादि) वापस करने के लिए प्रताड़ित करना बन्द करो और 4. सभी टर्मिनेटेड महिला कर्मियों के बकाये का तुरन्त भुगतान करो।
बता दें कि दिल्ली में 31 जनवरी से चली आँगनबाड़ी कर्मियों की हड़ताल को तमाम तिकड़म से तोड़ पाने में असफ़ल होने के बाद भाजपा और आप ने मिलीभगत से इस हड़ताल को ऐस्मा थोप कर ख़त्म किया था। यही नहीं इसके उपरांत 884 महिला कर्मियों को महिला एवं बाल विकास विभाग ने महज़ अपने हकों के लिए हड़ताल में शामिल होने की वजह से बर्खास्त कर दिया था। बर्खास्त महिला कर्मियों का मसला फ़िलहाल दिल्ली उच्च न्यायालय में न्यायाधीन है। लेकिन महिला एवं बाल विकास विभाग इन बर्खास्त महिला कर्मियों को उनके फ़ोन, रजिस्टर इत्यादि जमा करने के लिए प्रताड़ित कर रहा है। यही नहीं आँगनबाड़ी में कार्यरत महिला कर्मियों के मानदेय का भी पूर्ण भुगतान नहीं किया गया है।
आज के प्रदर्शन में झण्डे, दफ़्तियों, नारों इत्यादि के साथ महिला कर्मियों ने विभाग का घेराव किया। लेकिन आँगनबाड़ी कर्मियों को पाबन्द होने और कर्तव्य निष्ठा का पाठ पढ़ाने वाले इस विभाग के सभी आला-अधिकारी दफ़्तर से नदारद थे। ऐसे में महिला कर्मियों ने अपना ज्ञापन सौंप कर महिला एवं बाल विकास विभाग को चेतावनी दी कि 10 दिनों के भीतर विभाग की ओर से ठोस कार्रवाई न होने की सूरत में वे महिला एवं बाल विकास विभाग का अनिश्चितकालीन घेराव करने को मजबूर हो जाएंगी।