- यह राजनीति करने का समय नही है, भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकार को एक साथ मिलकर डाक्टरों की हड़ताल को जल्द से जल्द खत्म करवाना चाहिए – चौ0 अनिल कुमार
- दिल्ली सरकार का निगम को पत्र लिखकर निगम के अस्पतालों को दिल्ली सरकार को सौंपने के लिए कहना, अत्यंत दुखद और गंभीर विषय है। – चौ0 अनिल कुमार
नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि निगम के अस्पतालों के डाक्टरों और अन्य कर्मचारियों को कोविड-19 के दौरान हड़ताल पर जाना भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम और दिल्ली की अरविन्द सरकार की विफलताओं को साबित करता है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार का निगम को पत्र लिखकर यह कहना कि निगम के अस्पतालों को दिल्ली सरकार को सौंप दे, अत्यंत दुखद और गंभीरता का विषय है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि जब डाक्टर कोविड ड्यूटी के तहत अपनी जान को खतरे में डालकर कोविड मरीजों की सेवा कर रहे है, उस समय सरकार द्वारा इन्हें कई महीनों से वेतन नही दिया जा रहा है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि निगम के अस्पताल हिन्दुराव अस्पताल के डाक्टर वेतन मिलने के कारण हड़ताल पर है और कस्तूरबा अस्पताल के रेजीडेन्ट डाक्टर्स एसोसिऐशन ने भी 14 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक 7 दिन की सांकेतिक हड़ताल पर जाने सूचना दी है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली नगर निगम की आमदनी का बड़ा हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम, दिल्ली सरकार द्वारा मिलने वाले ग्रांट, टैक्स और निगम की आमदनी से चलता है, परंतु कोविड-19 महामारी में इस वर्ष टैक्स की कमी के कारण निगम की आमदनी पूरी तरह कम हो गई। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कोविड महामारी के कारण दिल्ली सरकार को केन्द्र से विशेष आर्थिक मदद मिली, परंतु निगम को न तो केन्द्र सरकार और न ही दिल्ली सरकार ने विशेष आर्थिक मदद दी।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि इस आर्थिक संकट के दौर में यदि डाक्टरों के वेतन को समय पर दिया जाता तो कोविड मरीज जो अस्पतालों में इलाज करा रहे है, उन्हें डाक्टरों और अन्य स्टॉफ की कमी के कारण दूसरे अस्पतालों में स्थानांतरित नही किया जाता।चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली ने सत्ता में रहते हुए पब्लिक सेवा से जुड़े कर्मचारियों को वेतन देने के प्रति कभी संवेदनशीलता नही हुई दिखाई। उन्होंने कहा कि चाहे आम आदमी पार्टी हो या भाजपा दोनो कभी कर्मचारियों के हित की बात नही करते, जबकि कर्मचारियों के लिए वायदे बड़े-बड़े करते है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द सरकार दिल्ली विश्वविद्यालय के 12 कॉलेजो, जो दिल्ली सरकार दी गई राशि से चलते है उनके शिक्षकों और अन्य स्टॉफ के वेतन के लिए भी असंवेदनशील नही है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द सरकार मरने के बाद कोरोना यौद्धा का खिताब देकर उन्हें मुआवजा देने की बात कर रही है, परंतु जो मेडिकल स्टॉफ और डाक्टर मरीजों का इलाज करते हुए कोविड से लगातार लड़ रहे है, उनको वेतन व अन्य सुविधाऐं नही दी जारी है, यह सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह राजनीति करने का समय नही है, दोनो सरकारें भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकार एक साथ मिलकर डाक्टरों की हड़ताल के गंभीर मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाऐं ताकि कोविड-9 के कारण जिंदगी से लड़ रहे मरीजों की परेशानी को दूर किया जा सके। चौ0 अनिल कुमार ने कहा भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकारें सभी मतभेद दूर करके डाक्टरों को वेतन देने लिए प्राथमिकता से काम करें।