- एमसीडी की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा, स्कूल बनाने में 10 करोड़ खर्च हुए लेकिन कभी उपयोग में नहीं लाया गया- बीजेपी एमसीडी ने दिल्ली वालों के टैक्स का 10 करोड़ बर्बाद कर दिया, आज स्कूल में छात्रों की जगह जानवर दिखाई देते हैं- इस प्रोजेक्ट की अनुमति किसने दी? जिस लक्ष्य के साथ इस प्रॉजेक्ट को तैयार किया गया था, उसमें उपयोग में क्यों नहीं लाया गया? – इस 10 करोड़ का एक बहुत बड़ा हिस्सा भाजपा के नेताओं ने खाया है, आम आदमी पार्टी सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करती है- दुर्गेश पाठक
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर 2022 : ‘आप’ विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने हेल्थ सेंटर और नर्सिंग स्कूल बनाने में करोड़ो का घोटाला किया है। एमसीडी की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा, हुआ कि स्कूल बनाने में 10 करोड़ खर्च हुए लेकिन उसे कभी उपयोग में नहीं लाया गया। बीजेपी एमसीडी ने दिल्ली वालों के टैक्स का 10 करोड़ बर्बाद कर दिया। आज स्कूल में छात्रों की जगह जानवर दिखाई देते हैं। एमसीडी जवाब दे कि इस प्रोजेक्ट की अनुमति किसने दी? जिस लक्ष्य के साथ इस प्रॉजेक्ट को तैयार किया गया था, उसमें उपयोग में क्यों नहीं लाया गया? इस 10 करोड़ का एक बहुत बड़ा हिस्सा भाजपा के नेताओं ने खाया है। आम आदमी पार्टी सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करती है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम आपको यह बताना चाहेंगे कि भारतीय जनता पार्टी ने किस तरह से दिल्ली वालों के टैक्स के पैसों की बर्बादी की है। यह मुद्दा नरेला का है जहां एक प्राइमरी हेल्थ सेंटर और एक नर्सिंग स्कूल बनाने में लगभग 10 करोड़ रुपए खर्च किए गए। स्कूल बनकर तैयार तो हुआ लेकिन आज तक उस स्कूल को खोला नहीं गया। लगभग 10 करोड़ की संपत्ति बनाकर ऐसे ही छोड़ दी गई। आज अगर आप वहां जाते हैं तो आपको खंडहर के सिवा कुछ नहीं मिलेगा। दीवारें गिर चुकी हैं, छात्रों की जगह जानवर दिखाई देते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा मैं नहीं बल्कि एमसीडी की ऑडिट रिपोर्ट कह रही है।यह पूरा प्रॉजेक्ट फर्जी था, इसकी कोई जरूरत नहीं थी। इसकी जांच होनी चाहिए। इस प्रॉजेक्ट की अनुमति किसने दी? यह प्रॉजेक्ट बना और जिस लक्ष्य के साथ इस प्रॉजेक्ट को तैयार किया गया था उसमें उपयोग में क्यों नहीं लाया गया? 10 करोड़ कोई छोटी मोटी रकम नहीं होती है और ना ही यह रकम भाजपा के नेताओं का पैसा है। सारा पैसा दिल्ली वालों के टैक्स का है। दिल्ली वालों ने अपनी गाड़ी कमाई का पैसा एमसीडी वालों को दिया था इसलिए एमसीडी को जवाब देना पड़ेगा।
इस 10 करोड़ का एक बहुत बड़ा हिस्सा भाजपा के नेताओं ने खाया है। आम आदमी पार्टी सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करती है। दिल्ली वालों से अपील करता हूं कि एमसीडी के चुनाव में बहुत कम वक्त बचा है, हम सभी को मिलकर काम करना है। जिससे दिल्ली को भाजपा के भ्रष्टाचार से आजादी मिल सके।