नई दिल्ली, 18 जुलाई, 2022 : सिंगापुर में आयोजित होने जा रहा वर्ल्ड सिटी सम्मेलन में शिरकत करने की केंद्र सरकार द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के सवाल पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं कोई अपराधी तो हूं नहीं। एक चुना हुआ मुख्यमंत्री हूं और इस देश का आजाद नागरिक हूं। मुझे सिंगापुर जाने से क्यों रोका जा रहा है, मेरी समझ के बाहर है? मैं समझता हूं कि सिंगापुर में हो जा रहे इस सम्मेलन में दुनिया भर के बहुत बड़े-बड़े नेता आएंगे। दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो क्रांति हुई है और दिल्ली में अलग-अलग क्षेत्रों में जो तरक्की हुई है, उस दिल्ली मॉडल के बारे में वहां पर प्रस्तुत करने के लिए सिंगापुर की सरकार ने विशेष तौर पर मुझे बुलाया है।
इस सम्मेलन में दुनिया भर के नेता दिल्ली मॉडल के बारे में सुनेंगे। इससे देश का गौरव बढ़ेगा और इससे देश का नाम होगा। दिल्ली मॉडल की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रम्प साहब दिल्ली आए थे, तो उनके साथ उनकी धर्मपत्नी मिलेनिया ट्रम्प भी आई थीं। मिलेनिया ट्रम्प ने दिल्ली सरकार के स्कूलों के बारे में सुना था। वो दिल्ली के स्कूल देखने गईं और दिल्ली की शिक्षा क्रांति के बारे में काफी तारीफ कीं। इससे पहले नार्वे की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती हार्लेम ब्रंुडलैंड दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक देखने के लिए आईं। यूएन के पूर्व महासचिव बान की मून साहब दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक देखने के लिए आए। यह तो देश के लिए गर्व की बात है, अच्छी बात है। हमें तो इसको और उत्साहित करना चाहिए। केंद्र सरकार को ऐसी चीजों को रोकना नहीं चाहिए। यह अच्छी बात नहीं है।
मेरे सिंगापुर जाने को लेकर राजनीति हो रही है, इसके अलावा और कोई कारण नजर नहीं आ रहा है : केजरीवाल
मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए सीएम अरविदं केजरीवाल ने कहा कि जाहिर तौर पर राजनीति हो रही है। इसके अलावा वैधानिक तौर पर तो और कोई कारण नजर नहीं आ रहा है। ऐसा तो है नहीं कि कोर्ट ने मेेरे जाने पर रोक लगा रखी है। मैंने कोई अपराध कर रखा है। किसी तरह की कोई रोक नहीं है। एक आम नागरिक भी तो देश से बाहर जाने के लिए स्वतंत्र है। तो फिर चुना हुआ मुख्यमंत्री क्यों नहीं जा सकता है। मैं जिस काम के लिए जा रहा हूं, उससे देश का गौरव ही बढ़ेगा। मैं तो वैसे ही विदेशों में ज्यादा नहीं जाता हूं। जब से मैं मुख्यमंत्री बना हूं, तब से विदेश का एक-दो दौरा ही किया हूं। जब देश की बात होती है, देश का नाम रौशन होने जा रहा है, देश की तरक्की की बात हो रही है। तब मुझे लगता है कि हमें अपने पार्टीबाजी वाली राजनीति छोड़कर एकजुट होकर देश की तरक्की की बात करनी चाहिए।