- प्रदूषण कम करने में भी मिलेगी मदद / राजघाट डीटीसी डिपो से सीएम अरविंद केजरीवाल ने हरी झंडी दिखाकर ई-बसों को किया रवाना, सात रूटों पर चलेंगी ये बसें / सभी बसों में जीपीएस, सीसीटीवी, व्हील चेयर की सुविधा के साथ महिलाओं के लिए पिंक सीट, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए सीट उपलब्ध / मैं दिल्ली में प्रदूषण मुक्त, सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन के नए युग में दिल्ली वासियों का स्वागत करता हूं- सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जा रही हैं, अब दिल्ली में 300 ई-बसें हो गई हैं- दिल्ली की सड़कों पर अब कुल 7379 बसें दौड़ रही हैं, जो अब तक की सबसे अधिक बसों की संख्या है- अरविंद केजरीवाल
- हम डीएमआरसी की 100 इलेक्ट्रिक बसों को भी टेकओवर कर रहे हैं और दिल्ली सरकार ही डीएमआरसी के फीडर रूट्स पर बसें चलाएगी-
- 300 इलेक्ट्रिक बसों के आने के बाद इसका पहला फेज पूरा हुआ, अब फेज दो के तहत दिसंबर 2023 तक 1500 और ई-बसें खरीदेंगे- दिसंबर 2023 तक दिल्ली के पास 2280 इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी और 2025 तक 6380 ई-बसें और खरीदी जाएंगी- 2025 तक दिल्ली के पास कुल 10480 बसें हो जाएंगी, जिसमें 8280 इलेक्ट्रिक बसें होंगी, जो कुल बस बेड़े का 80 फीसद है- 56 बस डिपो विद्युतीकृत किए जा रहे हैं, तीन हो चुके हैं, 17 डिपो जून 2023 तक और 36 डिपो दिसंबर 2023 तक विद्युतीकृत हो जाएंगे- अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली, 02 जनवरी, 2023 : सीएम अरविंद केजरीवाल ने नए साल पर आज दिल्लीवालों को 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक एसी बसों का तोहफा दिया। इन बसों से प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी। राजघाट डीटीसी डिपो से सीएम अरविंद केजरीवाल ने हरी झंडी दिखाकर इन बसों को रवाना किया। ये बसें सात रूटों पर चलाई जाएंगी। सभी बसों में जीपीएस, सीसीटीवी, व्हील चेयर की सुविधा के साथ महिलाओं के लिए पिंक सीट, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए सीट उपलब्ध है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं दिल्ली में प्रदूषण मुक्त, सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन के नए युग में दिल्लीवासियों का स्वागत करता हूं। सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें शामिल जा रही हैं और अब दिल्ली में 300 इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं। वर्तमान में दिल्ली की सड़कों पर कुल 7379 बसें दौड़ रही हैं, जो अब तक की सबसे अधिक बसों की संख्या है। सीएम ने कहा कि हम डीएमआरसी की 100 इलेक्ट्रिक बसों को भी टेकओवर कर रहे हैं और अब दिल्ली सरकार ही डीएमआरसी की फीडर बसें चलाएगी। दिसंबर 2023 तक दिल्ली के पास 2280 इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी और 2025 तक 6380 और ई-बसें खरीदी जाएंगी। जिसके बाद दिल्ली में कुल 10480 बसें हो जाएंगी, जिसमें 8280 इलेक्ट्रिक बसें होंगी, जो कुल बस बेड़े का 80 फीसद है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज राजघाट डीटीसी डिपो से 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और दिल्ली परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारी समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। यह सभी इलेक्ट्रिक बसें रोहिणी सेक्टर 37 स्थित बस डिपो में ठहरेंगी और दिल्ली के सात अलग-अलग रूटों पर चलाई जाएंगी। यह 12 मीटर लंबी लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें हैं। इन बसों में यात्रियों की सुविधा का विशेष ख्याल रखा गया है। बस में जीपीएस, सीसीटीवी, व्हील चेयर, महिलाओं के लिए 25 फीसद पिंक सीट व वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीट है। नेत्रहीन लोगों के लिए विशेष सुविधा के साथ दिव्यांगजनों के लिए हर बस में 4 सीट है।
हमने बहुत कम समय में 300 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें अधिग्रहित कर ली- अरविंद केजरीवाल
आधुनिक सुरक्षा मानकों से लैस इन 50 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने के उपरांत सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं दिल्ली में प्रदूषण मुक्त, सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन के नए युग में दिल्लीवासियों का स्वागत करता हूं। आज बहुत खुशी का दिन है कि 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की जनता के लिए सड़कों पर उपलब्ध होने जा रही हैं। अब दिल्ली के अंदर 300 इलेक्ट्रिक लो फ्लोर बसें हो गई हैं। बहुत कम समय में ही हम लोगों ने इतनी सारी इलेक्ट्रिक बसें अधिग्रहित कर ली हैं। इसके लिए मैं सभी अधिकारियों के साथ दिल्ली के लोगों को बधाई देना चाहता हूं कि यह सुविधा उनके उपलब्ध हो रही हैं। दिल्ली में अब कुल 7379 बसे हो गई हैं। दिल्ली की सड़कों पर अब तक की सबसे ज्यादा बसे हैं। अभी तक कभी भी दिल्ली की सड़कों पर इतनी बसें नहीं थी। बीच में कई सालों तक दिल्ली में नई बसें खरीदी नहीं गई थी। मुझे याद है कि हमें भी कहा गया कि इतने साल हो गए और बसे नहीं खरीदी गई हैं। एक कहावत है कि भगवान जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है। वैसे ही, दिल्ली सरकार जब काम करना शुरू करती है तो छप्पर फाड़ कर काम करना शुरू करती है। दिल्ली सरकार ने एक बार जब बसें खरीदना शुरू किया तो अब खूब सारी बसें एक साथ खरीदी जा रही हैं। कुल 7379 बसों में से 4060 से डीटीसी के अंतर्गत है और क्लस्टर में 3319 बसें डीआईएमटीएस (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल ट्रांजिट सिस्टम्स) के तहत संचालित की जा रही हैं।
डीएमआरसी के फीडर रूट पर 100 इलेक्ट्रिक बसें पर्याप्त नहीं हैं, हम साल के अंत तक बसें बढ़ाकर 480 कर देंगे- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक हमारे पास कुल 300 इलेक्ट्रिक बसें हो चुकी हैं। डीएमआरसी भी 100 इलेक्ट्रिक बसों को संचालित करता है। लेकिन इन बसों को डीएमआरसी ठीक से चला नहीं पा रहा है। इसलिए दिल्ली सरकार ने डीएमआरसी की 100 बसों को टेकओवर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डीएमआरसी के फीडर रूट्स पर दिल्ली सरकार ही इन बसों को संचालित करेगी। डीएमआरसी के फीडर रूट पर 100 इलेक्ट्रिक बसें पर्याप्त नहीं हैं। हम इस साल के अंत तक फीडर बसों की संख्या 100 से बढ़ाकर 480 कर देंगे। जिसके बाद डीएमआरसी के फीडर रूट्स पर 480 बसें हो जाएंगी। डीएमआरसी की 100 इलेक्ट्रिक बसें और डीटीसी की 300 इलेक्ट्रिक बसें यानि दिल्ली में कुल 400 इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं। पूरे देश में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें मुम्बई में हैं। मुम्बई में इलेक्ट्रिक की 406 बसें हैं। मुम्बई से हम केवल 6 बसें ही पीछे रहे गए हैं। इस साल हम 1500 और नई इलेक्ट्रिक बसें खरीदने जा रहे हैं। अभी दिल्ली में 300 इलेक्ट्रिक बसें हैं। इन 300 इलेक्ट्रिक बसों के साथ हमारा इलेक्ट्रिक बसों का पहला फेज पूरा हो गया है। अब फेज दो के अंतर्गत 1500 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी। दिसंबर 2023 तक हम लोग 1500 और इलेक्ट्रिक बसें खरीद लेंगे। इस तरह दिसंबर 2023 तक दिल्ली के पास 2280 इलेक्ट्रिक (300 बसें सड़क पर हैं, 480 बसें डीएमआरसी की ली जाएंगी और 1500 बसें खरीदी जाएंगी) बसें हो जाएंगी। 2025 के अंत तक हम 2280 इलेक्ट्रिक बसों के अलावा 6380 और इलेक्ट्रिक बसें खरीदेंगे। इस प्रकार 2025 के अंत तक दिल्ली में कुल 10480 बसें हो जाएंगी। जिसमें 8280 इलेक्ट्रिक बसें होंगी। इस तरह कुल बस बेड़े में 80 फीसद इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी।
मीडिया रिपोट्स के अनुसार, प्रदूषण के मामले में पिछले सात साल में दिल्ली का सबसे साफ 2022 का साल रहा है-अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब इतनी सारी इलेक्ट्रिक बसें आएंगी, तो हमें उनके लिए चार्जिंग स्टेशन और बस डिपो की भी जरूरत पड़ेगी। दिल्ली में बस डिपो के विद्युतीकरण का काम बहुत तेजी से चल रहा है। कुल 56 बस डिपो को विद्युतीकृत किया जा रहा है। डिपो के विद्युतीकरण पर करीब 1500 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। तीन डिपे का विद्युतीकरण किया जा चुका है। 17 डिपो को जून 2023 तक और 36 डिपो को दिसंबर 2023 तक विद्युतीकृत कर दिया जाएगा। यह बसें बहुत अच्छी हैं। बसों में पैनिक बटन, जीपीएस सिस्टम, कैमरा समेत कई आधुनिक सुविधाएं हैं। इन इलेक्ट्रिक बसों का सबसे बड़ा फायदा प्रदूषण को कम करने को लेकर है। दिल्ली में प्रदूषण की सबसे ज्यादा समस्या होती है। जिसका सभी दिल्लीवालों ने मिलकर काफी समाधान किया है। आज एक मीडिया के पहले पेज पर खबर भी थी कि पिछले सात साल में प्रदूषण के मामले में सबसे साफ 2022 का साल रहा है। अभी भी हमें बहुत कुछ करने की जरूरत है। प्रदूषण को कम करने में इलेक्ट्रिक बसों का अधिग्रहण बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।
परिवहन विभाग के बेड़े में अब 7379 बसें हो गई हैं, जो अभी तक के बेड़े में शामिल सबसे अधिक बसों की संख्या है- कैलाश गहलोत
इस अवसर पर दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, यह नए की एक शानदार शुरुआत है। दिल्ली सरकार ने आज परिवहन विभाग के बेड़े में 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने के साथ ही अब शून्य प्रदूषण वाली 300 इलेक्ट्रिक बसों को सड़क पर उतारने का पहला चरण पूरा कर लिया है। . मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार, शहर भर में हरित, सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही अब परिवहन विभाग के बेड़े में 7379 बसें शामिल हो गई हैं, जो अभी तक बेड़े में शामिल सबसे अधिक बसों की संख्या है। वहीं, 2025 के अंत तक बस बेड़े का आकार 10,480 हो जाएगा, जिसमें 8,280 इलेक्ट्रिक बसें शामिल होंगी। यानी कुल बेड़े के आकार का लगभग 80 फीसद इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने अल्ट्रा चार्जिंग स्टेशन का भी किया उद्घाटन
इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने के साथ ही उनको चार्ज करने के लिए स्टेशन भी बढ़ाए जा रहे हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने के साथ ही अल्ट्रा चार्जिंग स्टेशन का भी उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम ने चार्जिंग स्टेशन पर मौजूद सभी सुविधाओं का भी जायजा लिया। अल्ट्रा चार्जिंग प्वाइंट्स वो हैं, जहां पर बसों को बहुत कम समय में चार्ज किया जा सकता है। दिल्ली सरकार ने जब इलेक्ट्रिक बसों को दिल्ली की सड़कों पर उतारने पर विचार-विमर्श शुरू किया था, तो उस समय सबसे बड़ी समस्या बसों को कम से कम समय में चार्ज करने को लेकर थी। कम से कम समय में गाड़ियों को चार्ज करने की तकनीक पर लगातार चर्चा हुई। उसी प्रयास के परिणाम स्वरूप यह अल्ट्रक चार्जिंग स्टेशन शुरू किए जा रहे हैं। यहां पर बहुत कम समय में बसें चार्ज हो सकेंगी।
दिल्ली सरकार दिसंबर तक चलाएगी 480 फीडर बसें
दिल्ली सरकार ने हाल ही में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पाेरेशन (डीएमआरसी) के 100 इलेक्ट्रिक बसों के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की है और इन 100 ई-बसों के अलावा दिल्ली सरकार डीएमआरसी के फीडर रूट्स के लिए 380 इलेक्ट्रिक बसें खरीदेगी। इस तरह दिल्ली सरकार की दिसंबर 2023 तक दिल्ली में कुल 480 फीडर बसों को संचालित करने की योजना है।
दिसंबर 2023 तक दिल्ली में दूसरे राज्यों की तुलना में सबसे अधिक 1800 ई-बसें होंगी
डीटीसी ने 1500 लो फ्लोर ज़ीरो एमिशन इलेक्ट्रिक बसों का अनुबंध भी दिया है, जिन्हें इस साल चरणबद्ध तरीके से बेड़े में शामिल किया जाएगा। सभी 1500 बसों को 2023 के अंत तक परिवहन विभाग के बस बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा। जिसके बाद दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों की कुल संख्या 1800 हो जाएगी, जो देश के अंदर किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस बसों में यात्रियों का सफर होगा सुरक्षित
- यह एसी लो फ्लोर बसें दिव्यांगों के लिए अनुकूल हैं।
- महिलाओं के लिए निरूशुल्क टिकट और पास की सुविधा मिलेगी
- बसें सीएनजी/इलेक्ट्रिक हैं जो जीरो स्मोक, जीरो नॉइज़ और पूरी तरह से बीएस-6 के अनुरूप है।
- सभी बसों में जीपीएस, डिजिटल टिकटिंग, कॉन्टैक्टलेस टिकटिंग की सुविधा है।
- बसों में सीसीटीवी, पैनिक बटन, हूटर सभी 2-वे सेंट्रलाइज्ड कमांड और कंट्रोल सेंटर से जुड़े हैं।
इन सात रूटों पर दौड़ेंगी 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें
सीएम अरविंद केजरीवाल के निर्देशानुसार परिवहन विभाग इन 50 इलेक्ट्रिक बसों को सात अलग अलग रूटों पर चलाएगा। ये सभी बसें रोहिणी के सेक्टर 37 में बने बस डिपो में रखी जाएंगी। इनमें से 48 बसों के लिए रुट निर्धारित किया गया है, जबकि 2 बसों को रिजर्व में रखा गया है।
1- रुट संख्या 165 – इस पर 7 बसें चलेंगी जो शाहबाद डेयरी से रोहिणी सेक्टर-18 एक्स-इंग- बादली रेलवे स्टेशन-समयपुर-जीटीके बाई पास-बुरई एक्स इंग-वजीराबाद एक्स-इंग-भजनपुरा-यमुना विहार-नंद नगरी डिपो-दिलशाद गार्डन से आनंद विहार आईएसबीटी तक जाएंगी।
2- रुट संख्या 879- इस रूट पर 5 बसें चलेंगी। यह बसें शाहबाद डेयरी से रोहिणी सेक्टर-16-रोहिणी सेक्टर-15 जी-ब्लॉक- सेक्टर-9 सेक्टर-7/8- मधुबन चौक – पीरा गढ़ी- विकास पुरी – आउटर रिंग रोड – जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर – उत्तम नगर – सी जनकपुरी- सागरपुर तक चलेंगी।
3- रुट संख्या 901- इस पर 6 बसें चलेंगी। ये बसें मंगोलपुरी के वाई ब्लॉक से मधुबन चौक – वजीरपुर डिपो – आजादपुर – जीटीबी नगर – पुरानी दिल्ली सचिवालय – आईएसबीटी के.गेट – लाल किला – दिल्ली गेट – रामलीला ग्राउंड से कमला मार्केट तक जाएंगी।
4- रुट संख्या 957- इस पर 7 बसें चलेंगी। ये बसें रोहिणी सेक्टर 22 टर्मिनल से वाई ब्लॉक मंगोलपुर – अवंतिका – रोहिणी सेक्टर -7 क्रॉसिंग – महिंद्रा पार्क – ब्रिटानिया – पंजाबीबाग – जखीरा फ्लाईओवर – सराय रोहिल्ला – देव नगर – करोलबाग – गोल मार्केट से शिवाजी स्टेडियम तक जाएंगी।
5- रुट संख्या 971- इस रूट पर सबसे अधिक 16 बसें चलेंगी। इस रूट पर बस में यात्रा करने वाले लोगों की डिमांड पर सबसे ज्यादा बसें चलाई जा रही हैं। ये बसें रोहिणी सेक्टर 1 अवंतिका से चलकर
रोहिणी सेक्टर -4, एस एक्स-आईएनजी, रोहिणी सेक्टर-7, एस एक्स-इंग, रोहिणी सेक्टर 7-8 एक्स इंग, मधुबन चौक, वजीरपुर- अशोक विहार – आजादपुर – जीटीबी नगर – बालक राम अस्पताल-वजीराबाद – भजनपुरा – यमुना विहार – नंद नगरी डिपो – सीमापुरी- आनंद विहार आईएसबीटी तक जाएंगी।
6-रुट संख्या 990ए- इस पर दो बसें चलेंगी। ये बसें रोहिणी सेक्टर 25 (दीप विहार) से रिठला मेट्रो स्टेशन – रोहिणी सेक्टर -1 और रोहिणी सेक्टर 7-8 – मधुबन चौक – सीडी ब्लॉक पीतम पुरा – वजीरपुर डिपो – पंजाबी बाग, कर्मपुरा – पटेल नगर – करोलबाग – गोले बाजार होकर शिवाजी स्टेडियम तक जाएंगी।
7-रुट संख्या 990एक्सटेंशन- इस रूट पर 5 बसें चलेंगी। ये बसें रोहिणी सेक्टर 25 (पॉकेट सी) से रिठाला मेट्रो स्टेशन- रोहिणी सेक्टर 1 और रोहिणी सेक्टर 7-8 – मधुबन चौक – पीतमपुरा – वजीरपुर डिपो- पंजाबी बाग- कर्मपुरा- पटेल नगर- करोलबाघोकर शिवाजी स्टेडियम तक जाएंगी।