- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन का बयान
- कोरोना का ग्रोथ रेट अब 8 प्रतिशत के करीब चल रहा है
- दिल्ली में 5532 मरीज हैं, इनमें से आज तक 3925 एक्टिव मरीज हैं
- और 84 लोग आईसीयू में हैं, जबकि उसमें से भी सिर्फ 12 लोग वेंटिलेटर पर हैं
- तबलीगी जमात पर कार्रवाई करे या फिर उन्हें जाने दें दिल्ली पुलिस
- दिल्ली सरकार सबसे जल्दी अपने राशन का हिस्सा उठा रही है और लाभार्थियों को जल्दी से बांट रही है
नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के अंदर अभी 5532 केस हैं, जिसमें से 428 कल (06 मई) आए हैं। दिल्ली में कोरोना के दोगुना होने की रफ्तार में अभी 11 दिन है। स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि कोरोना तो है और अभी बहुत समय तक रहने वाला है। ऐसा नहीं है कि कोरोना एक-दो महीने में खत्म हो जाएगा। कोरोना को रोकने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से काफी कुछ किया गया है। पहले किसी को यह अंदाजा नहीं था कि कोरोना वायरस किस तरह का व्यवहार करता है और यह कैसे काम करता है? हमारे देश में और अन्य देशों में बहुत कुछ फर्क तो है। हमारे देश में कोरोना का खतरा अमेरिका के मुकाबले कम लगता है। अमेरिका में बहुत ज्यादा लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। जैसा मैने बताया है कि दिल्ली में 5532 मरीज हैं, इनमें से आज तक 3925 एक्टिव मरीज हैं और 84 लोग आईसीयू में हैं, जबकि उसमें से भी सिर्फ 12 लोग वेंटिलेटर पर हैं। बाकी देशों में बहुत बड़ी संख्या में मरीज वेंटिलेटर पर और आईसीयू में हैं।
दिल्ली में बढ़ रहे मरीजों की तादात पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मरीजों की संख्या को बेस पर नहीं लेना चाहिए बल्कि मरीजों की वृद्धि दर क्या है, ये मायने रखता है। दिल्ली में कल जो बेस था उसके तहत करीब 8-8.5 प्रतिशत का ग्रोथ रेट बनता है। कुछ दिन पहले दिल्ली में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि थी। इसके बाद वृद्धि दर कम हुई। पहले 15 हुई, फिर 12 हुई और अब 8 प्रतिशत के करीब चल रहा है। अगर वास्तविक संख्या पर जाएंगे, तो पहले के मुकाबले आज ज्यादा है। तबलीगी जमात पर स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि जो भी लोग हैं, अगर किसी के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करनी है, तो पुलिस कार्रवाई करे, अन्यथा जिनका क्वारंटाइन पूरा हो चुका है, और जो पाॅजिटिव थे और उसके बाद वे नेगेटिव हो चुके हैं, तो उन्हें जाने दिया जाए।
लाॅकडाउन की वजह से उन्हें रोका गया था। 3 मई तक पूरी तरह से लाॅकडाउन था। इसके अंदर किसी भी तरह के आवागमन पर पूरी तरह से प्रतिबंध था। तीसरे लाॅकडाउन के अंदर लोगों को शिफ्ट किया जा सकता है। इसलिए हमने फंसे हुए लोगों को शिफ्ट करने का फैसला किया है। इसके अलावा लाॅकडाउन की वजह से दिल्ली में फंसे लोगों की सूची बाकी राज्य की सरकारों को भेज दी गई हैं और राज्य सरकारों से बातचीत चल रही है। जिन राज्यों के लोग यहां फंसे हैं, यदि उस राज्य की सरकार चाहेगी, तभी वे लोग जा सकेंगे। वैसे दिल्ली में फंसे मध्य प्रदेश के कुछ श्रमिकों को लेकर आज एक ट्रेन मध्य प्रदेश जाने वाली है। स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि शराब की दुकानों पर सोशल डिस्टेसिंग को लेकर कुछ समस्याएं हुई हैं, जिसकी वजह से पिछले दो दिनों में बहुत ही कम दुकानें खुल पाई हैं। नियम के मुताबिक बहुत दुकानें नहीं खुल सकती हैं। कुछ दिनों बाद सभी दुकानें खुल जाएंगी, तो यह समस्या समाप्त हो जाएगी। राशन के संदर्भ में एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सबसे जल्दी अपने राशन का हिस्सा उठा रही है और दिल्ली में लाभार्थियों को सबसे जल्दी ही राशन बांट रही है।