- दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन, नेता प्रतिपक्ष सांसद व भाजपा विधायक ने दिल्ली सरकार द्वारा शराब की दुकान खोलने के फैसले पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इस फैसले के कारण दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण का तेजी से फैलने की आशंका जताई
- दिल्ली में रोजाना कोरोना वायरस से संक्रमण के कई मामले सामने आ रहे हैं लेकिन फिर भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया जिसका परिणाम आज देखने को मिला
- केंद्र की ओर से जारी नियमों का सख्ती से पालन हो इस पर दिल्ली सरकार को विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए
- दिल्ली सरकार शराब की दुकानों को खोलने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करे और दिल्ली के हित में फिलहाल यह खरीद-बिक्री तुरंत बंद की जाए
- यह अच्छा मौका था शराब पीने की लत को छुड़ाने का, जब 40 दिन बिना शराब के रहा जा सकता है तो सिर्फ शराब की दुकानों से एक्साइज की ड्यूटी कमाने के लिए यह नुकसान करने वाला कार्य दिल्ली सरकार को नहीं करना चाहिए था
- दिल्ली के लोगों ने भरोसे के साथ अरविंद केजरीवाल को दोबारा मुख्यमंत्री चुना लेकिन कुछ लोगों को खुश करने के लिए उन्होंने पूरी दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य को हाशिए पर रख दिया
- दिल्ली सरकार ने शराब की दुकान खोलने का निर्णय लेकर साबित कर दिया है कि इंसान की जान से ज्यादा इनको कमाई चाहिए अपने झूठे विज्ञापन करने के लिए
- शराब की दुकानें तुरंत बंद करा देनी चाहिए और यदि ये आवश्यक है कि दुकानें खोली जाएं तो एक मजबूत योजना और सही रणनीति बनाकर ही खोली जाएं
- पूरी खबर सिर्फ यहां, किस भाजपा सांसद और नेता ने क्या कहा
नई दिल्ली: लॉकडाउन 3 के पहले दिन ही दिल्ली सरकार ने दिल्ली में शराब की दुकानें खोलने का निर्णय लिया और दुकानें खुलने के बाद दुकानों के आगे लोगों की भीड़ जमा हो गई जिसके कारण सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ गई। आज के परिदृश्य को देखते हुए दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन, नेता प्रतिपक्ष, सांसद व भाजपा विधायक ने दिल्ली सरकार के इस फैसले पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शराब की दुकानें खुलने से दिल्ली में कोरोना महामारी के संक्रमण का तेजी से बढ़ सकते हैं और इसे बिना किसी योजना के शुरू नहीं करना चाहिए।
दिल्ली भाजपा द्वारा सोमवार जारी बयान के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से समय पर सावधानियां नहीं बरतने के कारण आज पूरी दिल्ली रेड जोन में है जिसे लेकर सभी चिंतित हैं। दिल्ली में रोजाना कोरोना वायरस से संक्रमण के कई मामले सामने आ रहे हैं लेकिन फिर भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया जिसका परिणाम आज देखने को मिल रहा है। केंद्र की ओर से दिल्ली सरकार को सभी तरह का सहयोग मिल रहा है बावजूद इसके दिल्ली सरकार दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। मेरा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से अनुरोध है कि संकट के समय दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर कोई राजनीति न करें, इस समय लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर रखना ज्यादा जरूरी है। बिना योजना के इस तरह का कदम उठाना दिल्ली के लोगों के हित में नहीं है।
केंद्रीय मंत्री व सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली में शराब की दुकान खोलने के फैसले की बजाए दिल्ली सरकार को दिल्ली के हालातों को गंभीरता से लेते हुए दूसरे कई कड़े कदम उठाने चाहिए थे। दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले काफी चिंताजनक है इसलिए केंद्र की ओर से जारी नियमों का सख्ती से पालन हो इस पर दिल्ली सरकार को विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए अन्यथा इसका परिणाम दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होगा।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है दिल्ली में कल ही कोरोना के 427 नए मरीज आए हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि शराब की दुकानें खोल देने से इस महामारी की चपेट में आने वालों के आंकड़े में करीब 10 फीसद तक की वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा है कि शराब की खरीद बिक्री में नकदी के लेनदेन के मद्देनजर शराब के विक्रेताओं और खरीदारों, दोनों के संक्रमित होने का खतरा है। मेरा दिल्ली सरकार से आग्रह है कि दिल्ली में कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार शराब की दुकानों को खोलने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करे और दिल्ली के हित में फिलहाल यह खरीद-बिक्री तुरंत बंद की जाए।
सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पीने वाले और पिलाने वाले यानी पिलाने की सुविधा देने वाले बराबर से जिम्मेवार है। यह अच्छा मौका था शराब पीने की लत को छुड़ाने का, जब 40 दिन बिना शराब के रहा जा सकता है तो सिर्फ शराब की दुकानों से एक्साइज की ड्यूटी कमाने के लिए यह नुकसान करने वाला कार्य दिल्ली सरकार को नहीं करना चाहिए था। दिल्ली सरकार के इस निर्णय ने लॉक डाउन के तीसरे चरण को लागू करने के मकसद को फेल कर दिया है। अभी अगर समय रहते इस ओर कोई उचित कदम नहीं उठाया गए तो यह दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है।
सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि यह बेहद ही शर्म की बात है कि केजरीवाल सरकार ने रेवेन्यू के नाम पर दिल्ली में ठेके खुलवा दिए हैं जिसका परिणाम है कि लोगों की भीड़ सड़क पर उतर आई है। केजरीवाल सरकार का यह कदम तबलीगी जमात के एजेंडे को पूरा करने और अपने वोट बैंक को सुनिश्चित करने के लिए किया गया है। दिल्ली के लोगों ने भरोसे के साथ अरविंद केजरीवाल को दोबारा मुख्यमंत्री चुना लेकिन कुछ लोगों को खुश करने के लिए उन्होंने पूरी दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य को हाशिए पर रख दिया है। पिछले 5 सालों में लोगों के राशन कार्ड नहीं बने जिसका परिणाम है कि गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन व राशन देने में दिल्ली सरकार सफल रही। दिल्ली के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि कोरोना महामारी के इस समय में रेवेन्यू के नाम पर दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के साथ समझौता न करें।
सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए इसे रेड जोन में रखा है ताकि सख्ती के साथ नियमों का पालन करवाकर लोगों को इसके संक्रमण से बचाया जा सके लेकिन दिल्ली सरकार की लापरवाही की वजह से यह उद्देश्य विफल होता नजर आ रहा है। लोगों की जान की परवाह किए बगैर दिल्ली सरकार ने शराब की दुकान खोलने का निर्णय लेकर साबित कर दिया है कि इंसान की जान से ज्यादा इनको कमाई चाहिए अपने झूठे विज्ञापन करने के लिए।
विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि लाॅक डाउन के पहले ही दिन से कोराना वैश्विक महामारी जैसी गंभीर समस्या पर दिल्ली सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं लिया, जिसके कारण करोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा होता गया। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए बिना शराब की दुकानों के बाहर जमा हुई भीड़ के कारण दिल्ली में अन्य लोगों को संक्रमण का खतरा हो सकता है। दिल्ली सरकार के फैसले की कड़ी निंदा करते उन्होंने कहा कि शराब की दुकानें तुरंत बंद करा देनी चाहिए और यदि ये आवश्यक है कि दुकानें खोली जाएं तो एक मजबूत योजना और सही रणनीति बनाकर ही खोली जाएं।