- अगर अगले 48 घंटें में केजरीवाल सरकार ने दक्षिण दिल्ली की झुग्गीबस्तियों एवं गांवों में पानी की सप्लाई सुनिश्चित नहीं की तो भाजपा प्रदर्शन करेगी
टैंकर माफियाओं के माध्यम से केजरीवाल के विधायक पानी के नाम पर कर रहे हैं अवैध वसूली – टैंकर माफिया से छुटकारा दिलाने की बात करने वाले केजरीवाल ने अपने आठ सालों में टैंकरों की संख्या को 892 से बढ़कर 1204 करवा दी : रमेश बिधूड़ी
नई दिल्ली, 16 नवम्बर। भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने आज एक प्रेसवार्ता में दिल्ली में खासकर दक्षिणी दिल्ली में काफी लंबे समय से चल रही पानी की किल्लत पर केजरीवाल सरकार पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि सत्ता में आने से पहले जो केजरीवाल बार-बार कहते थे कि 24 घंटे दिल्ली को पानी देंगे और साथ ही दिल्लीवासियों को टैंकर माफियाओं से मुक्ति दिलाएंगे, लेकिन वास्तविकता यह है कि पहले दिल्ली में टैंकरों की संख्या 892 थी जो केजरीवाल शासन के आठ सालों में बढ़कर 1204 हो गई है। जो साफ दर्शाता है कि केजरीवाल सरकार ने पाइपलाइन से पानी सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए कोई काम नहीं किया। आज हुए प्रेसावार्ता में प्रदेश प्रवक्ता अजय सहरावत भी मौजूद थे।
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि आज दिल्ली में 48 फीसदी ऐसे टैंकर चल रहे हैं जिनमें जीपीएस नहीं है और यही कारण है कि आम आदमी पार्टी के विधायक इसका फायदा उठाकर खुलेआम वसूली कर रहे हैं। इंडस्ट्री, फैक्ट्री और घरों में खुलेआम पैसे लेकर पानी बेचा जा रहा है। संगम विहार के अंदर टैंकर मालिक ने आत्महत्या की थी जिसके कारण केजरीवाल का एक विधायक प्रकाश जरवाल जेल भी जा चुका है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में लोग दूषित और जहरीला पानी पी कर कैंसर, लीवर और अन्य पेट संबंधित गंभीर बिमारियों के शिकार हो रहे हैं।
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि पिछले आठ सालों में ना ही कोई नया ट्रीटमेंट प्लांट लगा जबकि पानी की खपत जो पहले 900 एमजीडी थी वह अब 1300 एमजीडी हो गई है। इसके बावूजद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। ना ही किशाऊं, ना ही रेणुका बांध और ना ही रैनी वैल के जरीए से कोई पानी की सप्लाई बढ़वाने पर काम किया गया है। उन्होंने कहा कि यमुना के किनारे गढ्ढे खोदकर पानी की उपलब्धता बढ़ाने की केजरीवाल सरकार की योजना भी धरी की धरी की रह गई है।
बिधूड़ी ने कहा कि साल 2015 से पहले जो जलबोर्ड 600 करोड़ रुपये सरप्लस में था वो अब 57,895 करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा है। यही कारण है कि कैग द्वारा लिखे गए 22 पत्रों का जवाब केजरीवाल सरकार की ओर से नहीं दिया गया। क्योंकि अगर जांच की जाती तो केजरीवाल सरकार की पैसे उगाही के कारनामों की पोल खुल जाती। हाल ही में सामने आया है जलबोर्ड का 20 करोड़ रुपये का घोटाला इसका नया प्रमाण है। उन्होंने कहा कि अभी वसंत विहार में पानी की किल्लत मची हुई है, लेकिन केजरीवाल दूसरे राज्यों में चुनावी पर्यटन में व्यस्त हैं। वसंत विहार की झुग्गियों एवं महिपालपुर के आसपास के क्षेत्रों में लोग 20 रुपये प्रति बाल्टी पानी खरीदने को मजबूर हैं, पर हमारी जानकारी अनुसार वहां के विधायक पहले गुजरात विधानसभा चुनाव और अब निगम चुनाव में टिकट वितरण में व्यस्त हैं। अगर अगले 48 घंटें में केजरीवाल सरकार ने दक्षिण दिल्ली की झुग्गीवस्तियों एवं गांवों में पानी की सप्लाई सुनिश्चित नहीं की तो भाजपा प्रदर्शन करेगी।