- दिल्ली कांग्रेस ने डीजल और पेट्रोल पर बढ़े वैट को वापस लेने की मांग की
- शराब की बिक्री को सुव्यवस्थित किया जाए
- शराब पर 70 प्रतिशत के अतिरिक्त कर को वापस लिया जाना चाहिए
- सिगरेट तंबाकू की दुकानें बंद होनी चाहिए
नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि उनके द्वारा कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन में बिना किसी से उचित विचार-विमर्श किए जिनमें आर.डब्लू.ए. भी शामिल है, बिना सावधानियों और बिना योजना के छूट देने का निर्णय लेने के परिणामस्वरुप ही आज दिल्ली में अराजकता और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने कहा कि इससे दिल्ली में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी होगी जबकि कोविड महामारी के लगातार बढ़ते ग्राफ से राजधानी पर अत्यधिक दबाव है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि दिल्ली सरकार ने राज्य, जिला और क्षेत्रीय स्तर पर बिना किसी योजना और परामर्श के लॉकडाउन नियमों में प्रमुख रियायतों की घोषणा क्यों की। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में छूट देने के लिए न ही आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा रोडमैप तैयार किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने आज प्रदेश कार्यालय में डिजीटल संवाददाता सम्मेलन के द्वारा सम्बोधित किया। उनके साथ प्रदेश उपाध्यक्ष जय किशन और अभिषेक दत्त भी मौजूद थे। चौ0 अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार से मांग की कि डीजल व पेट्रोल पर बढ़ाए गए वेट को तुरंत वापस लिया जाए, सिगरेट और तम्बाकू की बिक्री पर तुरंत प्रभाव से रोक लगनी चाहिए और शराब की दुकानों पर बिक्री व्यवस्थित ढ़ंग से की जाए ताकि भीड़ जमा न हो ताकि दिल्ली में कोविड कोरोना के मामलों को बढ़ने से रोका जा सके। शराब पर 70 प्रतिशत कर को भी वापस लिया जाना चाहिए। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार प्रवासी भारतीयों को उनके गांव भेजने के लिए कोई रोड़ मेप तैयार नही किया है। उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली सरकार प्रवासी श्रमिकों की किसी भी प्रकार की मदद नही कर रही है तो कांग्रेस पार्टी आगे बढ़कर इन प्रवासी मजदूरां को घर भेजने सहित हर संभव मदद करेगी।
चौ0 अनिल कुमार ने मंहगाई पर बोलते हुए कहा कि जहां दिल्लीवालों पर बेरोजगारी की वजह से बौझ बढ़ रहा, वही जीविका पालन के लिए भी उनके पास कोई साधन नही है और उपर से दिल्ली सरकार ने डीजल पर 7.10 रुपये और पेट्रोल पर 1.67 रुपये वैट की दर बढ़ा दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को याद दिलाया कि उन्होंने फरवरी 2020 में कहा था कि सरकार का खजाना भरा है, तो अब अपना खजाना भरने के लिए जनता को क्यों लूट रहे है। उन्होंने कहा कि डीजल के दाम बढ़ने से आवश्यक चीजों की ढुलाई मंहगी होगी, जिससे हर तरह की मंहगाई बढ़ेगी और जरुरी चीजों के दामों में भी भारी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि जमाखोरी और कालाबाजारी ने गरीब आदमी की कमर तोड़ दी है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि जब शराब और गुटखा के बिना लोग लगभग 45 दिनों से गुजारा कर रहे थे, फिर सरकार ने शराब पर 70 प्रतिशत टैक्स बढ़ाने का फैसला क्या शराब माफियाओं दवाब में लिया। उन्होंने कहा कि किसके दवाब में और किसको फायदा पहुॅचाने के लिए शराब के ठेके खोले गए है? उन्होंने कहा कि केजरीवाल न सिर्फ अपने प्रचार करने के लिए बल्कि सरकारी खजाने को भरने के लिए भी जनता को लूट रहे है। अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवालों के लिए बिजली-पानी-स्कूल फीस और सम्पति कर, किसी भी तरह राहत की कोई घोषणा नही की है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल लोगों से किराएदारों से किराया न लेने की वकालत कर रहे है और इसके उलट उनकी सरकार दिल्लीवासियों को बेहिसाब लूट रही है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार के कुप्रबंधन के कारण दिल्ली के आम नागरिक, छोटे दुकानदार, देहाड़ी मजदूर, कम आमदनी वाले लोग और श्रमिकों पर गहरा संकट छाया हैं। सरकार सिर्फ अपना खजाना भरने में व्यस्त है।