- दिल्ली सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता रेड जोन है
- तीन मशीनों की मदद से राजेंद्र नगर विधानसभा को पूरी तरह से सैनिटाइज किया
- जिस एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है, उन्हें रेड जोन माना गया है
- जिस एरिया को हाई रिस्क जोन घोषित किया गया है, उन्हें आॅरेंज जोन माना गया है
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के विधायक व दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने सोमवार को कहा कि मुझे लगता है कि पूरे देश में पहली बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार इस तरह का प्रयोग कर रही है। आज से पहले कभी इस तरह की मशीनों का प्रयोग सैनिटाइजेशन में नहीं देखा गया है। यह मशीनें खाद या केमिकल का छिड़काव करने में इस्तेमाल की जाती हैं। इसीलिए सैनिटाइजेशन के लिए पूरी तरह से उपयुक्त हैं। यह मशीनें डब्ल्यूएचओ के मानदंडों के मुताबिक ही केमिकल के मिश्रण को उस हिसाब से छिड़काव करती हैं कि सड़क से पूरी तरह से कीटाणु व वायरस का खात्मा हो जाता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता रेड जोन है।
यह वे इलाके हैं, जिन्हें दिल्ली सरकार ने कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है, जिन्हें हाॅट स्पाॅट बना दिया है। इन मशीनों से उन इलाकों को सबसे पहले सैनिटाइज किया जाएगा। अभी हम इन मशीनों का पायलट प्रोजेक्ट के तहत अभ्यास किए हैं। तीन मशीनों की मदद से राजेंद्र नगर विधानसभा को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया है। इसका पायलट प्रोजेक्ट करके देख गया है कि किस तरह से यह मशीनों प्रभावशाली हैं। कितने वायरस व कीटाणुओं को मार पा रही है और इसके इस्तेमाल से कहीं कोई नुकसान तो नहीं हो रहा है। विशेषज्ञों के साथ इसका आंकलन करने के बाद हम इस फैसले पर पहुंचे हैं कि इन मशीनों को जल्द से जल्द सभी रेड और आॅरेंज जोन में उतार देना चाहिए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना वायरस के खात्मे के मद्देनजर कल रविवार को चिह्नित रेड और आॅरेंज जोन में बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन अभियान की शुरूआत करने की घोषणा की थी। जिस एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है, उन्हें रेड जोन माना गया है और जिस एरिया को हाई रिस्क जोन घोषित किया गया है, उन्हें आॅरेंज जोन माना गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि सैनिटाइजेशन के लिए पीआई इंडस्ट्रीज ने दिल्ली सरकार को 10 हाईटेक जापानी मशीनें दी हैं। एक मशीन एक घंटे में 20 हजार वर्ग मीटर को सैनिटाइज करती है। इसके अलावा दिल्ली जल बोर्ड की 50 मशीनें भी सैनिटाइजेशन में इस्तेमाल की जाएंगी। कुल 60 मशीनों की मदद से दिल्ली के रेड और आॅरेंज जोन में बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन अभियान की शुरूआत की गई है।