- सीएम केजरीवाल ने दिए आदेश
- मैंने एलजी साहब को भी सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड के रूप में नियुक्त करने का सुझाव देते हुए अलग से एक प्रस्ताव भेजा है
- एलजी साहब से मांग है कि पर्याप्त होमगार्ड की नियुक्ति होने तक सिविल डिफेंस वालंटियर्स को बतौर बस मार्शल तैनात रखना चाहिए
- सिविल डिफेंस वालंटियर्स ने बतौर बस मार्शल महिला यात्रियों को सुरक्षा देने के साथ ही अपराधों को रोकने में भी मदद की है
- महिलाओं का भी कहना है कि बस मार्शलों की मौजूदगी में वे ज्यादा सुरक्षित महसूस करती हैं, इसलिए अचानक इन्हें हटाया जाना सही नहीं होगा
- सिविल डिफेंस वालंटियर्स मामूली पृष्ठभूमि से आते हैं, अचानक हटाने से इनके परिवार के सामने आर्थिक संकट पैदा हो जाएगा
- सीएम ने गृह मंत्री कैलाश गहलोत को पत्र लिखकर सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड के रूप में तैनात करने के लिए योजना बनाने के दिए आदेश
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर, 2023 : दिल्ली सरकार सिविल डिफेंस वालंटियर्स को अब होमगार्ड के रूप में नियुक्त करेगी और इनसे बस मार्शल का काम लिया जाएगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत को पत्र लिखकर सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड के रूप में तैनात करने को लेकर योजना तैयार करने का आदेश दिया है। सीएम ने अपने पत्र में कहा कि मैंने सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड के रूप में नियुक्त करने का सुझाव देते हुए एलजी को भी प्रस्ताव भेजा है और मांग की है कि पर्याप्त संख्या में होमगार्ड की नियुक्ति होने तक इन्हें बतौर बस मार्शल तैनात रखना चाहिए। इनके पास बस मार्शल का काम करने का अच्छा अनुभव भी है। इसलिए इन्हें होमगार्ड के रूप में नियुक्त करने के लिए हमें योजना बनानी चाहिए। ऐसा करने से सरकार को अनुभवी लोग मिल जाएंगे और सिविल डिफेंस वालंटियर की नौकरी भी नहीं जाएगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने सिविल डिफेंस वालंटियर्स की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए अपने पत्र में कहा है कि बड़ी संख्या में सिविल डिफेंस वालेंटियर्स बतौर बस मार्शल काम कर रहे हैं। इन वालेंटियर्स ने बसों में सफर करने वाली महिला को सुरक्षा प्रदान करने में शानदार काम किया है। महिला यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ इन्होंने जेबकतरों को पकड़ने समेत अन्य छोटे-मोटे अपराधों को रोकने में भी मदद की है। मैंने इन वालेंटियर्स की ऐसी कई कहानियां सुनी हैं। मैंने कई महिला यात्रियों से भी बात की है। महिला यात्रियों ने मुझे बताया कि बस मार्शलों की मौजूदगी की वजह से उनको सफर के दौरान बहुत ही सुरक्षा का अहसास होता है। इनकी मौजूदगी की वजह से बसों में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में भी काफी कमी आई है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्र में कहा है कि बस मार्शल के रूप में इनकी तैनाती जारी रखने को लेकर कानूनी आपत्ति जताई गई है। इसमें कहा गया है कि सिविल डिफेंस वालंटियर्स को लगातार ड्यूटी पर नहीं लगाया जा सकता है। इन्हें सिर्फ किसी आपदा के दौरान ही ड्यूटी पर लगाया जा सकता है। इसलिए ये सुझाव दिया गया है कि सिविल डिफेंस वालंटियर्स की जगह इन्हें होम गार्ड के रूप में नियुक्त करके बसों में बतौर मार्शल तैनात किया जाए।
सीएम ने पत्र में कहा है कि मैंने सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड के रूप में नियुक्त करने का सुझाव देते हुए एलजी को भी अलग से प्रस्ताव भेजा है। जिसमें मांग की है कि सिविल डिफेंस वालंटियर्स को बस मार्शल के रूप में तब तक तैनात रखा जाए, जब तक कि उनके स्थान पर पर्याप्त संख्या में होम गार्ड की नियुक्ति नहीं हो जाती है। सीएम ने महिला सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि बस मार्शलों को अचानक ड्यूटी से हटा दिया गया तो यह बसों में सफर करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए सही नहीं होगा।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि चूंकि मौजूदा सिविल डिफेंस वालंटियर्स में से काफी लोग बसों में बतौर मार्शल ड्यूटी दे रहे है। इन लोगों पास बस मार्शल के रूप में काम करने का अच्छा अनुभव है। इसलिए हमें इन वालेंटियर्स को बतौर होमगार्ड नियुक्त करके बस मार्शल के रूप में उनकी तैनाती जारी रखने की योजना तैयार करनी चाहिए। साथ ही, इन सिविल डिफेंस वालंटियर्स की तैनाती तब तक जारी रखी जानी चाहिए, जब तक कि किसी के खिलाफ कोई विशेष शिकायत न मिले।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्र के आखिर में कहा है कि सभी सिविल डिफेंस वालंटियर्स बहुत ही मामूली पृष्ठभूमि से आते हैं। अगर इन्हें अचानक हटा दिया गया तो उनके परिवार को भारी आर्थिक संकट में डाल देगा। सीएम ने गृहमंत्री को निर्देश दिया है कि सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड के रूप में तैनात कर उनसे बस मार्शल की ड्यूटी पर लगाया जाए। इससे एक तरफ सरकार को अनुभवी लोग भी मिलेंगे और दूसरी तरफ इन लोगों की नौकरी भी बच जाएगी। इसी के अनुसार प्लान तैयार करें।