- केजरीवाल सरकार द्वारा फेल हो चुकी रोजगार योजना को दोबारा शुरू करके दिल्ली के लोगों को भ्रमित करने का काम किया जा रहा है
- जिस तरह बाइस्कोप में घुमा फिरा कर एक ही तस्वीर दिखाई जाती है उसी तरह केजरीवाल सरकार फ्लॉप हुई पुरानी योजनाओं को दोबारा शुरू करती रहती है
- दिल्ली के लोगों को रोजगार के नाम पर बरगलाने के लिए फिर से केजरीवाल सरकार रोजगार योजना लेकर आई है जहां पर रोजगार की गारंटी तो नहीं है, लेकिन अश्लीलता जरूर परोसी जा रही है
- यह साफ जाहिर है कि केजरीवाल सरकार की मानसिकता महिला विरोधी है क्योंकि उनकी पार्टी में संदीप कुमार, शरद चैहान जैसे कई नेता हैं जिन पर महिला यौन उत्पीड़न एवं शोषण का आरोप है और पीड़िता आज तक न्याय से वंचित है
- दो साल पहले भी रोजगार योजना शुरू की गई थी जो फेल हो गई थी, जिसके लिए केजरीवाल सरकार ने 34 करोड़ 41 लाख रुपए खर्च किए थे, लेकिन रोजगार सिर्फ 334 लोगों को ही मिला था
- कोरोना संकट के समय में जहां दिल्ली के लोग आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं ऐसे समय में केजरीवाल सरकार का रोजगार के नाम पर इस तरह का भद्दा मजाक उनकी अमानवीयता को दर्शाता है
नई दिल्ली : केजरीवाल सरकार द्वारा फेल हो चुकी रोजगार योजना को दोबारा शुरू करके दिल्ली के लोगों को भ्रमित करने का काम कर रही है इस लेकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना व मीडिया प्रमुख अशोक गोयल देवराहा उपस्थित थे। आदेश गुप्ता ने कहा कि जिस तरह बाइस्कोप में घुमा फिरा कर एक ही तस्वीर दिखाई जाती है उसी तरह केजरीवाल सरकार फ्लॉप हुई पुरानी योजनाओं को दोबारा शुरू करती रहती है। कभी ऑड-ईवन, कभी डोर स्टेप डिलीवरी, कभी ई-व्हीकल और कुछ दिनों पहले ही केजरीवाल सरकार ने रोजगार योजना की शुरुआत की है जो दो साल पहले भी शुरू की गई थी, लेकिन फेल हो गई थी। इस योजना के लिए केजरीवाल सरकार ने 34 करोड़ 41 लाख रुपए खर्च किए थे लेकिन रोजगार सिर्फ 334 लोगों को ही मिला था। अब एक बार फिर से दिल्ली के लोगों को रोजगार के नाम पर बरगलाने के लिए केजरीवाल सरकार रोजगार योजना लेकर आई है जहां पर रोजगार की गारंटी तो नहीं है, लेकिन अश्लीलता जरूर परोसी जा रही है।
गुप्ता ने कहा कि इससे यह साफ जाहिर है कि केजरीवाल सरकार की मानसिकता महिला विरोधी है क्योंकि उनकी पार्टी में संदीप कुमार, शरद चैहान जैसे कई नेता है जिनपर महिला यौन उत्पीड़न एवं शोषण का आरोप है और पीड़िता आज तक न्याय से वंचित है। उन्होंने कहा कि दो साल पहले फेल हो चुकी योजना को दोबारा रोजगार बाजार योजना के नाम से शुरू करके केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की जनता के घाव पर नमक छिड़कने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इस कोरोनाकाल में जब लोग जिंदगी व मौत से लड़ रहे हैं वहीं केजरीवाल सरकार का रोजगार के नाम पर इस तरह का भद्दा मजाक उनकी अमानवीयता को दर्शाता है।
गुप्ता ने दो साल पहले की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि 2018 में भी रोजगार मेला प्रचार-प्रसार करते हुए केजरीवाल सरकार ने खूब ढोल पीटे थे। इस साल केजरीवाल सरकार ने यह घोषणा की है कि नौकरी पाने वाले और नौकरी देने वाले दोनों ही दिल्ली सरकार के जॉब पोर्टल पर रजिस्टर कर सकते हैं और नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। केजरीवाल सरकार के रोजगार बाजार योजना की पोल खोलते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ केजरीवाल सरकार का दिखावा है जिसके लिए करोड़ों के विज्ञापन भी दिए जा चुके हैं। शुक्रवार को केजरीवाल सरकार के मंत्री गोपाल राय ने दावा किया कि जॉब पोर्टल पर 9 लाख से ज्यादा वैकेंसी है और आवेदनकर्ता 8 लाख 64 हजार हैं। उन्होंने कहा कि अगर दावे इतने सच हैं तो केजरीवाल सरकार बताएं कि पोर्टल के माध्यम से अब तक कितने लोगों को नौकरी मिली है।
जॉब पोर्टल की एक नौकरी का स्क्रीनशॉट दिखाते हुए गुप्ता ने कहा कि लोगों का वीडियो देखो और कमाओ जैसे नौकरी का अवसर दिया जा रहा है। इसके तहत लोगों को वॉट्सएप पर लिंक भेजकर वी क्लीप नाम का वीडियो एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा जाता है और उसके वीडियोस देखने के बदले 4 हजार से लेकर 10 हजार प्रति माह की कमाई का झांसा दिया जा रहा है। जिस पर अश्लील वीडियो और फोटो मौजूद हैं। साथ ही इसके जरिए डेटा प्राइवेसी का भी उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जहां लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं वहीं केजरीवाल सरकार का राहत के नाम पर यह कदम किसी महापाप से कम नहीं है। केजरीवाल सरकार वास्तविकता मे आर्थिक मदद देने के उपाय करने की बजाय रोजगार के नाम पर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है और करोड़ों के घोटाले कर रही है। गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में रोजगार देने वाले वाले 5,584 व्यवसायियों व कंपनियों को ही दिल्ली सरकार टैक्स के नाम पर नोटिस भेजकर धमका रही है। साथ ही उन पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में दिल्ली पुलिस कमिश्नर से भी बात की जाएगी, क्योंकि हम दिल्ली की जनता को ऐसी झूठी सरकार के भरोसे नहीं छोड़ सकते।