- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने आज मृतक पत्रकार तरुण सिसोदिया के निवास भजन पुरा, पूर्वी दिल्ली जाकर उनकी पत्नी को करीब सवा पांच लाख रुपये का बैंक ड्राफ्ट मदद के रुप में सौंपा
- दिल्ली सरकार तरुण सिसोदिया को कोरोना यौद्धा के रुप में मानकर उनके परिवार को मुआवजा दे और उनकी दोनो बेटियों की पढ़ाई की जिम्मेदारी ले
नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार, वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ मृतक पत्रकार तरुण सिसोदिया के परिवार वालों से मिलने आज, शनिवार 11 जुलाई, 2020 उनके भजनपुरा स्थित घर जाकर उनकी पत्नी मोनिका श्रीवास्तव को मदद के रुप में 5.10 लाख रुपये का बैंक ड्राफ्ट सौपा। ज्ञातव्य है कि हाल ही में तरुण सिसोदिया ने कोरोना होने के कारण ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंस अस्पताल की चैथी मंजिल से कूदकर जान गंवा दी थी। उनकी मृत्यु से पहले उन्हें आशंका थी कि उनकी हत्या हो सकती है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यह राशि आओ मदद का हाथ बढ़ाऐ अभियान के तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पत्रकार परिवार की मदद के लिए एकत्रित की गई है। उन्होंने कहा कि फंड में पूरी पारदर्शिता रखकर से पब्लिक डोमेन में डाला जाएगा, जबकि पीएम फंड की पारदर्शिता रहस्य के घेरे में है।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के साथ पूर्व दिल्ली मंत्री डा0 नरेन्द्र नाथ, आदर्श शास्त्री, अली मेंहदी, परवेज आलम, संदीप गोस्वामी, भीष्म शर्मा और कैलाश जैन और अनुज अत्रेय मौजूद थे। चौ0 अनिल कुमार ने युवा पत्रकार की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया और उनके परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि सर्वशक्तिमान प्रभु परिवार को इस असहनीय क्षति को सहन करने की शक्ति दे।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि तरुण सिसोदिया को दिल्ली सरकार कोरोना यौद्धा के रुप में माने और डाक्टरों, नर्सो, पेरामेडिकल स्टॉफ और पुलिस कर्मी जो कोविड-19 के खिलाफ सामने आकर लड़ रहे कोरोना यौद्धाओं की भांति पत्रकारों को भी कोरोना यौद्धा का सम्मान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिसोदिया, पत्रकार के रुप में कोरोना के खिलाफ अपनी ड्यूटी पर कर्तव्यनिष्ठ थे, और उनके परिवार को भी दूसरे कोरोना यौद्धाओं की भांति मुआवजा दिया जाना चाहिएं, जिन्होंने इस महामारी में अपनी जान गंवाई है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार पत्रकार तरुण सिसोदिया की दोनों छोटी बेटियों की शिक्षा की जिम्मेदारी उठानी चाहिए।
चौ0 अनिल कुमार ने सिसोदिया की आत्महत्या के बाद की परिस्थितियों की भी न्याययिक जांच करने की मांग की, और कहा कि कैसे एक कोविड मरीज सुरक्षाकर्मियों के होते हुए एम्स की पहली मंजिल से चौथी मंजिल तक पहुंचकर ऐसा कदम उठा सकता है। उन्होंने कहा कि जांच से इस सच्चाई का पता चल जाएगा कि क्या सिसोदिया की आत्महत्या में किसी का हाथ तो नहीं था। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यदि पत्रकार तरुण सिसोदिया की आत्महत्या में कोई संदेह नहीं था तो चिकित्सा अधीक्षक डा0 अमित लाठवाल को क्यों हटा दिया? क्या सिसोदिया की आत्महत्या की कड़ी में कोई संदेह छिपा है। उन्होंने कहा कि सिसोदिया की पत्नी ने बताया कि उनके पति को जान देने का कोई कारण नहीं था, परिवार ने उनकी आत्महत्या पर संदेह जताया है।