10 हजार विक्रेताओं के साथ दिसंबर से ‘‘दिल्ली बाजार’’ पोर्टल की होगी शुरुआत
एक नजर में पूरी खबर: – इसकी शुरूआत के अगले छह महीने में दिल्ली के एक लाख से अधिक विक्रेताओं को दिल्ली बाजार पोर्टल से जोड़ने का है लक्ष्य’ दिल्ली बाजार पोर्टल देश का पहला ऐसा पोर्टल होगा, जहां दिल्ली के सभी बाजार एक पोर्टल पर होंगे और पूरी दुनिया के सामने होगी – दिल्ली का हर व्यापारी व दुकानदार अपना प्रोडक्ट प्रदर्शित कर सकेगा, जिसे दुनिया देख सकेगी और उनका सामान पूरी दुनिया में बिक सकेगा- दिल्ली सरकार पहले एक लाख विक्रेताओं को पोर्टल से जोड़ने में मदद करेगी, मार्केट एसोसिएशन इनका सत्यापन करेंगी – दिल्ली सरकार की तरफ से एक एजेंसी नियुक्त की जाएगी, जो दिल्ली बाजार पोर्टल का सारा काम देखेगी – वर्चुअल नेविगेशन की मदद से कोई भी व्यक्ति घर बैठे अपने कम्प्यूटर के जरिए ऑनलाइन किसी मार्केट में घूम सकता है – ई-पेमेंट कंपनियों के पोर्टल पर भी दिल्ली बाजार पोर्टल के प्रोडक्ट प्रदर्शित होंगे, वहां से भी खरीददारी कर सकेंगे – जीरो खर्च होने के कारण दिल्ली बाजार पोर्टल पर उपलब्ध प्रोडक्ट ई-कॉमर्स कंपनियों की तुलना में सस्से होंगे – डीडीसी के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह ने सीएम अरविंद केजरीवाल के समक्ष दिया दिल्ली बाजार ई-पोर्टल का प्रजेंटेशन, मुख्यमंत्री ने सराहा
नई दिल्ली, 21 जून, 2022: केजरीवाल सरकार दिल्ली के बाजारों को ग्लोबल प्लेटफार्म देने जा रही है। इसके मद्देनजर केजरीवाल सरकार 10 हजार विक्रेताओं के साथ दिसंबर से ‘‘दिल्ली बाजार’’ ई-पोर्टल की शुरुआत करेगी और उसके अगले छह महीने में एक लाख से अधिक विक्रेताओं को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इस संबंध में डीडीसी के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह ने आज सीएम अरविंद केजरीवाल के समक्ष एक प्रजेंटेशन दिया। प्रजेंटेशन की सराहना करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह देश का पहला ऐसा पोर्टल होगा, जहां दिल्ली के सभी बाजार एक पोर्टल पर होंगे। दिल्ली का हर व्यापारी व दुकानदार पोर्टल पर अपना प्रोडक्ट प्रदर्शित कर सकेगा, जिसे दुनिया देख सकेगी और उनका सामान पूरी दुनिया में बिक सकेगा। दिल्ली सरकार पहले एक लाख विक्रेताओं को पोर्टल से जोड़ने में मदद करेगी और मार्केट एसोसिएशन इनका सत्यापन करेंगी। दिल्ली सरकार की तरफ से एक एजेंसी नियुक्त की जाएगी, जो दिल्ली बाजार पोर्टल का सारा काम देखेगी। वहीं, दिल्ली सरकार ई-कामर्स कंपनियों से भी बात कर ही है, जिससे कि वहां भी दिल्ली बाजार पोर्टल के प्रोडक्ट प्रदर्शित हो सके और खरीददारी की जा सके। जीरो खर्च होने के कारण दिल्ली बाजार पोर्टल पर उपलब्ध प्रोडक्ट ई-कॉमर्स कंपनियों की तुलना में सस्से मिलेंगे।
’दिल्ली बाजार पोर्टल की टीम बाजारों में जाएगी और ब्रैंडिंग करेगी’
‘‘दिल्ली बाजार’’ ई-पोर्टल को लेकर दिल्ली सचिवालय में आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष एक प्रजेंटेशन दिया गया। डीडीसी के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह द्वारा दिए गए प्रजेंटेशन में दिल्ली बाजार पोर्टल की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। बताया गया कि जिस तरह से ई-कॉमर्स कंपनियां हैं, उसी तरह से दिल्ली बाजार ई-पोर्टल भी काम करेगा। दिल्ली बाजार पोर्टल पर दिल्ली के सभी बाजार और सभी दुकानें उपलब्ध होंगी। दिल्ली बाजार पोर्टल इन बाजारों का प्रमोशन भी करेगा। मसलन, चांदनी चौक को अगर किसी को देखना है और वो किसी दूसरे शहर में बैठा है, तो वो ऑनलाइन दिल्ली बाजार पोर्टल की वेबसाइट पर जाएगा और चांदनी चौक बाजार में अपने पसंद सामान के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेगा। साथ ही वर्चुअल नेविगेशन के जरिए बाजार की विस्तृत जानकारी ले सकते हैं।साथ ही, ई-पेमेंट के जरिए भुगतान कर सामान खरीद सकता है। दिल्ली बाजार पोर्टल की एक टीम होगी, जो बाजारों में जाएगी और उसकी पूरी ब्रैंडिंग करेगी। दिल्ली सरकार का कहना है कि जीरो सेटअप खर्च होने के कारण दिल्ली बाजार पोर्टल पर उपलब्ध प्रोडक्ट ई-कॉमर्स कंपनियों से सस्सा भी मिलेगा।
प्रजेंटेशन में बताया गया कि दिल्ली देश की पहली राज्य सरकार है, जो ओपन नेटवर्क फॉर कॉमर्स (ओएनडीसी) को इनेबल करने जा रही है। दिल्ली सरकार चाहती है कि दिल्ली के बाजार यूनिक हों और बाजार का प्लेटफार्म ग्लोबल हो। जहां पर खरीददार अलग हों और बिक्रेता अलग हों। किसी भी प्रोडक्ट को दिल्ली बाजार की वेबसाइट पर जाकर खोजा जा सकता है। अगर किसी को जूता खरीदना है, तो वो दिल्ली बाजार पोर्टल पर जाकर जूते की दुकान सर्च कर सकता है। मैप पर उस डीलर का नाम सामने आ जाएगा, जहां जूता और दुकान की विस्तार से पूरी जानकारी मिलेगी। खरीदार ऑनलाइन दुकान में घुसकर उसके हर प्रोडक्ट की क्वालिटी और कीमत को देख सकता है और मन पसंद प्रोडक्ट को खरीद सकता है।
दिल्ली सरकार की ई-पेमेंट प्लेटफार्म से भी बातचीत चल रही है, ताकि ई-पेमेंट प्लेटफार्म पर जाकर भी कोई दिल्ली बाजार पोर्टल से सामान खरीद सके और ऑनलाइन भुगतान कर सके। सरकार की योजना है कि जितने भी ई-पेमेंट प्लेटफार्म उलब्ध हैं, वहां पर भी दिल्ली बाजार पोर्टल के प्रोडक्ट को प्रदर्शित किया जाए। इससे दिल्ली के बाजारों को ब्लोबल स्तर पर बाजार मिल सकेगा। दिल्ली के बाजारों की ब्रैंडिंग होगी। कोई भी कहीं से भी सामान खरीद सकेगा और ऑनलाइन भुगतान करने का विकल्प होगा। इससे बाजारों की सप्लाई चेन के साथ ग्राहक भी बढ़ेंगे।
’पहले पांच मार्केट में मुहैया कराई जाएगी वर्चुअल नेविगेशन की सुविधा’प्रजेंटेशन में बताया गया कि कोई व्यक्ति अगर वर्चुअल नेविगेशन की मदद से किसी मार्केट खोलता है, तो वो अपने कम्प्यूटर के जरिए ऑनलाइन पूरी मार्केट में घूम सकता है। मसलन, अगर हम चाहें तो अपने घर के कम्प्यूटर से चांदनी चौक की गलियों में घूम सकते हैं। वर्चुअल नेविगेशन के जरिए हम पूरी मार्केट का अनुभव ले सकते हैं। दिल्ली बाजार पोर्टल को जब आप खोलेंगे, तो वहां पर वर्चुअल नेविगेशन का विकल्प होगा। अगर आपको चांदनी चौक घूमना है, तो आपको नेविगेशन विकल्प पर क्लीक करने पर चांदनी चौक की पूरी गलियों का दृश्य दिख जाएगा कि कहां पर क्या-क्या दुकानें आदि हैं। जब आप किसी दुकान पर क्लीक करेंगे, तो उस दुकान के बारे में पूरी जानकारी सामने आ जाएगी। इसके लिए दिल्ली सरकार वेंडर हायर करेगी। इसकी शुरूआत पांच मार्केटों से की जाएगी और फिर धीरे-धीरे दिल्ली की हर मार्केट में इसको लागू करेंगे।
’दिल्ली सरकार बाजारों को हर संभव सुविधा मुहैया कराएगी- अरविंद केजरीवाल’
इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रजेंटेशन की सराहना की और कहा कि दिल्ली के बाजारों को विश्वस्तरीय बनाना है। आने वाले समय में दिल्ली के बाजारों की पहचान दुनिया भर में होगी। दिल्ली सरकार बाजारों को हर संभव सुविधा मुहैया कराएगी। दिसंबर 2022 तक दस हजार विक्रेताओं के साथ दिल्ली बाजार ई-पोर्टल को शुरू किया जाएगा। दिल्ली सरकार पहले एक लाख बिक्रेताओं को पोर्टल से जोड़ने में मदद करेगी। इन दुकानदारों का सत्यापन मार्केट एसोसिएशन करेंगी। एक एजेंसी नियुक्त की जाएगी, जो दिल्ली बाजार पोर्टल का सारा काम देखेगी। देश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जब दिल्ली में मल्टी प्लेटफार्म पर दिल्ली के बाजार उपलब्ध होंगे।
’दिल्ली बाजार का ई-पोर्टल इस तरह काम करेगा’
दिल्ली बाजार एक डिस्कवरी प्लेटफार्म होगा। इसका उद्देश्य यह है कि दिल्ली के सभी छोटे-बड़े दुकानदारों को ऑनलाइन जीरो सेटअप पर लाया जाएगा। चाहें उनका जीएसटी में पंजीकरण हुआ हो या नहीं हुआ हो, सभी को दिल्ली बाजार पोर्टल पर अनुमति दी जाएगी। दिल्ली बाजार पर दुकानदार अपनी एक माइक्रो साइट बना सकते हैं। जिसके बाद उनकी दुकान में जितने भी प्रोडक्ट हैं, वो सारे प्रोडक्ट दिल्ली बाजार ई-पोर्टल पर सूचीबद्ध हो जाएंगे। जब कोई ग्राहक दिल्ली बाजार पोर्टल पर जाएगा, तो वो दुकानदार के नाम, बाजार के नाम और प्रोडक्ट के नाम से सर्च कर सकता है। इसके अलावा, दिल्ली बाजार पोर्टल पर एक फीचर यह भी सक्रिय किया जाएगा कि अगर घर बैठे आपको ऑनलाइन चांदनी चौक बाजार में घुमना है, तो आप वर्चुअली नेवीगेट करके चांदनी चौक मार्केट में घूम सकते हैं। इसके अलावा, दिल्ली बाजार पोर्टल पर पंजीकृत सभी दुकानदारों के सामान सूचीबद्ध हो जाएंगे और जब किसी प्रोडक्ट को खरीदने के बाद उसका भुगतान करना होगा, तो हम एमेजॉन पर जाकर भी भुगतान कर सकते हैं और फ्लीपकार्ट पर भी कर सकते हैं। इस ई-पोर्टल पर एक बायर इंटरफेस है, जहां पर जाकर कोई भी अपना भुगतान कर सकते हैं।
’ई-कॉमर्स कंपनियों के पोर्टल पर जाकर भी दिल्ली बाजार से खरीद सकेंगे प्रोडक्ट’
दिल्ली बाजार ई-पोर्टल का मुख्य फीचर यह है कि आप ई-कॉमर्स कंपनियों के पोर्टल पर जाकर भी दिल्ली बाजार के बिक्रेताओं से खरीद प्रोडक्ट सकेंगे या दिल्ली बाजार पोर्टल पर जाकर ई-कॉमर्स कंपनियों पर पंजीकृत बिक्रेताओं से प्रोडक्ट खरीद सकते हैं। इसके लिए दिल्ली सरकार, दिल्ली बाजार पोर्टल का ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल प्लेटफार्म (ओएनडीसी) को समक्ष (इनेबल) कर रही है। ओएनडीसी केंद्र सरकार की तरफ से शुरू की गई एक पहल है। यह एक तरह से यूपीआई जैसा है। जिस तरह से अगर हमारा बैंक खाता एक्सिस बैंक में है। हमें किसी को पैसे भेजना है और उसका बैंक खाता एचडीएफसी बैंक में हैं, तो हम उसको यूपीआई के जरिए पैसा भेज सकते हैं। इसी तरह ओएनडीसी भी है। उदाहरण के तौर पर अगर कोई एमेजॉन पर जाकर कोई प्रोडक्ट देख रहा है, तो उसे वहां पर दिल्ली बाजार और फ्लीपकॉर्ट पर पंजीकृत बिक्रेता भी प्रदर्शित होंगे। ऐसा होने से आपको अगर प्रोडक्ट दिल्ली बाजार या फ्लीपकार्ट पर सस्ता मिलता है, तो आप वहां से भी प्रोडक्ट खरीद सकते हैं। अभी यह होता है कि आप एमेजॉन के पोर्टल पर जाते हैं तो आप सिर्फ एमेजॉन के बिक्रेता से ही प्रोडक्ट खरीद सकते हैं। ओएनडीसी के इनेबल करने से दिल्ली बाजार पोर्टल पर एमेजॉन, फ्लीकॉर्ट समेत सभी ई-कॉमर्स कंपनियों प्रोडक्ट भी प्रदर्शित होंगे। भारत में दिल्ली में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब सभी बिक्रेता दिल्ली बाजार पोर्टल पर एक जगह इकट्ठा होंगे और आप कहीं से भी प्रोडक्ट खरीद सकेंगे। अगर आप पेटीएम पर जूता खोज रहे हैं, तो वहां पर दिल्ली बाजार पोर्टल पर पंजीकृत दुकानदार का जूता भी प्रदर्शित होगा।
’दिल्ली बाजार पोर्टल एक अत्याधुनिक ई-मार्केट प्लेस होगा’
उल्लेखनीय है कि दिल्ली बाजार पोर्टल दिल्ली में स्थित व्यवसायों को बढ़ाने और विविधता लाने में मदद करने के लिए केजरीवाल सरकार द्वारा बनाया जा रहा एक अत्याधुनिक ई-मार्केट प्लेस होगा। दिल्ली बाजार पोर्टल को व्यापारियों, विक्रेताओं, थोक विक्रेताओं, सेवा प्रदाताओं आदि सहित दिल्ली के व्यवसायों की डिजिटल उपस्थिति को बढ़ाने के लिए सर्वश्रेष्ठ तकनीक से डिजाइन किया जाएगा। इस योजना का पहला चरण उत्पादों के विक्रेताओं को शामिल करने पर केंद्रित होगा। दूसरे चरण में सेवा प्रदाताओं को इस मंच से जोड़ा जाएगा। दिल्ली के डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन को दिल्ली बाजार पोर्टल को बेहतर तरीके से बनवाने और एक रणनीतिक रोडमैप तैयार करने में उद्योग विभाग की सहायता करने का काम सौंपा गया।
’दिल्ली बाजार पोर्टल पर दिल्ली के सभी विक्रेता का अपना स्टोर होगा’
केजरीवाल सरकार द्वारा विकसित किए जा रहे दिल्ली बाजार पोर्टल पर दिल्ली के प्रत्येक विक्रेता का अपना स्टोर होगा। जहां वे विस्तृत उत्पाद कैटलॉग के माध्यम से अपनी दुकानों और उत्पादों को प्रदर्शित कर सकेंगे। यह जीरो खर्च पर 24 घंटे चलने वाला एक अतिरिक्त वर्चुअल स्टोर होगा, जो बड़े बाजारों में विक्रेताओं की पहुंच का विस्तार करेगा। जिससे विक्रेताओं को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। यह पोर्टल के भारत सरकार के डिजिटल कॉमर्स ओपन नेटवर्क (ओएनडीसी) पहल के तहत पहला और सबसे बड़ा ई-कॉमर्स मार्केट प्लेस बनाने की कल्पना की गई है। जिससे विक्रेता को आसानी से खोजा जा सके और उन्हें कई खरीदार प्लेटफॉर्म पर अपने कारोबार का संचालन करने की अनुमति मिल सके।
’स्टार्टअप के लिए भी फायदेमंद साबित होगा दिल्ली बाजार पोर्टल’
दिल्ली बाजार पोर्टल स्टार्टअप के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होने वाला है। स्टार्टअप अगर अपना कोई नया काम शुरू कर रहा है, तो वो भी अपने सामान को इस पोर्टल पर जाकर बेच सकता है। दुनिया में पहली बार इस तरह का पोर्टल बनाया जा रहा है कि दिल्ली की जितनी भी आर्थिक गतिविधियां हैं, दिल्ली की जितनी भी सेवाएं हैं, वो सब एक पोर्टल पर होंगी और वह पूरी दुनिया के सामने होंगे। उसे दिल्ली वाले भी खरीद सकते हैं, मोहल्ले वाले भी खरीद सकते हैं, देश के लोग भी खरीद सकते हैं और दुनिया के लोग भी खरीद सकते हैं। इससे दिल्ली की जीडीपी बहुत तेजी से बढ़ेगी। दिल्ली की आर्थिक गतिविधियां बहुत तेजी से बढ़ेगी और रोजगार खूब तेजी से बढ़ेगा। टैक्स का रेवेन्यू खूब तेजी से बढ़ेगा और दिल्ली की तरक्की बहुत तेजी से होगी।
’दिल्ली बाजार पोर्टल का विजन’
- वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर दिल्ली के बाजारों का प्रदर्शन करना
- दिल्ली के बाजार को खरीदारों के सामने पेश करना और वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना
- व्यवसायों को स्थापित करने, विकसित करने और विविधता लाने के लिए सुविधा प्रदान करना
- दिल्ली के व्यापार के साथ-साथ खुदरा उपभोक्ताओं के लिए स्थानीय स्तर पर खरीदारी के लिए पारिस्थितिकी तंत्र बनाना
- व्यवसायों को विश्वसनीय और किफायती ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म प्रदान करना