उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया स्टार्टअप समिट 2022 में भाग लिया, एंटरप्रेन्योर्स को भारत को दुनिया का नंबर 1 देश बनाने के लिए प्रेरित किया – भारत में लगभग 40 करोड़ लोग जो बेरोजगार है या प्रतिदिन केवल आधा डॉलर कमाते हैं; एंत्रप्रेन्योरशिप ही है होगा उनके उत्थान और इस देशव्यापी समस्या का समाधान- स्कूलों में पीढ़ियों से सिखाया गया है कि भारत एक “विकासशील देश” है, लेकिन अब शिक्षा और एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट के साथ विकासशील देश के इस टैग को “विकसित देश” में बदलने का समय आ गया है- भारत वर्ल्ड-लीडर बनने की राह पर तभी आगे बढ़ेगा जब सरकारें शिक्षा और एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट के विकास को देगी प्राथमिकता- बिज़नेस ब्लॉस्टर्स के माध्यम से स्कूली स्तर पर ही केजरीवाल सरकार बच्चों में डेवलप कर रही है एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट, स्टूडेंट्स को देती है अपने स्टार्टअप्स शुरू करने का मौका- केजरीवाल सरकार के स्कूलों की 10 बिजनेस ब्लास्टर्स टीमों ने देशभर के प्रसिद्ध एंटरप्रेन्योर्स के साथ स्टार्टअप समिट 2022 में लिया भाग
20 अगस्त, नई दिल्ली : केजरीवाल सरकार देश की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव कर भारत को विश्व में नंबर 1 बनाने के अपने लक्ष्य की दिशा में प्रतिबद्धता से काम कर रही है। इस दिशा में सरकार अपने स्कूलों में बच्चों को नियमित पाठ्यक्रम पढ़ाने के साथ-साथ उन्हें जॉब सीकर के बजाय जॉब प्रोवाइडर बनना भी सीखा रही है और उनमें स्कूली स्तर से ही एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट विकसित कर रही है और इससे भारत को विकसित देश बनाने में तरक्की की राह में आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को प्रगति मैदान में हो रहे स्टार्टअप समिट 2022 में यह बातें कही। सिसोदिया ने इस स्टार्टअप समिट में शामिल होने वाले देश भर के विभिन्न एंत्रप्रेन्योर्स के साथ भी बातचीत की। उल्लेखनीय है कि इस दो दिवसीय समिट में अन्य स्टार्टअप के साथ-साथ दिल्ली सरकार के स्कूलों के स्टूडेंट्स एंत्रप्रेन्योर की 10 बिजनेस ब्लास्टर्स टीमें भी हिस्सा ले रही हैं।
समिट में देश भर से आए उद्यमियों के साथ बातचीत करते हुए सिसोदिया ने कहा, “ऐसे देश में जहां लगभग 40 करोड़ लोग या तो बेरोजगार हैं या ऐसे लोगों की श्रेणी में आते हैं जो प्रतिदिन केवल आधा डॉलर कमाते हैं। ऐसे देश में मुझे युवा एंटरप्रेन्योर्स की वजह से विकास के कई अवसर नजर आते हैं। हमारे देश के एंटरप्रेन्योर्स आज जो काम कर रहे हैं, वह राष्ट्र निर्माण के काम से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप समिट 2022 जैसे कार्यक्रम उन्हें नेटवर्क बढ़ाने और फलने-फूलने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। इससे देश की आर्थिक वृद्धि को गति देने में भी मदद मिलेगी।
सिसोदिया ने कहा कि, एंत्रप्रेन्योर्स के साथ बातचीत मुझे हमेशा भारत को देश को दुनिया में नंबर 1 बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने आगे कहा कि देश में आज के स्टार्टअप और एंत्रप्रेन्योर्स जो काम कर रहे हैं, वह देश में बढ़ती बेरोजगारी का समाधान है और देश की आर्थिक वृद्धि को गति देने का समाधान है। हमारे एंत्रप्रेन्योर्स ही हैं जो देश को दुनिया में एक महाशक्ति बनने की ओर ले जाएंगे। सिसोदिया ने कहा, “देश को मंत्रियों या मुख्यमंत्रियों या प्रधानमंत्री द्वारा नंबर 1 नहीं बनाया जा सकता है। इन्नोवेशन , स्टार्टअप और उद्यमियों के जुनून के साथ देश को नंबर.1 बनाया जा सकता है और इस पूरी प्रक्रिया में सरकार और मंत्री केवल सूत्रधार हो सकते हैं।”
उपमुख्यमंत्री ने कहा, “जब मैं स्कूल में था, तो पढ़ाया जाता था कि भारत एक “विकासशील देश” है। मुझसे पिछली पीढ़ी को और अब की पीढ़ी को भी यही पढ़ाया गया कि भारत एक विकासशील देश है। पिछ्ली तीन पीढ़ियों से हमें सिखाया गया है कि भारत एक विकासशील देश है। उन्होंने कहा कि जब तक पूरे देश का माइंडसेट एंत्रप्रेन्योरशिप की ओर फोकस्ड नहीं होगा, तब तक भारत की गिनती कभी भी “विकसित देशों” में नहीं की जाएगी।” उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए हमें स्कूल स्तर से ही बच्चों में एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट विकसित करने को प्राथमिकता देनी होगी।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में दिल्ली सरकार अपने स्कूलों में बच्चों में एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट डेवलप करने और भारत को दुनिया में नंबर 1 बनाने के इस लक्ष्य की दिशा में चौबीसों घंटे काम कर रही है। उन्होंने साझा किया कि दिल्ली सरकार ने अपने स्कूलों में कक्षा 9-12 के छात्रों के लिए स्कूल में एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम (ईएमसी) की शुरुआत की है, जहां छात्रों को एंत्रप्रेन्योरशिप स्किल सिखाया जाता है और उन्हें “बिजनेस ब्लास्टर्स” जो इस करिकुलम का प्रैक्टिकल पार्ट है उसके द्वारा अपना स्टार्टअप स्थापित करने का अवसर दिया जाता है। प्रत्येक छात्र को व्यक्तिगत रूप से या टीमों में अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए 2000 रुपये की सीड मनी दी जाती है।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के पहले वर्ष में शानदार प्रदर्शन दिखाने वाली 10 बिजनेस ब्लास्टर्स टीमें स्टार्टअप समिट 2022 में भी भाग ले रही हैं। उन्होंने बताया कि पहले साल की टॉप टीमों के सदस्यों को दिल्ली सरकार के यूनिवर्सिटीज में सीधे दाखिला भी दिया जाएगा। सिसोदिया ने स्टार्टअप समिट में एंत्रप्रेन्योरर्स से अपील करते हुए कहा कि वे एक कदम आगे बढ़ाकर इन युवा एंत्रप्रेन्योरर्स का मार्गदर्शन करे ताकि छात्रों द्वारा ये बेबी स्टार्टअप फल-फूल सकें और भारत को वर्ल्ड-लीडर बनाने में योगदान दे सकें।
*स्टार्टअप समिट 2022 में भाग लेने वाली केजरीवाल सरकार की बिजनेस ब्लास्टर्स टीम्स*
-> फास्ट एंड फ्यूरियस – छात्रों और ऑफिस जाने वालों के लिए हल्के बैग -> RoautoX – घरों और दुकानों के लिए अलार्म सिस्टम -> डार्क चोको बिट्ज़ – ऑर्गेनिक चॉकलेट -> डिवाइन क्रिएशन्स – मधुबनी और अन्य आर्ट -> रॉयल बाथ – ऑर्गेनिक साबुन -> मिस्टिक डेट्स – कॉफी-खजूर के बीज से बना स्वास्थ्यवर्धक पेय -> टैप एंड ड्रा – कस्टमाइज्ड पोर्ट्रेट और स्केच -> ऑर्गेनिक प्लांटर्स – नारियल के छिलके से बने प्लांटर्स -> झटपट साड़ी
- – स्टार्टअप समिट 2022 क्या है?
स्टार्टअप समिट एंत्रप्रेन्योरर्स को अपने स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के तरीके का पता लगाने, के लिए प्रोफेशनल्स और एक्सपर्ट्स से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। सम्मेलन एंत्रप्रेन्योरर्स, इन्नोवेटर्स, बिज़नेस मॉडल, पूंजीपतियों, व्यवसाय मॉडल निर्माताओं, सलाहकारों, नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों, सहायता समूहों, बिज़नेस कोचों को एक मंच प्रदान करता है जहां वे इनोवेशन और सक्सेस पर चर्चा करते है। अपने वे अनुभव साझा करते है जिससे उनके स्टार्टअप्स को गति मिली।