- केजरीवाल सरकार के कृत्यों से साफ जाहिर हो रहा है कि दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर भी दिल्ली सरकार गंभीर नहीं है और प्रतिदिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली के लोगों को सुरक्षा का झूठा आश्वासन दे रहे हैं
- दिल्ली सरकार एक ओर बड़ी संख्या में मजदूरों को पलायन के लिए मजबूर कर दिल्ली की विकास की गति पर ब्रेक लगाने का प्रयत्न कर रहे हैं तो दूसरी ओर स्क्रीनिंग सेंटरों पर सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखते हुए भारी भीड़ इकट्ठा कर कोरोना को बढ़ने देने की खुली छूट दे रहे हैं
नई दिल्ली : सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते दिल्ली के खजूरी खास के सर्वोदय विद्यालय के स्क्रीनिंग सेंटर का वीडियो वायरल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि जहां देश के करोड़ों नागरिक लॉक डाउन का पालन कर कोरोना जैसी भयानक महामारी से निपटने के लिए कई तरह के उपाय कर अपने जीवन को सुरक्षित कर रहे हैं वहीं दिल्ली की केजरीवाल सरकार द्वारा संचालित दिल्ली के इस स्क्रीनिंग सेंटरों पर न सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया जा रहा है बल्कि इससे गरीब मजदूरों में कोरोना महामारी के संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ रहा है।
मनोज तिवारी ने कहा कि वास्तविकता में केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली के विभिन्न स्क्रीनिंग सेंटरों पर चिकित्सीय जांच के बाद गरीब मजदूरों को उनके गांव पलायन के लिए मजबूर करने के लिए इन स्क्रीनिंग सेंटरों पर बिना सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था के ही प्रशासन द्वारा आमंत्रित कर भारी भीड़ जमा कर रहे हैं और मजदूरों के साथ-साथ दिल्ली के लोगों को कोरोना जैसी महामारी के गंभीर खतरे में डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के कृत्यों से साफ जाहिर हो रहा है कि दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर भी दिल्ली सरकार गंभीर नहीं है और प्रतिदिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली के लोगों को सुरक्षा का झूठा आश्वासन दे रहे हैं।
मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली को दोहरा आघात पहुंचा रहे हैं। एक ओर बड़ी संख्या में मजदूरों को पलायन के लिए मजबूर कर दिल्ली की विकास की गति पर ब्रेक लगाने का प्रयत्न कर रहे हैं तो दूसरी ओर स्क्रीनिंग सेंटरों पर सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखते हुए भारी भीड़ इकट्ठा कर कोरोना को बढ़ने देने की खुली छूट दे रहे हैं। अगर इस भीड़ में संक्रमित होकर कुछ लोग अन्य राज्यों में जाएंगे तो न सिर्फ वह लोग वहां महामारी फैलाने का कारण बनेंगे बल्कि उनका जीवन भी संकट में पड़ जाएगा। दिल्ली की सभी स्क्रीनिंग सेंटरों पर यही हाल है जिससे आसपास के निवासियों में भी भय का माहौल बना हुआ है।