Saturday, December 21, 2024
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प्रवासी मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 8 वर्षों में दिल्ली को बदहाल बनाकर राजधानी को भ्रष्टाचार, शराब-नशे, बेरोजगारी, प्रदूषण में नंबर वन दिया है : भारद्वाज

देश की सबसे भ्रष्ट कैबिनेट के मुख्यमंत्री देश को नंबर वन बनाने का बयान देशवासियों को गुमराह करने वाला है।- अनिल भारद्वाज

नई दिल्ली, 8 सितम्बर, 2022 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज ने प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि अरविन्द केजरीवाल द्वारा भारत को नंबर वन बनाने का बयान पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है, क्योंकि जब दिल्लीवासियों ने दिल्ली को संवारने का मौका दिया तो केजरीवाल पूरी तरह विफल साबित हुए। उन्होंने कहा कि पिछले 8 वर्षों के शासन में अरविन्द केजरीवाल ने मुख्यमंत्री रहते दिल्ली को बदहाल बना दिया और राजधानी को भ्रष्टाचार, शराब-नशे, बेरोजगारी, महिलाओं के खिलाफ अपराध, प्रदूषण में नंबर वन दिया है, और लोगों से झूठे वायदे करके दूसरे राज्यों में राजनीतिक पैर पसारने के लिए भ्रमित कर रहे है। संवाददाता सम्मेलन में कम्युनिकेशन विभाग के वाईस चेयरमैन परवेज आलम भी मौजूद थे।

संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए अनिल भारद्वाज ने कहा कि कट्टर इमानदारी का सर्टिफिकेट देने वाले मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर 4.54 करोड़ सर्कल रेट वाली प्रोपर्टी का मात्र 72.72 लाख का दिखाकर केजरीवाल व उनके परिवार के सदस्यों पर 25.93 लाख की स्टांप ड्यूटी चोरी का हेरफेरी का अरोप लगा है, शिकायतकर्ता की टैक्स चोरी की शिकायत उपराज्यपाल ने जांच के लिए दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को भेज दी है। उन्होंने पूछा कि इस स्टांप ड्यूटी के भ्रष्टाचार की जवाबदेही किसकी है?

अनिल भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना देखना हर नागरिक का अधिकार है परंतु केजरीवाल जब मुख्यमंत्री जैसे पद पर जनहित व जनकल्याण पर दिल्ली के लोगों के साथ न्याय नही कर पाएं तो देश को आगे बढ़ाने की बात करना सिर्फ भ्रामक प्रचार है। उनके व्यक्तित्व से बाहर की बात है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को तीन-तीन बार दिल्ली की सत्ता पर बैठाया परंतु बदले में आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल ने दिल्लीवालों को मुफ्त बिजली के नाम पर मंहगी बिजली, गंदा पानी, भ्रष्टाचारी प्रशासन, प्रदूषित पर्यावरण, बदहाल शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था तथा विज्ञापनों में विकास दिया।

मनीष सिसोदिया ने नए स्कूल बनाने की जगह स्कूलों में जो नए क्लासरुम बनाऐ है उनमें 500 करोड़ रुपये का घोटाले का सीवीसी ने आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को शराब-नशे की राजधानी बनाने वाली आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने दिल्ली में शराब की सेल लगाकर बेचा, जिसमें सरकार को राजस्व वृद्धि की जगह शराब विक्रेताओं को आर्थिक फायदा मिला। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 1200 करोड़ की ड्रग जब्त होने से साबित हो जाता है राजधानी नशे की राजधानी बनाने में केजरीवाल सरकार का योगदान है।

अनिल भारद्वाज ने कहा कि देश को नंबर वन बनाने की बात करने वाले केजरीवाल की दिल्ली कैबिनेट देश की सबसे भ्रष्ट कैबिनेट है जिसके 60 प्रतिशत से अधिक मंत्री भ्रष्टाचार के संगीन और अपराधिक मामलों से घिरे है और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री CBI की एफ.आई.आर. में आरोपी नंबर-1 है तथा स्वास्थ्य मंत्री मंत्री 100 से ज्यादा दिनों से जेल में है। उन्होंने कहा कि जहां दिल्ली जब बेरोजगारी और महंगाई सहित आर्थिक संकट की मार झेल रही है वहीं अरविन्द केजरीवाल ने युवाओं को रोजगार की जगह शराब परोस रहें है।

भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में मछले व घरेलू उद्योगों की बिजली दर पड़ोसी राज्यों यूपी, राजस्थान व हरियाणा से ज्यादा इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में 11 रुपये प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है, जबकि कांग्रेस शासित राजस्थान में 7.50 रुपये प्रति यूनिट, हरियाणा में 8 रुपये प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में महंगी बिजली के कारण लघु और मझले उद्योग नजदीक राज्यों में स्थानांतरित होने को मजबूर हुए जिसके कारण दिल्ली में बेरोजगारी दर बड़ी है, जबकि कांग्रेस शासन में हर प्रवासी को दिल्ली में रोजगार की व्यवस्था होती थी।

भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस के समय 2013 में दिल्ली में 1031 स्कूल थे, जबकि केजरीवाल द्वारा 500 नए स्कूल बनाने का वादा करने के बावजूद 2022 दिल्ली में 1043 है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 15 सालों के शासन में 6 विश्वविद्यालय बनाऐं 14 नए अस्पताल बनाऐ, आम आदमी पार्टी ने 8 वर्षों में एक भी नया कॉलेज और अस्पताल तक नही बनाया। कांग्रेस के शासन में बोर्ड परीक्षा का परिणाम वर्ष 2012 में 98.5 प्रतिशत था, जो 2022 में 81.5 प्रतिशत रह गया। केजरीवाल शासन के दौरान सीबीएसई बोर्ड परीक्षा का परिणाम 16 जोन में 14-15 पायदान पर फिसल कर शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त हो गया है।

अनिल भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की दिल्ली सरकार ने दिल्ली को विश्वस्तरीय राजधानियों में उॅचाईयों पर पहुॅचा दिया था वही केजरीवाल सरकार ने विकास की जगह भ्रामक विज्ञापनो के जरिए दिल्ली की जनता को गुमराह किया। झूठे बेबुनियाद विज्ञापनों पर केजरीवाल सरकार ने हजारां करोड़ रुपये लुटा दिए, यह अतिश्योक्ति नही होगी कि केजरीवाल को झूठे प्रचार करने वाले मुख्यमंत्री की ख्याति दी जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह दिल्ली ने मजदूरों का पलायन देखा, ऑक्सीजन कमी से मृत्यु देखा, स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो गई, यह किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने कहा कि देश को नंबर वन बनाने की बात करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री दिल्ली को कोरोना मृत्यु के मामले में नंबर एक बनाने के लिए जिम्मेदार है।

भारद्वाज ने कहा कि विश्व के प्रदूषित शहरों में दिल्ली उच्चतम स्थान पर है और केजरीवाल प्रदूषण की रोकथाम के सिफ प्रचार और घोषणाऐं की है जबकि दिल्ली में हवा को शुद्ध करने के लिए सिर्फ एक स्मॉग टावर लगाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पराली से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए किसानों को सिर्फ 40 लाख रुपये पराली घोल बाटा जबकि पराली घोल बांटने के प्रचार के लिए 15 करोड़ खर्च डाले।

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