नई दिल्ली, 17 जुलाई 2022: सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के पावन आशीर्वाद द्वारा ब्रांच करोल बाग में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (संत निरंकारी मिशन का सामाजिक विभाग) द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें संत निरंकारी मिशन के 53 श्रद्धालु भक्त एवं सेवादारों द्वारा निःस्वार्थ भाव से रक्तदान किया। रक्त एकत्रित करने हेतु इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी के ब्लड बैंक की टीम के 12 सदस्य वहां उपस्थित हुए। बाबा हरदेव सिंह जी ने मानवता को यह संदेश दिया कि – ‘रक्त नालियों में नहीं नाड़ियों में बहना चाहिए’। संत निरंकारी मिशन के भक्तजन इस संदेश को चरितार्थ करते हुए दिन रात मानवमात्र की सेवा में तत्पर है और वर्तमान सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के निर्देशानुसार इस मुहिम को निरंतर और आगे बढ़ाया जा रहा है।
शिविर का उद्घाटन अशोक कुमार मनचंदा, मेंबर इन्चार्ज (ट्रांसपोर्ट, लंगर एंड परचेस) ने किया। उन्होंने रक्तदान शिविर में सम्मिलित होने वाले रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया एवं जनकल्याण के लिए की गई उनकी सच्ची सेवा की प्रशंसा भी की। इस अवसर पर उन्होंने कहा मानव को मानव हो प्यारा, इक दूजे का बने सहारा। संत निरंकारी मिशन मानवता का मिशन है जो हमेशा जन कल्याण की सेवा हेतु प्रयासरत रहता है। समय समय पर ऐसे रक्तदान शिविरों का आयोजन करके जरूरतमंदों की सहायता की जाती है एवं रक्त की कमी को दूर करके उनकी जान बचाने का प्रयास किया जाता है। लोक कल्याण के लिए की जा रही इन सभी सेवाओं के लिए मिशन सदैव ही प्रशंसा का पात्र रहा है।
इसके अतिरिक्त सुरजीत सिंह अलग संयोजक ब्रांच करोल बाग एवं ड्रा. नरेश अरोड़ा, मेडिकल सर्विस कोऑर्डिनेटर द्वारा रक्तदान शिविर में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों सहित डॉक्टर एवं उनकी टीम का तथा रक्तदाताओं का हृदय से आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने बताया कि मिशन द्वारा प्रथम रक्तदान शिविर का आयोजन दिल्ली में वर्ष 1986 के नवम्बर माह में, वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के अवसर पर किया गया जिसमें बाबा हरदेव सिंह जी ने इस शिविर का उद्घाटन किया और यह मुहिम मिशन के अनुयायियों द्वारा निरंतर पिछले 36 वर्षाे से चलायी जा रही है जिसमें अभी तक 7,263 रक्तदान शिविरों से 12,03,698 युनिट रक्तदान जनकल्याण की भलाई हेतु एकत्रित किया जा चुका है।
संत निरंकारी मिशन द्वारा जनहित की भलाई हेतु समय-समय पर विश्व भर में अनेक सेवाएं की जा रही हैं जिससे समाज का समुचित विकास हो सके; जिनमें मुख्यतः स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, निःशुल्क चिकित्सा परामर्श केन्द्र, निःशुल्क नेत्र शिविर, प्राकृतिक आपदाओं में ज़रूरतमंदों की सहायता इत्यादि इसके साथ ही महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं को भी सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। इन सभी सेवाओं के लिए मिशन को राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर सराहा एवं सम्मानित भी किया गया है।